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Thursday, 26 December, 2024
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गधा कहकर पुकारने के अगले दिन तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख ने कहा ‘थरूर का बेहद सम्मान करता हूं’

‘गधे’ की टिप्पणी पर आलोचनाओं का सामना करने के बाद, रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से माफी मांगी है. थरूर ने तेलंगाना सीएम केसीआर के बेटे और आईटी मंत्री केटी रामा राव की प्रशंसा की थी.

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हैदराबाद: पार्टी सांसद शशि थरूर को ‘एक गधा’ कहकर बुलाने पर तीखी आलोचना झेलने के बाद, नवनियुक्त तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी ने, जिन पर पार्टी ने उसे पटरी पर आने की उम्मीदें टिकाईं हैं, बृहस्पतिवार को माफी मांग ली.

रेड्डी ने वो तथाकथित टिप्पणी बुधवार को की थी, जब वो हैदराबाद में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे. उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई कि थरूर ने तेलंगाना के आईटी मंत्री और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे, केटी रामाराव की प्रशंसा की थी.

सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी कमेटी के अध्यक्ष थरूर, 7 सितंबर को राज्य के दौरे पर गए थे. दौरे के दौरान कमेटी ने राज्य के टी-हब (टेक्नॉलजी हब) का दौरा किया- जिसे 2015 में सरकार की पहलक़दमी के तहत, एक इनोवेशन और बिज़नेस इनक्युबेटर के तौर पर स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य टेक्नॉलजी तथा निवेशकों को स्टार्ट-अप्स तक ले जाना है.

दौरे के बाद थरूर ने न केवल ‘टी-हब’ की सराहना की, बल्कि ये भी कहा कि वो केटीआर और उनकी टीम से ‘बहुत ज़्यादा प्रभावित’ हुए.


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बताया जा रहा है कि बुधवार को रेवंत रेड्डी ने, जिन्हें कथित रूप से राज्य में थरूर के दौरे की जानकारी नहीं थी, अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि केटीआर और थरूर एक ही वर्ग से हैं- अंग्रेज़ी में धारा प्रवाह हैं लेकिन जानकार नहीं हैं. उन्होंने कथित रूप से ये भी कहा कि थरूर को कांग्रेस से निकाल दिया जाना चाहिए.

कड़ी आलोचना के बाद माफी

रेड्डी की कथित टिप्पणी ने केटीआर के साथ वाक युद्ध शुरू कर दिया. ख़बर पर प्रतिक्रिया देते हुए आईटी मंत्री ने रेड्डी को एक ‘तीसरे दर्जे का बदमाश/ठग’ क़रार दे दिया, जिसका जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने केटीआर को एक ‘पैदाइशी झूठा और लुटेरा’ बता दिया.

केटीआर ने फिर एक ऑडियो टेप जारी किया, जिसे उन्होंने बातचीत की रिकॉर्डिंग बताया, लेकिन इससे पहले उन्होंने भी रेड्डी को एक ‘बदमाश’ क़रार दिया.

रेड्डी को मनीष तिवारी जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की ओर से भी, तीखी आलोचना का शिकार होना पड़ा, जिन्होंने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया कि अगर रेड्डी को थरूर की टिप्पणी को लेकर कुछ संदेह था, तो उन्हें सीधे थरूर से संपर्क करना चाहिए. उन्होंने तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष से अपनी टिप्पणी को वापस लेने की मांग की.

बाद में दिन में, रेड्डी ने माफी मांगी, और कहा कि उन्होंने थरूर के लिए ‘सबसे अधिक सम्मान’ में रखते हैं.

लेकिन रेड्डी को सांसद और कांग्रेस के तेलंगाना प्रभारी मणिकम टैगोर से कुछ समर्थन मिला. बृहस्पतिवार को टैगोर ने बातचीत के ‘ऑफ दि रिकॉर्ड’ हिस्से को लीक करने के लिए, मीडिया की आलोचना की.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘जब पत्रकार ‘ऑफ दि रिकॉर्ड’ बातचीत को रिकॉर्ड करके, सत्ता में बैठे लोगों को भेजते हैं, तो ऐसे लोगों को आप क्या कहेंगे? सुपारी पत्रकार’.

टैगोर को रेड्डी का एक क़रीबी सहयोगी माना जाता है. मात्र चार साल पहले ही पार्टी में शामिल होने के बावजूद, रेड्डी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पदोन्नत होने के पीछे, उन्होंने एक अहम भूमिका निभाई थी.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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