नई दिल्ली: ड्रग्स मामले में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी पार्टी इंडिया गठबंधन के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, लेकिन ड्रग्स से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, केजरीवाल ने कहा, “हम इंडिया गठबंधन के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. हम किसी भी हालत में गठबंधन से अलग नहीं होंगे. मुझे पता चला है कि पंजाब पुलिस ने कल किसी कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है. इसका विवरण मेरे पास नहीं है. ये तो पंजाब पुलिस बताएगी. लेकिन हमने नशे के खिलाफ जंग छेड़ रखी है. मैं किसी व्यक्तिगत मामले या व्यक्ति पर टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा, लेकिन हम नशे की लत को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. नशे के खिलाफ इस जंग में कोई भी छोटा या बड़ा व्यक्ति हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा.”
पंजाब पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत 2015 में दर्ज एक पुराने मामले के सिलसिले में खैरा को आज सुबह उनके चंडीगढ़ आवास से गिरफ्तार किया.
पंजाब कांग्रेस राज्य सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाते हुए खैरा की गिरफ्तारी को लेकर भगवंत मान सरकार की कड़ी आलोचना कर रही है.
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने सरदार पुलिस स्टेशन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “मैं भवंत मान की कार्रवाई की निंदा करना चाहता हूं. मान सोचते हैं कि वह हमेशा सरकार में रहेंगे लेकिन वह गलत हैं, सभी को जाना होगा और उनकी सरकार भी जाएगी.”
उन्होंने कहा, “चूंकि मैं विपक्ष का नेता हूं इसलिए खैरा से मिलना हमारा संवैधानिक अधिकार है. हमें पुलिस अधिकारियों की हिरासत में उनसे मिलना था, लेकिन उन्होंने हमें अनुमति नहीं दी. यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी और हम उन्हें यह बताना चाहते थे.” कांग्रेस पार्टी और पार्टी का हर नेता उनके साथ है, इससे ज्यादा कुछ नहीं.”
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा. “यह बहुत गलत काम है. ये सब बदले की राजनीति है. किसी भी तरह का कोई मामला नहीं बनता है. जब हम जलालाबाद थाने पहुंचे तो उन्होंने ताला नहीं खोला. किसी ने मुझे बताया कि सीआईए स्टाफ उसे (सुखपाल सिंह खैरा) फाजिल्का ले गया है. हम यहां पहुंचे लेकिन हमें खैरा से मिलने नहीं दिया गया. एसएसपी ने हमें बताया कि ऊपर से आदेश हैं.”
इस बीच, विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए पंजाब आप के वरिष्ठ प्रवक्ता जगतार सिंह दयालपुरा ने कहा कि आरोपों में कोई दम नहीं है क्योंकि सीमावर्ती राज्य में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सरकार की ड्रग तस्करों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है.”
दयालपुरा ने कहा कि कांग्रेस नेता के खिलाफ “पर्याप्त स्वीकार्य सबूत” पाए गए हैं और इस मामले के तार पाकिस्तान से लेकर इंग्लैंड तक जुड़े हुए हैं.
सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी से आप और कांग्रेस के संबंधों में और खटास आने की आशंका है, जो केंद्र में इंडिया गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आए हैं. कांग्रेस की राज्य इकाई ने पंजाब में आप के साथ किसी भी तरह के गठबंधन या सीट-साझाकरण व्यवस्था का विरोध किया है.
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