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Saturday, 5 October, 2024
होमराजनीतितमिलनाडु के पादरी से राहुल की मुलाकात के वीडियो पर बवाल, BJP का दावा- 'हिंदू भावनाओं' को ठेस पहुंचाई

तमिलनाडु के पादरी से राहुल की मुलाकात के वीडियो पर बवाल, BJP का दावा- ‘हिंदू भावनाओं’ को ठेस पहुंचाई

इस वीडियो में कथित तौर पर एक विवादास्पद कैथोलिक पादरी को राहुल गांधी से यह कहते हुए दिखाया गया है कि 'यीशु ही एकमात्र वास्तविक ईश्वर हैं'. इस पर कांग्रेस का कहना है कि 'भारत जोड़ो यात्रा' की सफलता से भाजपा हताश है.

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जॉर्ज पोन्नैया– जो तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में रहने वाले एक विवादास्पद कैथोलिक पादरी है– के साथ प्रभु यीशु के बारे में हुई बातचीत का एक मिनट का क्लिप वायरल हो गया है और इस ने सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच खुली जंग भड़का दी है.

एक तरफ भाजपा का दावा है कि राहुल गांधी की यह चर्चा ‘हिंदुओं की भावनाओं को आहत’ करती है, वहीं कांग्रेस ने इस आरोप का खंडन करते हुए इसे ‘भाजपा की जानी पहचानी शरारत’ बताया है.

राहुल ने कथित तौर पर मुट्टीडिचन पराई चर्च, पुलियूरकुरिची में इस पादरी से मुलाकात की, जहां उन्होंने कांग्रेस द्वारा चलाई जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा‘ के हिस्से के रूप में शुक्रवार सुबह डेरा डाला था. इस तथाकथित क्लिप, जिसे भाजपा नेता अब बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं, में पोन्नैया को राहुल की यह कहते सुना जा सकता है: ‘वह एक असल ईश्वर हैं … वह मानव रूप में ही रहे, किसी शक्ति और अन्य चीज की तरह नहीं … वह इस दुनिया में एक इंसान की तरह पैदा हुए थे.’

यह राहुल गांधी के इस सवाल के जवाब में था: वीडियो में राहुल गांधी यह पूछते हुए साफ सुनाई दे रहे हैं’, ‘लेकिन … वह भगवान तो नहीं हैं? या वह भगवान हैं? तो जीसस क्राइस्ट भगवान का एक रूप हैं.’

इस बातचीत के कुछ अंश स्पष्ट रूप से नहीं सुने जा सकते हैं.

दिप्रिंट स्वतंत्र रूप से इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि करने में असमर्थ रहा है.

इस प्रकरण पर भाजपा का दावा है कि पादरी के शब्दों का अर्थ यही था कि यीशु ही एकमात्र भगवान हैं. भाजपा नेता शहजाद पूनावाला, तजिंदर पाल सिंह बग्गा और प्रीति गांधी इस वीडियो को ट्विटर पर साझा करने वालों में शामिल हैं. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर ‘नफरत फैलाने वालों का समर्थन करने’ और उन्हें ‘वैध करार देने’ का आरोप लगाया.

इस कैथोलिक पादरी, पोन्नैया के ऊपर जुलाई 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, तमिलनाडु के द्रविड़ मुनेत्र कड़गम नेताओं और भूमा देवी (पृथ्वी की देवी) के बारे में ‘अभद्र भाषा’ का प्रयोग करने के लिए मुकदमा दर्ज करवाया गया था.

इस साल जनवरी में, मद्रास उच्च न्यायालय ने उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को खारिज करने से इनकार करते हुए कहा था कि भारत माता और भूमा देवी के खिलाफ उनकी टिप्पणी आईपीसी की धारा 295ए के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला अपराध है.

इस बीच, तमिलनाडु कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मयूरा जयकुमार ने दिप्रिंट को बताया कि उन्हें ऐसी किसी भी मुलाकात की कोई जानकारी नहीं है और कांग्रेस के तमिलनाडु प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने दिप्रिंट के फोन कॉल का कोई जवाब नहीं दिया.


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भाजपा के ट्वीट और कांग्रेस द्वारा उनका खंडन

कांग्रेस पार्टी की वर्तमान में चल रही ‘भारत जोड़ो यात्रा‘ का हवाला देते हुए भाजपा नेताओं ने दावा किया कि राहुल गांधी का एक ऐसे पादरी के साथ मुलाकात करना जिसपर पहले विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए मामला दर्ज किया गया था, ‘भारत को एकजुट करने’ के बजाय ‘भारत को तोड़ने’ का प्रयास था.

भाजपा नेता संबित पात्रा ने इसे एक धर्म के तुष्टिकरण के लिए दूसरे की निंदा करने की बात कही.

पात्रा ने ट्वीट किया, ‘आम तौर पर कांग्रेस और खास तौर पर राहुल की ‘हिंदू धर्म से नफरत’ अब कोई गुप्त रहस्य नहीं है … राहुल इसे बड़े गर्व के साथ धारण करते हैं! असल में यह राहुल की भारत-तोड़ो’ यात्रा है.’

उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने इसके लिए ‘हिंदुओं’ से माफी मांगे जाने की मांग की.

इन आरोपों का खंडन करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा के ट्वीट्स का इस ऑडियो में रिकॉर्ड की गई बातचीत से कोई संबंध नहीं है.

रमेश ने एक ट्वीट में कहा, ‘भाजपा की हेट फैक्ट्री एक घटिया ट्वीट वायरल करने का प्रयास कर रही है. ऑडियो में जो कुछ भी रिकॉर्ड किया गया है, उससे इस का कोई संबंध नहीं है. यह भाजपा का विशिष्ट तुच्छ तरीका है. भारत जोड़ो यात्रा के सफल शुरुआत और लोगों से मिल रहे समर्थन को देखकर ये हताश हो गए हैं.’

उन्होंने आगे लिखा, ‘जो लोग महात्मा गांधी की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं. जिन लोगों ने नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे, एमएम कलबुर्गी और गौरी लंकेश जैसे लोगों की हत्या की, वे आज सवाल उठा रहे हैं! कितना विकृत मजाक है! भारत जोड़ो यात्रा की भावना को ठेस पहुंचाने के ऐसे सभी प्रयास बुरी तरह विफल होंगे.’

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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