कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने नंदीग्राम में चुनाव प्रचार मुहिम के दौरान घायल हुईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने’ पर निर्वाचन आयोग की बृहस्पतिवार को निंदा की और कहा कि आयोग जिम्मेदारी से नहीं बच सकता, क्योंकि विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद वही कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए जिम्मेदार है.
तृणमूल के प्रतिनिधि मंडल ने यहां आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद निर्वाचन आयोग पर भाजपा नेताओं के ‘आदेशानुसार’ काम करने का आरोप लगाया और कहा कि ‘बनर्जी पर हमला हो सकने की रिपोर्ट के बावजूद निर्वाचन आयोग ने कुछ नहीं किया.’
ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे हाथ, पैर और लिगामेंट में चोटें लगी हैं. ‘मैं कार के पास खड़ी थी जब मुझे कल धक्का दिया गया था. मैं जल्द ही कोलकाता से रवाना हो जाऊंगी.’
मुख्यमंत्री ने शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि वो अगले2-3 दिनों में फिर से काम करना शुरू कर देंगी.
इस बीच, भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने यहां ईसी अधिकारियों से मुलाकात की और बनर्जी पर हमले की घटना की संपूर्ण जांच कराए जाने की मांग की.
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की, साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जरूरत है कि कहीं यह घटना वोट हासिल करने के लिए ‘रचा गया नाटक’ तो नहीं है.
एक भाजपा नेता ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि घटना की वीडियो फुटेज सार्वजनिक की जाए, ताकि लोगों को पता चला कि वास्तव में हुआ क्या था.’
भाजपा नेता शिशिर बाजोरिया ने कहा, ‘भाजपा के तरफ से मैं, सब्यसाची दत्ता चुनाव आयोग से मिलने आए थे. कल जो घटना घटी उसमें मुख्यमंत्री के बयान के हिसाब से 4 लोग ने उन्हें धक्का दिया..उनके चारों ओर सुरक्षा होती है तो क्या तीन रिंग को भेद कर कोई आ सकता है? अगर ये हुआ तो पुलिस ने उन्हें अभी तक क्यों नहीं पकड़ा?’
उन्होंने कहा, ‘इसका सिर्फ एक हल है कि उस दिन की जो वीडियो है वो सब सार्वजनिक किया जाए. हमने सीईओ साहब से मांग की है कि सभी वीडियो को सार्वजनिक किया जाए ताकि सच्चाई सामने आए…नहीं तो ऐसे आरोप-प्रत्यारोप होते रहेंगे.’
वहीं टीएमसी नेता मदन मित्रा ने कहा, ‘उम्मीदवार होने के नाते मैं आरोप लगा रहा हूं कि पुलिस हमारी बात नहीं सुन रही है. यहां गुंडागर्दी चल रही है. जनता को मालूम हैं ये सब कौन कर रहा है? जिसके पास ताकत है. अगर हमारे पास ताकत है तो गुंडागर्दी करेंगे तो हम ही करेंगे.’
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‘चुनाव आयोग को जिम्मेदारी लेनी होगी’
तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी थी, लेकिन चुनावों की घोषणा के बाद कानून-व्यवस्था ईसी (निर्वाचन आयोग) की जिम्मेदारी बन गई.’
उन्होंने कहा, ‘ईसी ने राज्य पुलिस के डीजीपी को हटा दिया और अगले ही दिन उन पर(बनर्जी) हमला हो गया.’
चटर्जी ने दावा किया कि वरिष्ठ भाजपा नेताओं के कई बयानों से ये संकेत मिले थे कि बनर्जी पर हमला हो सकता है और ‘ये जानकारियां होने के बावजूद मुख्यमंत्री को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई.’
उन्होंने कहा, ‘जब ईसी प्रशासन का प्रभारी है, तो ममता बनर्जी पर हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा? ईसी को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी होगी.’
चटर्जी ने कहा, ‘वे भाजपा नेताओं के आदेश पर काम कर रहे हैं. भाजपा ने ईसी से किसी अधिकारी को हटाने को कहा और वे उसे हटा रहे हैं.’
इससे पहले, राज्य के मंत्री चटर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और मामले में शिकायत दर्ज कराई. प्रतिनिधि मंडल ने मामले की संपूर्ण जांच कराए जाने की मांग की.
चटर्जी के साथ राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और राज्य सभा में तृणमूल के नेता डेरेक ओ’ब्रायन भी निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मिले.
ओ’ब्रायन ने कहा, ‘आपको घटनाक्रम को समझना होगा. आप डीजीपी को हटाते हैं, एक महिला मुख्यमंत्री की सुरक्षा में कमी करते हैं और फिर उस पर हमला करते हैं. यदि आप भाजपा नेताओं की सोशल मीडिया पोस्ट पढ़ें, तो उनमें इस बात के संकेत हैं कि बनर्जी पर हमला किया जाएगा.’
बनर्जी का कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में उपचार चल रहा है. चिकित्सकों के अनुसार उनका बायां पैर, कमर, कंधा और गर्दन चोटिल हो गए हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ‘चार-पांच लोगों’ ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण वह जमीन पर गिर गई और चोटिल हो गईं.
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भाजपा की सीबीआई जांच की मांग
दिलीप घोष ने कहा कि राज्य के लोगों ने पहले भी इस प्रकार का ‘नाटक’ देखा है.
उन्होंने कहा, ‘इस बात की जांच कराई जाने की जरूरत है कि वास्तव में हुआ क्या था. कैसे ‘जेड-प्लस’ सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति पर हमला हुआ, यह जांच का विषय है. सच्चाई सामने लाने के लिए राज्य को मामले की सीबीआई जांच के आदेश देने चाहिए.’
भाजपा नेता ने ममता के अस्पताल में भर्ती होने और पैर में प्लास्टर बंधा होने संबंधी तस्वीरों का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस बात की जांच की जरूरत है कि क्या यह सही घटना है या रचा गया नाटक.’
उन्होंने कहा कि चुनाव में हार की आशंका को देखते हुए लोगों की संवेदना हासिल करने के लिए ‘इस प्रकार के नाटक’ से इस बार कुछ हासिल नहीं होगा.
घोष ने कहा, ‘राज्य की जनता ने पहले भी इस प्रकार का नाटक देखा है. जो यह जानते हैं कि वह सत्ता से बाहर हो सकते हैं, वे वोट पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.’
तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कई जगह प्रदर्शन किए
तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले के विरोध में कोलकाता, उत्तर 24 परगना, हुगली, हावड़ा, बीरभूम, दक्षिण 24 परगना और जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए.
इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की और बनर्जी के खिलाफ साजिश रचने के आरोप लगाए.
सत्तारुढ़ पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और उन्होंने टायर जलाए. पार्टी कार्यकर्ताओं और भाजपा के कार्यकर्ताओं के एक समूह के बीच सुबह बिरूलिया इलाके में झड़प हुई लेकिन स्थित को तत्काल काबू में कर लिया गया.
बनर्जी के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए नंदीग्राम के पीरबाबा मजार में और मंदिरों में कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना की.
(भाषा और एएनआई के इनपुट्स के साथ)
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