मुंबई: अपने परिवार और भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ के परिवार के बीच समानताएं दर्शाते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि केवल इतिहास ही तय करेगा कि कुछ लोग ऐसे राजवंशों को कैसे देखते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी द्वारा वंशवाद को लेकर लगातार किए जाने वाले कटाक्षों का जिक्र कर रहे थे.
शिवाजी पार्क में अपनी वार्षिक दशहरा रैली में उद्धव ने कहा, “हां, मैं एक राजवंश का उत्पाद हूं और मुझे अपने वंश पर गर्व है.” “जो परिवार की संस्था में विश्वास नहीं करता, जो हिंदू संस्कृति का अभिन्न अंग है, उसे वंशवाद के बारे में बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.”
जबकि उद्धव के पिता बालासाहेब ठाकरे शिवसेना के संस्थापक हैं – वह पार्टी जिसके प्रमुख अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं. सीजेआई चंद्रचूड़ के पिता वाई.वी. चंद्रचूड़ ने भारत के 16वें मुख्य न्यायाधीश थे.
मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने उस संवैधानिक पीठ का नेतृत्व किया जिसने इस मई में सेना बनाम सेना के झगड़े की सुनवाई की.
उन्होंने पूछा, “यदि आप राजवंशों से नफरत करते हैं, तो आप हमारे राजवंशों के साथ क्या करेंगे जो हमारी पार्टी में शामिल हो गए हैं?” “मैं एक और परिवार के बारे में बात करना चाहता हूं. भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई.चंद्रचूड़. वह अपनी योग्यता के कारण वहां हैं लेकिन उनके पिता भी सीजेआई थे – एक सख्त और ईमानदार सीजेआई.”
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(संपादन: कृष्ण मुरारी)
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