लखनऊ : गांधी जयंती के मौके पर कांग्रेस की यूपी इंचार्ज प्रियंका गांधी ने लखनऊ में बुधवार को पैदल मार्च निकाला. यूं तो इस मार्च का नाम शांति मार्च दिया गया था लेकिन इस दौरान बलात्कार के आरोप में घिरे पूर्व गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद और विधायक कुलदीप सेंगर के बहाने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगे. अपने इस दौरे के जरिए प्रियंका ने कांग्रेसियों को इन दोनों मुद्दों को जोर-शोर से उठाने का संदेश दे दिया.
प्रियंका गांधी ने पैदल मार्च के दौरान मीडिया से कहा ‘प्रदेश में महिलाओं के साथ अन्याय और अत्याचार हो रहा है. जिस तरह से योगी सरकार चिन्मयानन्द को बचा रही है और पीड़िता को प्रताड़ित कर रही है वह निश्चित ही चिंता का विषय है. कांग्रेस यूपी में बच्चियों एवं महिलाओं के सम्मान के लिए सड़क पर एक लम्बा संघर्ष करेगी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार को इस विषय पर हर तरह से घेरने का काम करेगी. यूपी में एक नई संस्कृति का जन्म हो गया है जिसमें अपराधी अपराध करने के बाद मजे में रहते हैं और पीड़िता/पीड़ित सरकार द्वारा दण्डित किये जाते हैं और सरकार द्वारा उनकी आवाज दबा दी जाती है.
उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से एक रसूखदार व्यक्ति पर सत्ता के करीबी होने के कारण बलात्कार का मुकदमा तक दर्ज नहीं होता और उल्टे पीड़िता को ही जेल भेज दिया जाता है वह शर्मनाक है. हमें प्रशासन ने बोलने की अनुमति नहीं दी है, लेकिन कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा. प्रियंका ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य के मार्ग पर चलने का आदेश दिया था. बीजेपी (BJP) पहले सत्य के पथ पर चले फिर बात करे.
बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार को चिन्मयानंद केस में पीड़ित छात्रा के समर्थन में शाहजहांपुर से लखनऊ तक पदयात्रा निकालने का ऐलान किया था. पुलिस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, विधानमडल दल के नेता अजय लल्लू समेत 100 से अधिक कांग्रेसियों को गिरफ्तार लिया था. अजय लल्लू ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘न्याय की आवाज को दबाया नहीं जा सकता. कांग्रेस हक की आवाज को हमेशा उठाती आई है, अब हम मौन विरोध करेंगे.’
कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव त्यागी ने कहा कि कांग्रेस सोनभद्र नरसंहार, उन्नाव रेप काण्ड के बाद अब चिन्मयानंद यौन शोषण प्रकरण को लेकर मैदान में हैं. प्रियंका गांधी ने सोनभद्र नरसंहार के दौरान भी सड़क पर उतर कर संघर्ष किया था. इसी कारण सीएम योगी को भी सोनभद्र जाना पड़ा था. राजीव के मुताबिक ये ‘प्रियंका प्रेशर’ का असर है कि चिन्मयानंद को अस्पताल से छुट्टी कराकर जेल भेजना पड़ा.
अखिलेश ने भी साधा सरकार पर निशाना
सरकार के लिए बापू की जयंती जहां स्वच्छता का संदेश देने का सहारा बनी है, वहीं विपक्ष के लिए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की लाठी. बुधवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी गांधी जयंती के मौके पर रामधुन कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा महात्मा गांधी, भीमराव अंबेडकर, डॉ. लोहिया और स्वामी विवेकानंद को अपनाने की राजनीति अपने बुरे कामों को छिपाने के लिए कर रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन प्रशासन और चुनाव आयोग निष्पक्ष हो जाएगा, उसी दिन समाजवादी पार्टी और विपक्ष जीतने लगेगा.
आजम खां का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि रामपुर में जिन अधिकारियों ने मुकदमे लगाए हों और भाजपा को चुनाव जिताने का संकल्प लिया हो. उनकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी. कम से कम आज जब वे लोकतंत्र देने वाले राष्ट्रपिता को याद कर रहे हैं, चुनाव आयोग यह उदाहरण पेश करे कि वह निष्पक्ष है.