शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित साप्ताहिक स्तंभ में उसके कार्यकारी संपादक राउत ने भाजपा की ‘धर्म केन्द्रित’ राजनीतिक रणनीति की आलोचना करते हुए अरविन्द केजरीवाल नीत दिल्ली सरकार के विकास कार्यों की तारीफ की है.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान अपराजेय लग रही भाजपा दिल्ली में ‘ताश के पत्तों’ की तरह ढह गई.
बेहद व्यंग्यात्मक टिप्पणी में राउत ने कहा, ‘कोई देश बिना धर्म के नहीं है, लेकिन धर्म का अर्थ देशभक्ति नहीं है… भगवान हनुमान का भक्त केजरीवाल दिल्ली में ‘राम राज्य’ ले आया जबकि भाजपा ने तो भगवान राम को लगभग चुनाव मैदान में उतार ही दिया था.’
इस चुनाव से सीख लेने की बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘दिल्ली की तस्वीर कुछ यूं थी, हनुमान भक्त केजरीवाल और दिल्ली की जनता बन गई थी राम… राम मजबूती से हनुमान के साथ खड़े रहे.’
राउत ने सवाल किया, भाजपा नेताओं ने पहले कहा था कि जो भगवा पार्टी को वोट नहीं देगा वह देशद्रोही होगा, तो क्या पूरी दिल्ली पर यह मुहर लगने वाली है?
उन्होंने कहा, ‘दिल्ली के परिणाम ऐसे संकेत हैं कि अब मोदी-शाह अपराजेय नहीं रहे. यह इंगित करता है कि मतदाता बेईमान नहीं हैं. राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक तूफान उठाया गया लेकिन मतदाता उसमें नहीं उड़े.’
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि लोगों को अब इस ‘मिथक’ से बाहर निकल आना चाहिए कि सिर्फ मोदी और शाह ही चुनाव जीत सकते हैं.
हालिया अंतरराष्ट्रीय यात्रा के अनुभव साझा करते हुए राउत ने कहा कि ताशकंद हवाई अड्डे पर वर्षों से वहां रह रहे दो भारतीयों ने कहा कि ‘भाजपा का बुलबुला अब फूट रहा है.’ शिवसेना नेता ने कहा, ‘भगवान राम भी पार्टी को चुनाव जीतने में मदद नहीं कर रहे हैं.’
मुंबई: शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों को देखते हुए कहा है कि इससे संकेत मिलता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपराजेय नहीं हैं.