नई दिल्ली: पीएम मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने और मंत्रियों को जिम्मेदारियां सौंपे जाने के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद की पहली बैठक बुधवार को होगी, जिसमें सरकार के लघु व दीर्घकालिक एजेंडे पर चर्चा की संभावना है. बता दें कि अपनी दूसरी पारी में मोदी शाह की जोड़ी पहली पारी के लंबित सारे मुद्दों को अमली जामा पहनाने की कोशिश करेगी.
आज होने जा रही बैठक में पांच जुलाई को संसद में पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट के साथ साथ, तीन तलाक के मुद्दे पर भी विचार किए जाने की संभावना है. बता दें कि पिछले 45 सालों में सबसे अधिक बेरोजगारी का सामना कर ही सरकार के लिए बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार भी अहम मुद्दों में होगा.
सूत्रों ने बताया कि आज होने जा रही इस बैठक में पांच जुलाई को संसद में पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट की तैयारियों के साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा संभावित है.
यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार के सभी सचिवों के साथ हुई बातचीत के अगले दिन होने जा रही है. इस बैठक के बाद केंद्रीय कैबिनेट की बैठक होगी.
पांच वर्षो की सोच का व्यापक खाका
केंद्रीय बजट प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के इरादे का पहला बयान होगा. इसमें सरकार की अगले पांच वर्षो की सोच का व्यापक खाका खींचे जाने की संभावना है.
सरकार के एजेंडे पर 10 अध्यादेशों की जगह लेनेवाले कानूनों सहित कई महत्वपूर्ण विधेयक भी हैं, जो अगले सप्ताह शुरू होने वाले संसद सत्र के दौरान पेश किए जाने हैं.
सचिवों के साथ हुई बैठक में मोदी ने उनसे कहा था कि योजना व रोडमैप बनाना और भारत को पांच महाशंख डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए फैसले लेना उनकी शीर्ष प्राथमिकता है.