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Saturday, 4 May, 2024
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कर्नाटक संकट : सदन में हंगामा, आज वोटिंग के लिए अड़े स्पीकर बीजेपी नेताओं से मिले

उठापटक से गुजर रही कर्नाटक की राजनीतिक पर संकट अब भी बना हुआ है.

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बेंगलुरू : उठापटक से गुजर रही कर्नाटक की राजनीतिक पर संकट अब भी बना हुआ है. सदन में जेडीएस विधायकों ने हंगामा किया और इस बीच आज ही वोटिंग कराने पर अड़े विधानसभा स्पीकर केआर रमेश ने भाजपा नेताओं सुनील कुमार, बस्वाराज बोम्मई, सीटी रवि और जेडीएस नेताओं एसआर महेश, एचडी रेवन्ना, बांडेप्पा काशेमपुर से अपने चेंबर में मुलाकात की है.

इससे पहले हंगामे के कारण सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया था लेकिन सभी विधायक सदन जमे रहे.

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स्पीकर ने कहा- आज ही लेना पड़ेगा विश्वास मत पर फैसला

इससे पहले दिन में कर्नाटक का नाटक खत्म न होने पर स्पीकर भी सख्त होते दिखे थे. कर्नाटक विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने सोमवार को कहा कि विश्वास मत पर फैसला आज ही लेना होगा. वह इस पर अड़े हुए हैं.

बीजेपी विधायक मधुस्वामी ने जब स्पीकर से कहा कि आज ही विश्वास मत पर फैसला होना चाहिए तब कुमार ने कहा, दोहराइए मत जो कि मैंने शुक्रवार को पहले ही कह दिया है. मैंने पहले ही कहा है कि फैसला आज ही लेना होगा. कुमार ने कहा, ‘मुझे आज नियम पारित करना पड़ेगा. मुझे देरी हुई थी क्योंकि मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेश की जांच कर रहा था… आज अपने भाषणों में यह सुनिश्चित कर लें कि विधानसभा, अध्यक्ष और विधायकों के रूप में आपकी भी छवि है.’

बागी विधायकों को अपने कार्यालय में तलब किया

कर्नाटक में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार के फ्लोर टेस्ट को लेकर अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने बागी विधायकों को मंगलवार सुबह 11 बजे अपने कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया है. वहीं फ्लोर टेस्ट को आज खत्म करने की मांग की याचिक पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया है.

गठबंधन नेताओं की बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग को लेकर याचिका पर उन्हें नोटिस जारी किया गया है. वहीं कर्नाटक में गहराते राजनीतिक संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दो स्वतंत्र विधायकों द्वारा दायर याचिका पर जल्द सुनवाई करने से इनकार कर दिया है, जो आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को खत्म करने के लिए निर्देश देने की मांग कर रहे हैं.

विश्वास मत परीक्षण को लेकर विधानसभा के आसपास सुरक्षा बढ़ाई गई

कर्नाटक विधानसभा में शुक्रवार को कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार के फ्लोर टेस्ट असफल होने के बाद आज यानि सोमवार को फिर से इसकी कार्यवाही तय की गई है. इसको लेकर सोमवार को विधानसभा के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और राजभवन रोड पर पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती की गई है.

वहीं इसको लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों नेताओं ने रविवार को बेंगलुरू में एक साथ विधायक दल की बैठकें कर चुके हैं.

इसके अलावा, विश्वास मत को लेकर भाजपा आज एक और संसदीय दल की बैठक बुलाने वाली है. बेंगलुरू के रामदा होटल में ठहराए गए बीजेपी विधायकों को आज योगा करते हुए देखा गया.

बागी विधायकों को मनाने की कोशिश में, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने रविवार को उन्हें विधानसभा सत्र में भाग लेने की अपील की और समझाने की कोशिश की कि कैसे भाजपा ने कथित रूप से लोकतांत्रिक संस्थाओं को तहस-नहस किया है और ‘इसकी पवित्रता को नष्ट किया है.’

कर्नाटक विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव को लेकर सोमवार को सभी की निगाहें अब दिन की कार्यवाही पर टिकी हुई हैं, विशेष रूप से भाजपा को लेकर जिसने अध्यक्ष केआर रमेश कुमार पर विश्वास मत परीक्षण में उसकी टांग खींचने का आरोप लगाया है.

वहीं इससे पहले विश्वास मत को पूरा करने के लिए शुक्रवार को राज्यपाल वजूभाई वाला द्वारा निर्धारितदो समय सीमा को पूरा करने में विधानसभा विफल रही थी. उसके बाद, मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने सरकार को राज्यपाल के निर्देश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में कहा कि यह अदालत द्वारा निर्धारित कानून का उल्लंघन है.

दूसरी ओर, कर्नाटक के दो निर्दलीय विधायकों ने रविवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है और सोमवार शाम 5 बजे से पहले राज्य विधानसभा में फ्लोर टेस्ट खत्म करने के निर्देश देने की मांग की है.

13 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार इस महीने की शुरुआत में कई असंतुष्ट विधायकों के इस्तीफे के बाद अल्पमत में आ गई थी. तेरह कांग्रेस और जेडी (एस) के तीन विधायकों सहित सत्तारूढ़ गठबंधन के सोलह विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था.

गौरतलब है कि एक नामित सदस्य सहित विधानसभा में कुल 225 सदस्य हैं. किसी भी दल को आधी संख्या के लिए 113 विधायक चाहिए होते हैं.

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