अगरतला: कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई के कार्यवाहक अध्यक्ष पीजूष कांति बिस्वास ने शनिवार को कांग्रेस छोड़ने और राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा करने के कुछ घंटों बाद यह कहते हुए अपना इस्तीफा वापस ले लिया कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि उनकी शिकायतों पर गौर किया जाएगा.
बिस्वास ने शुरू में कहा था कि व्यक्तिगत कारणों ने उन्होंने अपना इस्तीफा दिया है. बाद में उन्होंने ‘यू-टर्न’ लेते हुए कहा कि उन्होंने पद छोड़ने की पेशकश इसलिए की कि क्योंकि ऐसे कई मामले हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के त्रिपुरा प्रभारी, अजय कुमार ने मुझसे बात की और आश्वासन दिया कि मुद्दों को सुलझाने के लिए वह मुझसे मिलेंगे. अगर वह उन्हें हल कर पाते हैं, तो मुझे टीपीसीसी प्रमुख के रूप में सेवा करने में कोई समस्या नहीं है.” कुमार ने अपनी ओर से एक बयान में कहा कि बिस्वास द्वारा उठाए गए मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किया जाएगा.
कांग्रेस के त्रिपुरा प्रभारी ने यह भी कहा कि वह 29 अगस्त को उनसे मुलाकात करेंगे.
इससे पहले दिन में, त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के कार्यवाहक अध्यक्ष बिस्वास ने पार्टी छोड़ने और राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की. तब वरिष्ठ नेता ने कहा था कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है.
उन्होंने ट्विटर पर कहा था, ‘ टीपीसीसी अध्यक्ष (कार्यवाहक) के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान सहयोग के लिए मैं सभी कांग्रेस नेताओं, समर्थकों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं. आज मैंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और राजनीति से भी संन्यास ले लिया है. मैं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभारी हूं.’
बिस्वास ने कहा कि वह पहले ही अपना इस्तीफा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) प्रमुख सोनिया गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को भेज चुके हैं.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘ मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मैंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है. मेरी किसी अन्य पार्टी में शामिल होने की कोई योजना नहीं है.’