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Friday, 29 March, 2024
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J&K को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना, जमीन का अधिकार हमारी पार्टी का एजेंडा होगा- गुलाम नबी आजाद

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और वरिष्ठ पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मु में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी का नाम और झंडा कश्मीर के लोग तय करेंगे.

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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और वरिष्ठ पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मु में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी का नाम और झंडा कश्मीर के लोग तय करेंगे.

उन्होंने बताया कि अभी तक उनकी पार्टी का नाम और झंडा तय नहीं हुए है लेकिन इसकी प्रक्रिया जारी है.

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का नाम ना उर्दु में होगा, ना हिंदी में होगा बल्कि वो ‘हिन्दुस्तानी भाषा’ में होगा. आजाद ने कहा, ‘मैं अपनी पार्टी को एक हिंदुस्तानी नाम दूंगा जिसे हर कोई समझ सके.’

उन्होंने पार्टी के एजेंडे के बारे में बताया कि उनका दल पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने, जमीन का अधिकार और मूल निवासी को रोजगार देने पर ध्यान देगी.

आजाद ने जम्मू के सैनिक कॉलोनी में एक जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद पहली जनसभा को संबोधित किया है.

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह जल्द ही एक नई पार्टी शुरू करेंगे. उन्होंने कहा कि पहली इकाई जम्मू-कश्मीर में होगी जहां चुनाव होने हैं.

कांग्रेस पर निशाना

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमारे खून से बनाई गई थी, कंप्यूटर से नहीं, ट्विटर से नहीं. लोग हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनकी पहुंच कंप्यूटर और ट्वीट तक सीमित है. यही कारण है कि कांग्रेस कहीं भी धरातल पर नजर नहीं आ रही है.

कांग्रेस के लोग अब बसों में जेल जाते हैं, वे डीजीपी, कमिश्नरों को बुलाते हैं, अपना नाम लिखवाते हैं और एक घंटे के भीतर निकल जाते हैं। यही वजह है कि कांग्रेस आगे नहीं बढ़ पा रही है.

उन्होंने फारुख अब्दुल्ला की तारीफ की कि वो अपने मुद्दों पर अड़े रहे और उनको उठाते रहे.

आजाद ने कहा कि मैंने किसी को कांग्रेस पार्टी ने इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा था.

उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ हूं. अभी मैं मुख्यमंत्री या कोई मंत्री नहीं हूं. मैं सिर्फ एक इंसान हूं. पिछले एक हफ्ते में कई लोगों ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर मेरा समर्थन किया है.’

73 वर्षीय नेता ने पार्टी की जम्मू-कश्मीर यूनिट में एक पद को खारिज करने के कुछ दिनों बाद कांग्रेस से अपना इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने नियुक्तियों के लिए उनकी सिफारिशों को नजरअंदाज किया था. उनके समर्थन में कांग्रेस के अन्य नेताओं ने पार्टी की जम्मू और कश्मीर इकाई से इस्तीफा दे दिया था.

आजाद के समर्थन में पूर्व उप मुख्यमंत्री, आठ पूर्व मंत्री, एक पूर्व सांसद, नौ विधायक और बड़ी संख्या में पंचायती राज संस्थान के सदस्यों, नगर निकाय पार्षदों और जमीनी कार्यकर्तओं ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था.

अपने इस्तीफे में आजाद ने कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी ने पार्टी में ‘चर्चा संस्कृति’ को खत्म कर दिया.

उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा था, ‘राहुल गांधी के राजनीति में आने के बाद और खासतौर से जनवरी 2013 के बाद, जब उन्हें आपके (सोनिया गांधी) द्वारा उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था, तो उन्होंने पूरे परामर्श तंत्र को ध्वस्त कर दिया था.’


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