चेन्नई: तमिलनाडु में सीट बंटवारे को लेकर कई दौर की बातचीत के बाद सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अपनी सहयोगी भाजपा को 20 सीटें और कन्याकुमारी लोकसभा सीट आवंटित किया है.
अन्नाद्रमुक ने चुनाव के लिए शुक्रवार को अपने छह उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के बाद भाजपा के साथ देर रात चुनावी समझौते को अंतिम रूप दिया.
अन्नाद्रमुक ने एक विज्ञप्ति में भाजपा के उम्मीदवारों का चुनाव में पूर्ण समर्थन का संकल्प जताया. इस संबंध में सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से ओ पनीरसेल्वम और के पलानीस्वामी तथा भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि और प्रदेश इकाई के प्रमुख एल मुरुगन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए.
कुछ दिन पहले अन्नाद्रमुक ने पट्टल मक्कल काची (पीएमके) के साथ सीटों के तालमेल को लेकर समझौता किया था और उसे 23 सीटें दी थीं.
सूत्रों ने बताया कि अन्नाद्रमुक राज्य में 234 विधानसभा सीटों में से कम से कम 170 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. इसमें 134 ऐसी सीटें भी हैं जिस पर पार्टी ने 2016 के चुनाव में जीत हासिल की थी.
भाजपा के शीर्ष नेता अमित शाह और अन्नाद्रमुक के पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम के बीच शुरू हुई वार्ता को रवि और तमिलनाडु के लिए चुनाव प्रभारी जी किशन रेड्डी ने आगे बढ़ाया.
भाजपा की नजर तमिलनाडु के पश्चिमी हिस्से के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों पर है जिसे अन्नाद्रमुक का मजबूत गढ़ माना जाता है और कुछ क्षेत्रों में भगवा पार्टी का भी प्रभाव है.
शाह ने हाल में तमिलनाडु और पुडुचेरी का दौरा किया था और जनसभाओं को संबोधित किया था. वह सात मार्च को कन्याकुमारी का दौरा करने वाले हैं और एक रोडशो करेंगे.
कन्याकुमारी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस नेता एच वसंतकुमार का पिछले साल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया था.
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