हैदराबाद: पार्टी सांसद शशि थरूर को ‘एक गधा’ कहकर बुलाने पर तीखी आलोचना झेलने के बाद, नवनियुक्त तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी ने, जिन पर पार्टी ने उसे पटरी पर आने की उम्मीदें टिकाईं हैं, बृहस्पतिवार को माफी मांग ली.
रेड्डी ने वो तथाकथित टिप्पणी बुधवार को की थी, जब वो हैदराबाद में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे. उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई कि थरूर ने तेलंगाना के आईटी मंत्री और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे, केटी रामाराव की प्रशंसा की थी.
सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी कमेटी के अध्यक्ष थरूर, 7 सितंबर को राज्य के दौरे पर गए थे. दौरे के दौरान कमेटी ने राज्य के टी-हब (टेक्नॉलजी हब) का दौरा किया- जिसे 2015 में सरकार की पहलक़दमी के तहत, एक इनोवेशन और बिज़नेस इनक्युबेटर के तौर पर स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य टेक्नॉलजी तथा निवेशकों को स्टार्ट-अप्स तक ले जाना है.
दौरे के बाद थरूर ने न केवल ‘टी-हब’ की सराहना की, बल्कि ये भी कहा कि वो केटीआर और उनकी टीम से ‘बहुत ज़्यादा प्रभावित’ हुए.
यह भी पढे़ं: तेलंगाना में प्राइवेट स्कूल के 1.25 लाख छात्रों ने क्यों 2021 में सरकारी स्कूल का किया रुख
Hugely impressive presentation by @KTRTRS &his team. I said that as with foreign policy,we need to look beyond political divides on IT policy. If @ministerktr is setting an example in Telengana that the rest of us can benefit from, we can all gain from a forward-looking IT policy https://t.co/q2Lx25IQIG
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 9, 2021
बताया जा रहा है कि बुधवार को रेवंत रेड्डी ने, जिन्हें कथित रूप से राज्य में थरूर के दौरे की जानकारी नहीं थी, अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि केटीआर और थरूर एक ही वर्ग से हैं- अंग्रेज़ी में धारा प्रवाह हैं लेकिन जानकार नहीं हैं. उन्होंने कथित रूप से ये भी कहा कि थरूर को कांग्रेस से निकाल दिया जाना चाहिए.
कड़ी आलोचना के बाद माफी
रेड्डी की कथित टिप्पणी ने केटीआर के साथ वाक युद्ध शुरू कर दिया. ख़बर पर प्रतिक्रिया देते हुए आईटी मंत्री ने रेड्डी को एक ‘तीसरे दर्जे का बदमाश/ठग’ क़रार दे दिया, जिसका जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने केटीआर को एक ‘पैदाइशी झूठा और लुटेरा’ बता दिया.
केटीआर ने फिर एक ऑडियो टेप जारी किया, जिसे उन्होंने बातचीत की रिकॉर्डिंग बताया, लेकिन इससे पहले उन्होंने भी रेड्डी को एक ‘बदमाश’ क़रार दिया.
रेड्डी को मनीष तिवारी जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की ओर से भी, तीखी आलोचना का शिकार होना पड़ा, जिन्होंने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया कि अगर रेड्डी को थरूर की टिप्पणी को लेकर कुछ संदेह था, तो उन्हें सीधे थरूर से संपर्क करना चाहिए. उन्होंने तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष से अपनी टिप्पणी को वापस लेने की मांग की.
Dear Mr @revanth_anumula
Dr @ShashiTharoor is a valued colleague of yours & mine It would have been better if you would have spoken to him if you had some misgivings about a purported statement of his.
Grace & Propriety demands you withdraw your words.
— Manish Tewari (@ManishTewari) September 16, 2021
बाद में दिन में, रेड्डी ने माफी मांगी, और कहा कि उन्होंने थरूर के लिए ‘सबसे अधिक सम्मान’ में रखते हैं.
I spoke to shri @ShashiTharoor ji to convey that I hereby withdraw the remarks and reiterate that I hold my senior colleague in the highest regard. I regret any hurt that may have been caused to him by my words. We share our faith in the values and policies of the Congress Party.
— Revanth Reddy (@revanth_anumula) September 16, 2021
लेकिन रेड्डी को सांसद और कांग्रेस के तेलंगाना प्रभारी मणिकम टैगोर से कुछ समर्थन मिला. बृहस्पतिवार को टैगोर ने बातचीत के ‘ऑफ दि रिकॉर्ड’ हिस्से को लीक करने के लिए, मीडिया की आलोचना की.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘जब पत्रकार ‘ऑफ दि रिकॉर्ड’ बातचीत को रिकॉर्ड करके, सत्ता में बैठे लोगों को भेजते हैं, तो ऐसे लोगों को आप क्या कहेंगे? सुपारी पत्रकार’.
When Journalists record off the record conversation and send it to people in power what you will think about him / her ? Supari Journalist ?
— Manickam Tagore .B??✋மாணிக்கம் தாகூர்.ப (@manickamtagore) September 17, 2021
टैगोर को रेड्डी का एक क़रीबी सहयोगी माना जाता है. मात्र चार साल पहले ही पार्टी में शामिल होने के बावजूद, रेड्डी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पदोन्नत होने के पीछे, उन्होंने एक अहम भूमिका निभाई थी.
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें: अब आंध्र, कर्नाटक, तेलंगाना में (उच्च) जाति की राजनीति तेज, ब्राह्मणों को मिल रही है अहमियत