लखनऊ: 2024 के आम चुनावों को ध्यान में रखते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह को शुक्रवार को एक भव्य कार्यक्रम में बदलने के लिए तैयार है. पार्टी ने संतों के साथ-साथ बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं और कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शीर्ष भाजपा नेतृत्व के साथ भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है.
यह आयोजन लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में होगा, जिसकी क्षमता लगभग 75,000 है.
भाजपा नेताओं के अनुसार आमंत्रित लोगों के अलावा, भाजपा के जिला प्रभारियों को भी यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि भव्य तैयारी के लिए प्रत्येक जिले के बाजारों और प्रमुख चौराहों पर होर्डिंग और सजावट की जाए. नेताओं ने कहा इसके अलावा, उन्हें शपथ ग्रहण में पहुंचने से पहले प्रत्येक जिले के मंदिरों में पूजा (प्रार्थना) के बाद स्वच्छता अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया है.
यूपी बीजेपी महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला ने विभिन्न क्षेत्रीय इकाइयों के प्रमुखों को लिखे पत्र में निर्देश दिया है कि 24 मार्च को प्रत्येक इकाई से पार्टी के दो कार्यकर्ताओं को लखनऊ भेजा जाए और कार्यकर्ता पार्टी के झंडे वाले वाहनों में पहुंचें. दिप्रिंट ने पत्र को एक्सेस कर लिया है.
कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि शपथ ग्रहण के दिन सुबह 8-10 बजे के बीच लोक कल्याण के लिए स्थानीय मंदिरों में पूजा हो और मठों-मंदिरों के संतों, आध्यात्मिक प्रमुखों, इंजीनियरों, डॉक्टरों, पेशेवरों, लेखकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को जिले में स्तर पर भी आमंत्रित किया जाता है.
दिप्रिंट को पता चला है कि बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के अलावा, मथुरा-वृंदावन, अयोध्या और हरिद्वार के मंदिर शहरों के संतों और योग गुरु बाबा रामदेव को भी समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है.
कार्ड पर ‘भव्य’ कार्यक्रम
दिप्रिंट से बात करते हुए भाजपा के शुक्ला ने कहा कि यह आयोजन ‘भव्य’ होने जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक घटना है और राज्य भर के सभी समर्थक इसे लेकर उत्साहित हैं. अत: स्वाभाविक है कि यह भव्य (भव्य) होगा. यह हमारे लिए सम्मान का क्षण है और बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि राज्य भर में हर जिले में प्रत्येक इकाई द्वारा पूजा की जाती है क्योंकि हम उस दिन स्वच्छता अभियान के बाद सर्वशक्तिमान का आशीर्वाद लेंगे. प्रसाद वितरण का पालन करेंगे.’
जानकारों के मुताबिक जब से योगी आदित्यनाथ हिंदुत्व के प्रतीक के रूप में उभरे हैं, तो स्वाभाविक है कि शपथ ग्रहण में साधु-संतों की मौजूदगी होगी.
लखनऊ के राजनीतिक विश्लेषक ब्रजेश शुक्ला ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान दो गाने विशेष रूप से लोकप्रिय हुए थे – ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाए हैं” (जो राम को सत्ता में लाए हैं), और ‘आ रहे हैं यूपी में फिर भगवा धारी.’
ब्रजेश शुक्ला ने कहा, ‘गाने शादियों में भी बजाए जाते थे और वे स्पष्ट रूप से प्रतीक थे कि कैसे योगी भगवा (भगवा) के प्रतीक-पुरुष (प्रतीकात्मक) बन गए थे. योगी स्वयं साधु हैं और उन्हीं के बीच रहकर हर माह अयोध्या आते हैं. शपथ ग्रहण 2024 के चुनावों से पहले जनता के लिए एक संदेश भी है, जिसे भाजपा पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीतना चाहती है.’
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं और बूथ स्तर के समर्थकों को निमंत्रण इस बात पर जोर देने के लिए था कि भाजपा उन्हें कितना महत्व देती है.
लाभार्थी, कार्यकर्ता उपस्थित रहें
दिप्रिंट से बात करते हुए, भाजपा नेताओं ने पुष्टि की कि बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के अलावा, जिलों में तैनात प्रवासी (अनिवासी) पार्टी कार्यकर्ता और मोदी और योगी की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी भी समारोह में उपस्थित होंगे. ये प्रवासी पार्टी कार्यकर्ता हैं जिन्हें आम तौर पर कामकाज की निगरानी के लिए दूसरे जिले में भेजा जाता है और इस प्रकार अन्य राज्यों में रहने वाले प्रवासी के समूह से अलग होते हैं, जिन पर पार्टी अपने चुनाव अभियान में ध्यान केंद्रित कर रही थी.
ऐसे समर्थकों और लाभार्थियों की अपेक्षित संख्या के बारे में पूछे जाने पर, यूपी भाजपा के राज्य प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि इकाना स्टेडियम की क्षमता लगभग 75,000 है, लेकिन लाभार्थी आम जनता का हिस्सा होंगे जिन्हें समारोह में आमंत्रित किया गया है.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि 2022 के विधानसभा चुनावों में लाभार्थी बीजेपी के एक प्रमुख वोट बैंक के रूप में उभरे और पार्टी इस इशारे के साथ उनके समर्थन को स्वीकार करना चाहती है.
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लखनऊ में एसपीजी, डीएम ने की बैठक
शपथ ग्रहण समारोह के लिए पीएम मोदी के लखनऊ पहुंचने की खबर के साथ जिलाधिकारी ने मंगलवार को सरकार और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.
अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के अलावा आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के कमांडो कार्यक्रम स्थल पर तैनात रहेंगे और निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि वीवीआईपी और आम जनता के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास केंद्र बनाए जाएंगे.
भाजपा का कहना है कि महत्वपूर्ण विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा
पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि उन्हें शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया जाना बाकी है, भाजपा नेताओं ने कहा कि राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर सभी महत्वपूर्ण विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने दिप्रिंट को बताया कि मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी समेत विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं के अलावा राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा.
2017 में योगी आदित्यनाथ के पिछले शपथ ग्रहण समारोह में, भाजपा शासित राज्यों के सीएम और तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू जैसे एनडीए सहयोगियों द्वारा शासित, शीर्ष भाजपा राष्ट्रीय और राज्य स्तर के नेतृत्व के अलावा भी मौजूद थे.
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