नई दिल्ली: प्रयागराज की एक अदालत द्वारा गैंगस्टर अतीक अहमद को उम्रकैद की सज़ा सुनाए जाने के बाद उमेश पाल के परिवार ने कहा कि वो अदालत के फैसले से संतुष्ट हैं और उन्होंने अतीक़ को फांसी की सज़ा देने की भी मांग की है.
फैसले के बाद उमेश पाल की पत्नी जया देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘अभी के फैसले से हम संतुष्ट हैं. मेरे पति की हत्या के लिए अतीक अहमद को मौत की सजा दी जानी चाहिए. हम न्याय चाहते हैं और मैं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से हमारी मदद करने का अनुरोध करती हूं. अगर वह और उसका भाई बच गए तो यह हमारे और समाज के लिए समस्या होगी.’
वहीं, उमेश पाल की मां शांति देवी ने अपने बेटे को फाइटर बताते हुए अदालत से अतीक को फांसी की सजा देने की मांग को दोहराया.
उन्होंने कहा, ‘मेरे बेटे का अपहरण हुए 18 साल हो चुके हैं. वह एक फाइटर था. मुझे कोर्ट पर भरोसा है. उसे (अतीक अहमद को) मेरे बेटे के अपहरण के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी लेकिन उसे मेरे बेटे की हत्या के लिए मौत की सजा दी जानी चाहिए. मुझे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर पूरा भरोसा है.’
गौरतलब है कि मंगलवार को प्रयागराज की एक सांसद/विधायक अदालत ने अतीक और तीन अन्य को बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह वकील उमेश पाल के अपहरण का दोषी ठहराया. उमेश पाल की 24 फरवरी 2006 को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
कोर्ट ने अहमद और तीन अन्य को आजीवन कारावास और उमेश पाल के परिवार को एक लाख रुपये मुआवजा देने की सज़ा सुनाई है. तीनों पर पांच-पांच हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है.
सरकार का रुख
उधर, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अतीक अहमद को सजा मिलने के बाद कहा कि उनकी सरकार ड्राइव चलाकर अपराधियों का सफाया कर रही है और कोर्ट से गुहार लगाई जा रही है कि हर अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिले.
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