नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप को लेकर सियासत जारी है. यूपी से लेकर दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहे है. कांग्रेस पार्टी लगातार इस मामले को लेकर योगी सरकार पर हमला बोल रही है.
शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी समेत पार्टी के 35 सांसद बस हाथरस के लिए रवाना हुए. नोएडा डीएनडी बॉर्डर पहुंचे राहुल गांधी की कार खुद कांग्रेस महासचिव और बहन प्रियंका गांधी चला रही थी.
उत्तर प्रदेश सरकार ने राहुल और प्रियंका गांधी समेत पांच लोगों को ही हाथरस जाने की इजाजत दे दी है. प्रशासन ने नेताओं के हाथरस जाने और पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए कुछ शर्त भी लगाई है. इनमें मास्क लगाना और कोरोना से जुड़े अन्य प्रोटोकॉल का पालन करना शामिल है.
Delhi: Congress workers stopped at Delhi-Noida flyway.
Congress leaders Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra also present at the flyway with other leaders are en route to #Hathras in Uttar Pradesh to meet the family of the alleged gangrape victim. pic.twitter.com/LAlrz1LVMj
— ANI (@ANI) October 3, 2020
कांग्रेस नेताओं की हाथरस जाने सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन ने डीएनडी पर धारा-144 लगाई थी. वहीं भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया था. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस के बीच बहस और झड़प भी हुई. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं की भीड़ के चलते डीएनडी बॉर्डर पर 2 किमी लंबा जाम लग गया था.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘यूपी में कोई सिस्टम बचा है क्या? जबसे यह सरकार सत्ता में आई है वहां कई केस हो चुके हैं। पहले वहां लिचिंग और विपक्षी नेताओं की हत्या के मामले आते थे और उनके खिलाफ ही केस कर दिया जाता था-यूपी में अब यह नया नहीं बल्कि रूटीन हो गया है.’
स्मृति ने बोला राहुल पर हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हाथरस पर केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने उन पर हमला बोला है. ईरानी ने कहा, लोग कांग्रेस की रणनीति के बारे में जानते हैं. इसलिए उन्होंने 2019 में भाजपा के लिए ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित की. राहुल गांधी का हाथरस जाना उनकी राजनीति का ही एक हिस्सा है और इससे पीड़िता को न्याय दिलाने का कोई संबंध नहीं है. जनता ये समझती है कि राहुल गांधी की हाथरस की तरफ कूच राजनीति के लिए है, इंसाफ के लिए नहीं.
यह भी पढ़ें : हाथरस में रेप से इनकार करने वाले IPS प्रशांत कुमार कांवड़ियों पर फूल बरसाकर आए थे चर्चा में
मुझे हाथरस के दुखी परिवार का दर्द बांटने से कोई रोक नहीं सकता: राहुल
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार दोपहर को हाथरस के लिए रवाना होगा. इस दौरान कांग्रेस नेता हाथरस पीड़िता के परिजन से मिलेंगे.
हाथ रस जाने से पूर्व राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, ‘इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ UP सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं. किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए. दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती.’
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ने ट्वीट कर यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा, उन्होंने कहा, ‘यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है। पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है. अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा। ये व्यवहार देश को मंजूर नहीं। पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिए.’
गौरतलब है कि इसके पूर्व एक अक्टूबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस जाने की कोशिश की थी लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर वापस भेज दिया था.
बसपा ने की सीबीआई जांच की मांग
वहीं,सपा नेता और राज्य के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी पीड़िता के परिवार से मिलने की तैयारी में हैं. विदेश से लौटते ही अखिलेश हाथरस जाएंगे.
हाथरस मामले में बसपा सुप्रीमों मायावती ने सीबीआई जांच की मांग की है.मायावती ने ट्वीट कर कहा,’हाथरस जघन्य गैंगरेप कांड को लेकर पूरे देश में जबरदस्त आक्रोश है. इसकी शुरूआती आई जांच रिपोर्ट से जनता सन्तुष्ट नहीं लगती है.इस मामले की CBI से या फिर माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जाच होनी चाहिए, बीएसपी की यह मांग.
बसपा प्रमुख ने मायावती ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अपील करते हुए कहा, ‘देश के माननीय राष्ट्रपति यूपी से आते हैं और एक दलित होने के नाते भी इस प्रकरण में खासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दखल देने की भी उनसे पुरजोर अपील.’
गौरतलब है कि इस पूरे मामले की जांच के लिए राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था, जिसे 14 अक्तूबर तक अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था. हाथरस प्रशासन ने क्षेत्र में धारा 144 लगाई है.