मुंबई: भारतीय जनता पार्टी द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ‘वर्क फ्राम होम’ तरीके से काम करने की आलोचना पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मुख्यमंत्री का बचाव किया है.
बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर ओसमानाबाद जिले में मीडिया से बात करते हुए एनसीपी प्रमुख ने कहा कि पवार और महाविकास अघाड़ी के उनके सहयोगियों की सलाह पर ठाकरे मुंबई से काम कर रहे हैं.
पवार ने रिपोर्टरों से कहा, ‘बाढ़ हो या कोविड संकट, हमने सीएम उद्धव ठाकरे से कहा कि आप एक जगह रहकर काम करें और सभी जिलों से संपर्क में रहे और फैसला लें. आपके पास और भी सहयोगी हैं. हम सभी फील्ड पर जाएंगे और आपकों सूचित करेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘मेरे विचार से सीएम के दायित्व के लिए उन्होंने हमारी मांग को माना.’
हालांकि पवार ने ठाकरे का उस दिन बचाव किया है जब सीएम मातोश्री से निकलकर सोलापुर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने गए हैं.
पवार जो कि इस साल दिसंबर में 80 साल के हो जाएंगे, वो खुद भी महाराष्ट्र के उन इलाकों में जा रहे हैं जहां पिछले हफ्ते भारी बारिश के कारण फसलों और जान-माल को नुकसान हुआ है.
महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के अन्य नेताओं जैसे उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार और कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार भी फील्ड पर उतरकर नुकसान का सर्वे कर रहे हैं.
विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस जो कि बिहार में भाजपा के लिए प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने कुछ समय के लिए वहां से ब्रेक लेकर पुणे, सोलापुर और ओसमानाबाद जिलों का दौरा करना तय किया है.
अतिवृष्टीमुळे नुकसान झालेल्या शेतकऱ्यांशी संवाद साधण्यासाठी,नुकसानीची पाहणी करण्यासाठी पुणे, सोलापूर आणि उस्मानाबाद जिल्ह्यांना भेटी देत आहे.
Visiting Pune,Solapur & Osmanabad districts to asses the damage & losses caused by heavy rains and to interact with farmers.#ओला_दुष्काळ— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) October 19, 2020
ठाकरे का ‘वर्क फ्राम होम’
भाजपा लगातार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर कोविड के बढ़ते मामलों और प्रदेश भर में व्यक्तिगत तौर पर न घूमने को लेकर निशाना साध रही है.
पिछले सप्ताह पार्टी ने फिर से हमला किया, जिसमें केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने महामारी के कारण अपने घर से बाहर नहीं निकलने के लिए और भारी बारिश के कारण परेशान लोगों से न मिलने पर ठाकरे की आलोचना की.
पवार ने ठाकरे का लगातार बचाव किया है लेकिन अतीत में उन्हें कभी-कभार बाहर निकलने के लिए सलाह भी दी थी.
एक मराठी टीवी चैनल को इंटरव्यू में एनसीपी प्रमुख ने ठाकरे के काम करने के तरीके को सराहा था लेकिन उन्हें बाहर निकलकर ग्रामीण क्षेत्रों और लोगों से मिलने की सलाह भी दी थी. उस साक्षात्कार के कुछ दिनों के भीतर, ठाकरे ने पुणे में बढ़ते कोविड से मौत की एक दिवसीय समीक्षा बैठक के लिए यात्रा की.
ठाकरे ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से महाराष्ट्र के अधिकारियों के साथ अधिकांश बैठकें करते हुए, अपने काम करने की शैली का दृढ़ता से बचाव किया है.
शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए एक साक्षात्कार में ठाकरे ने कहा कि तकनीक इतनी विकसित हो गई है कि उन्हें यात्रा करने की कोई जरूरत नहीं है, वो घर से काम करते हुए पूरे राज्य पर नज़र रख सकते हैं.
यह भी पढ़ें: ‘पूरा भारत अंधकार में डूब जाएगा’-केंद्र ने काटा बकाया बिजली का पैसा तो हेमंत सोरेन ने दी धमकी
मुख्यमंत्री की सोलापुर यात्रा
ठाकरे मुंबई से बाहर अपनी यात्रा में सोमवार को पश्चिमी महाराष्ट्र के सोलापुर पहुंचे जहां उन्होंने कई गांवों की यात्रा की. दोपहर में उन्होंने जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की.
यात्रा के दौरान ठाकरे ने नुकसान हुए खेतों को देखा और किसानों से बात की और उनकी समस्याओं को सुना.
जून महीने में सीएम मुंबई से बाहर रायगढ़ की यात्रा पर गए थे जहां उन्होंने चक्रवात निसर्ग के प्रभाव का आकलन किया. सीएम ने तब से कुछ ही मौकों पर मुंबई के बाहर यात्रा की है, यह ज्यादातर जिला अधिकारियों के साथ कोविड संकट पर समीक्षा बैठकों के लिए ही किया गया.
(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें: विशेषज्ञों ने कहा- COVID के दोबारा संक्रमण पर ICMR का कट-ऑफ मनमाना, मामले का पता लगाने में चूक की संभावना