अहमदाबाद: गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की हार के मद्देनजर पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अमित चावड़ा और विपक्ष के नेता परेश धानाणी ने मंगलवार को अपने पदों से इस्तीफा दे दिया.
चावड़ा ने कहा कि लोगों ने ईवीएम पर संदेह जताया है और इन सभी चीजों की जांच होनी चाहिए.
पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि भविष्य के कदम के बारे में फैसला अब कांग्रेस के शीर्ष पदाधिकारियों को करना है.
चावड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के रूप में चुनाव परिणामों की जिम्मेदारी लेते हुए, मैंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया है.’ उन्होंने कहा कि वह अब पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करेंगे.
मंगलवार को सत्तारूढ़ भाजपा ने सभी 31 जिला पंचायतों, 81 नगरपालिकाओं में से 70 पर जीत हासिल की और वह 231 तालुका पंचायतों में अपनी मुख्य प्रतिद्वंदी कांग्रेस से बहुत आगे थी.
भाजपा ने कुल 8,474 सीटों में से 6,110 सीटें जीती हैं जिसके लिए अब तक परिणाम घोषित किए गए हैं.
कांग्रेस केवल 1,768 सीटें जीत पायी और उसने केवल तीन नगरपालिकाओं में जीत हासिल कर सकी लेकिन किसी भी जिला पंचायत में खाता खोलने में असफल रही. कांग्रेस पार्टी केवल कुछ तालुका पंचायत निकायों में जीत हासिल कर सकी.
चावड़ा ने कहा, ‘चुनाव परिणाम हमारी अपेक्षाओं के बिल्कुल विपरीत हैं. हमें अपने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थीं, लेकिन परिणाम इसे प्रतिबिंबित नहीं करते. लोगों ने ईवीएम पर संदेह जताया है और इन सभी चीजों की जांच होनी चाहिए.’
गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने इसकी पुष्टि की कि धानाणी ने भी दिल्ली में पार्टी नेतृत्व को अपना इस्तीफा भेज दिया है.
दोशी ने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व को दोनों इस्तीफे प्राप्त हो गए हैं. अब इन नेताओं के प्रतिस्थापन पर फैसला करना पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निर्भर है.’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने चावड़ा और धानाणी को तब तक अपने पद पर बने रहने के लिए कहा है जब तक उनकी जगह लेने वाले की घोषणा नहीं हो जाती.
गुजरात में पिछले महीने हुए निकाय चुनावों के पहले चरण में, भाजपा ने सभी छह नगर निगमों में जीत हासिल की थी.
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