नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक अदालत द्वारा जमानत दिए जाने के कुछ घंटों बाद, शिवसेना सांसद संजय राउत को बुधवार को जेल से रिहा कर दिया गया. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राउत पिछले तान महीनों से जेल में थे.
सेंट्रल मुंबई की आर्थर रोड जेल से जमानत पर रिहा हुए राउत वहां से अपना भगवा स्कार्फ लहराते हुए बाहर निकले, जिनका भव्य स्वागत करने के लिए बड़ी तादाद में उद्धव ठाकरे धड़े के शिवसैनिक मौजूद थे. शिवसैनिकों की भीड़ को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतिजाम किए हैं.
इससे पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने धनशोधन से जुड़े मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को एक विशेष अदालत से मिली जमानत पर तत्काल रोक लगाने से बुधवार को इनकार कर दिया था.
विशेष अदालत ने राउत और एक अन्य आरोपी प्रवीण राउत की जमानत दिन में मंजूर कर ली थी और शुक्रवार तक इस जमानत आदेश पर रोक का प्रवर्तन निदेशालय का अनुरोध ठुकरा दिया था.
इसके बाद ईडी ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाकर जमानत आदेश पर अंतरिम रोक लगाने का अनुरोध किया था.
जस्टिस भारती डांगरे की एकल बेंच ने यह कहते हुए तत्काल रोक लगाने से इनकार कर दिया था कि जब जमानत मंजूर की जा चुकी है तो वह दोनों पक्षों को सुने बिना ऐसी रोक नहीं लगा सकती. अदालत ने कहा कि वह इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई करेगी.
उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ने संजय राउत को जमानत दिए जाने के बाद बुधवार को कहा था कि ‘शेर लौट आया है.’
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की प्रवक्ता सुषमा अंधारे ने कहा कि जब तक पार्टी में संजय राउत जैसे नेता हैं, उसे कोई डर नहीं है. पार्टी की उप नेता ने कहा, ‘टाइगर इज बैक (शेर लौट आया है).’
राज्यसभा सदस्य राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने इसी साल 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता रोहित पवार ने एक बाघ के पिंजड़े से छोड़े जाने का वीडियो ट्वीट किया और राउत को टैग किया. उन्होंने कहा कि सच की जीत हुई है.
संजय राउत के भाई और विखरोली से विधायक सुनील राउत ने कहा, ‘जनता का आशीर्वाद संजय राउत के साथ था. वह फिर से पार्टी के लिए काम करना शुरू करेंगे ताकि विधान सभा पर भगवा लहराए.’
भाषा के इनपुट के साथ
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