नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने से जुड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद शनिवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब उसे ‘चीन के कब्जे’ का सत्य भी स्वीकार कर लेना चाहिए.
कांग्रेस और राहुल गांधी चीन के साथ सीमा पर तनाव की स्थिति से निपटने के सरकार के तौर-तरीकों को लेकर उसकी अक्सर आलोचना करते आ रहे हैं.
राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘अब चीनी कब्ज़े का सत्य भी मान लेना चाहिए.’
उधर, भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में संघर्ष के अन्य क्षेत्रों से सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के मद्देनजर जल्द ही किसी तारीख पर अगले दौर की सैन्य स्तर की वार्ता आयोजित करने पर बृहस्पतिवार को सहमति व्यक्त की.
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, सीमा मामलों पर विचार विमर्श एवं समन्वय संबंधी कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की डिजिटल माध्यम से आयोजित बैठक में दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति के संबंध में ‘स्पष्ट एवं गहराई’ के साथ चर्चा की और पिछली सैन्य स्तर की वार्ता के बाद के घटनाक्रम की समीक्षा की.
यह भी पढ़ें: सरकार ने क़ानून रद्द किए, अब कृषि संकट के समाधान किसानों को सुलझाने हैं: कृषिशास्त्री एसएस जोहल