कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सोमवार को विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के खिलाफ विवेक अग्निहोत्री द्वारा की गई आलोचना के समर्थन में सामने आई, फिल्म निर्माता ने दावा किया था कि पश्चिम बंगाल में कई ‘मिनी कश्मीर’ हैं.
तृणमूल ने अग्निहोत्री की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि यह एक ‘राजनीतिक बदले’ के लिए था.
अग्निहोत्री की किताब के एक पेज पर बात करते हुए विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि बंगाल एक और कश्मीर बन रहा है.
भाजपा विधायक ने सदन में कहा, ‘बंगाल में देश विरोधी गतिविधियां बढ़ रही हैं. रोहिंग्या शरण ले रहे हैं और ममता बनर्जी इसका समर्थन कर रही हैं. वे बीएसएफ को अपना काम करने से रोक रही हैं और जमीन को उनके बुनियादी ढांचे के विस्तार की इजाजत नहीं दे रही हैं. निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने जो कहा है कि बंगाल ‘दूसरा कश्मीर फाइल्स’ है, वह सही है. हम चाहते हैं कि दूसरी कश्मीर फाइल बंगाल पर बने.’
अग्निहोत्री ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ (फिल्म) लिखी और निर्देशित की है, जिसकी कहानी 1990 के दशक में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन के बारे में है.
कोलकाता में रविवार को ‘इंडियाज हेरिटेज: फ्रॉम कश्मीर टू बंगाल’ विषय पर एक कार्यक्रम में, फिल्म निर्माता ने याद किया कि कैसे उन्हें जादवपुर विश्वविद्यालय में उनकी फिल्म ‘बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम’ के लिए शारीरिक तौर से निशाना बनाया गया था.
फिल्ममेकर ने कहा, ‘बंगाल में अब कई मिनी कश्मीर हैं. बंगाल के कश्मीर बनने से पहले मैं बंगाल की कहानी जनता के सामने लाना चाहूंगा. मैं यह दिखाने के लिए एक फिल्म लाना चाहता हूं कि बंगाल की राजनीति कैसे निचले स्तर पर आ गई है.’
संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं में अभिनेता अनुपम खेर, भाजपा नेता स्वप्न दासगुप्ता और शुभेंदु अधिकारी थे. 2022 में रिलीज़ हुई अग्निहोत्री की फिल्म में खेर ने एक अहम भूमिका निभाई है.
सोमवार को, टीएमसी ने इन टिप्पणियों को गंभीरता से लेने से इनकार करते हुए, अग्नहोत्री के दावे को खारिज कर दिया.
टीएमसी मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने विधानसभा में मीडिया को बताया, ‘यह एक फर्जी टिप्पणी है. कोलकाता को केंद्र द्वारा सबसे सुरक्षित शहर घोषित किया गया है. कोलकाता में अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं. वे कश्मीर की तुलना बंगाल से कर रहे हैं, वे ऐसा सिर्फ राजनीतिक बदले की वजह से कर रहे हैं. क्या बंगाल में सर्जिकल स्ट्राइक होता है? यदि वे बंगाल की फाइलें बनाने के लिए बहुत उत्सुक हैं, तो उनका स्वागत है.’
2021 के राज्य चुनावों के बाद से भाजपा ने बार-बार सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर राजनीतिक हिंसा के आरोप जड़े हैं. जुलाई 2021 में, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने चुनाव के बाद कथित हिंसा पर कलकत्ता उच्च न्यायालय के समक्ष एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें कहा गया था कि बंगाल में स्थिति ‘कानून के शासन के बजाय, शासक के कानून की अभिव्यक्ति (प्रदर्शन)’ थी.
(अनुवाद और संपादन : इन्द्रजीत)
(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें : शी जिनपिंग के तीसरी बार चीन का राष्ट्रपति चुने जाने पर केरल के CM पिनाराई विजयन ने दी ‘शुभकामनाएं’