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Saturday, 4 May, 2024
होमराजनीति'सच दस्तावेजों में है'- महुआ पर 'सवाल के बदले पैसे' के आरोप पर आचार समिति के सामने पेश हुए निशिकांत दूबे

‘सच दस्तावेजों में है’- महुआ पर ‘सवाल के बदले पैसे’ के आरोप पर आचार समिति के सामने पेश हुए निशिकांत दूबे

भाजपा सांसद ने इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर कथित 'कैश फॉर क्वेरी' मामले में महुआ मोइत्रा के शामिल होने का आरोप लगाया था. उन्होंने आगे दावा किया कि उनके पास आरोपों के सबूत हैं.

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नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दूबे टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘सवाल के बदले पैसे’ के आरोपों को लेकक मौखिक सबूत के लिए लोकसभा की आचार समिति के समक्ष पेश हुए.

गवाही के लिए संसद भवन पहुंचते ही भाजपा सांसद ने कहा कि वह पूरी तरह कमेटी को सहयोग देंगे और जब भी कमेटी उन्हें बुलाएगी वह सवाल-जवाब के लिए पेश होंगे.

“कमेटी ने मुझसे जो भी उपलब्ध कराने को कहा है मैं सारी जानकारी दूंगा. कमेटी जो भी पूछे मैं बताने के लिए उसके समक्ष पेश होऊंगा. मैं सभी दस्तावेज पेश करूंगा, सच दस्तावेज में हैं.”

आज लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘सवाल के बदले पैसे’ के आरोप में मामले को लेकर पहली बैठक की है.

भाजपा सांसद निशिकांत दूबे और वकील जय अनंत देहाद्राई टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ दूबे द्वारा दायर की गई शिकायत के संबंध में मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए आज समिति के समक्ष उपस्थित हो रहे हैं, जिसमें आरोप लगाया गया है कि संसद में ”सवाल के बदले पैसे” घोटाले में उनकी प्रत्यक्ष संलिप्तता है.

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लोकसभा आचार समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर हैं और इसमें भाजपा के विष्णु दत्त शर्मा, सुमेधानंद सरस्वती, अपराजिता सारंगी, राजदीप रॉय, सुनीता दुग्गल और सुभाष भामरे; वे वैथिलिंगम, एन उत्तम कुमार रेड्डी, और कांग्रेस की परनीत कौर; बालाशोवरी वल्लभभानेनी (वाईएसआरसीपी); हेमन्त गोडसे (शिवसेना); गिरिधारी यादव (जद-यू); पी आर नटराजन (सीपीआई-एम); और कुंवर दानिश अली (बसपा) के शामिल हैं.

भाजपा सांसद ने इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर ‘कैश फॉर क्वेरी’ घोटाले में महुआ मोइत्रा की संलिप्तता का आरोप लगाया था. उन्होंने आगे दावा किया कि उनके पास आरोपों के सबूत हैं, जैसा कि वकील जय अनंत देहाद्राई ने उन्हें दिया था.

दूबे ने, लोकसभा अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में, जिसका शीर्षक था, “संसद में ‘सवाल के बदले पैसे’ के गंदे मामले का फिर से उभरना,” में उन्होंने आरोप लगाया था कि यह आईपीसी की धारा 120ए के तहत तृणमूल सांसद द्वारा “विशेषाधिकार का गंभीर उल्लंघन”, ‘सदन की अवमानना’ और “आपराधिक काम” है. दुबे ने दावा किया कि एक वकील, जय अनंत देहाद्राई ने उन्हें रिश्वत के सबूत उपलब्ध कराए थे.

इस पत्र के जवाब में, तृणमूल कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह अन्य भाजपा सांसदों द्वारा विशेषाधिकार हनन के कथित मामले से निपटने के बाद स्पीकर द्वारा जांच का स्वागत करेंगी.

इस बीच, बुधवार को दूबे ने एक बार फिर महुआ मोइत्रा पर निशाना साधा. अपने खिलाफ तृणमूल कांग्रेस सांसद की टिप्पणी का जवाब देते हुए दूबे ने कहा कि सवाल अडानी, डिग्री या चोरी का नहीं है, बल्कि देश को गुमराह कर भ्रष्टाचार करने का है.

निशिकांत दूबे ने एक्स पर पोस्ट किय, “सवाल संसद की गरिमा, भारत की सुरक्षा और कथित सांसद के औचित्य, भ्रष्टाचार व आपराधिकता का है. इसका जवाब देना होगा कि दुबई में एनआईसी का मेल चालू है या नहीं. पैसे के बदले सवाल पूछे गए या नहीं.” विदेश यात्रा का खर्च किसने उठाया? क्या आपको विदेश जाने के लिए @locsabhaspeaker और @MEAIndia से अनुमति मिली या नहीं? सवाल अडानी, डिग्री या चोरी का नहीं है, बल्कि देश को गुमराह करके आपके भ्रष्टाचार का है.”

उन्होंने आरोप लगाया, ”डिग्री वाली देश बेचे, चंद पैसे के ले जमीर बेचे.”

निशिकांत दूबे के आरोप के बाद महुआ मोइत्रा ने उन पर कटाक्ष किया, जिसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने, दूबे को आश्वासन दिया कि संसद लॉगिन क्रेडेंशियल के दुरुपयोग पर उनकी शिकायत पर गौर किया जाएगा.

मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में महुआ ने कहा, “कौन झूठ बोल रहा है? 2 दिन पहले फर्जी डिग्री वाले ने कहा था कि एनआईसी ने पहले ही जांच एजेंसी को “दुबई” लॉगिन समेत विवरण दे दिया है. अब अश्विनी वैष्णव का कहना है कि अगर लोकसभा पूछेगी तो एनआईसी या एथिक्स कॉमटी भविष्य में जानकारी देगा. मुझ पर प्रहार करने के लिए भाजपा का स्वागत है, लेकिन अडानी+गोड्डा शायद सर्वश्रेष्ठ रणनीतिकार नहीं हैं!”


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