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Saturday, 21 December, 2024
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ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश का नया प्रदेशाध्यक्ष बनाने के लिए छिड़ा पोस्टर वॉर

भोपाल, ग्वालियर सहित शिवपुरी में भी सिंधिया को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाने की मांग उठ रही है. सिंधिया समर्थकों ने कई जगह होर्डिंग भी लगा दिए हैं.

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भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ पत्र लिखने का सिलसिला जारी है तो दूसरी तरफ पोस्टर लगाए जा रहे हैं. जुबानी जंग पर थोड़ा विराम जरूर लगा है. पार्टी हाईकमान द्वारा दो दिन पहले जारी दिशानिर्देश के बाद नेताओं की बयानबाजी पर तो थोड़ा विराम लग गया, लेकिन इस बीच तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने गुरुवार रात सोनिया गांधी को पत्र लिख दिया. पत्र में उन्होंने नेताओं की बयानबाजी से राज्य की सरकार और कांग्रेस को हो रहे नुकसान का जिक्र किया है. उन्होंने बयानबाजी करने वालों पर कार्रवाई की मांग कर डाली है.

इस बीच, भोपाल में सिंधिया के समर्थन में पोस्टर लगाए गए. ग्वालियर में भी सिंधिया को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाने की मांग उठी. शिवपुरी में सिंधिया समर्थकों ने होर्डिंग लगा दिया है. इस होर्डिंग में मुख्यमंत्री कमलनाथ से सिंधिया को लेकर सात सवाल पूछे गए हैं. यह होर्डिग सिंधिया समर्थक शहर इकाई के अध्यक्ष शैलेंद्र टेड़िया ने माधव चौक पर लगाया है.

सूत्रों के अनुसार, पार्टी हाईकमान के निर्देश के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थकों से प्रदेशाध्यक्ष के मुद्दे पर किसी भी तरह के आयोजन पर रोक की हिदायत दी थी.

पोस्टरबाजी पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को कहा, ‘हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है. पोस्टर लगाने का अधिकार है. इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.’

उल्लेखनीय है कि राज्य कांग्रेस के भीतर यह राजनीतिक तूफान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा मंत्रियों को लिखे गए पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से उठा है. वन मंत्री उमंग सिंघार ने इस पत्र को लेकर दिग्विजय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया को पत्र लिख डाला. प्रतिक्रिया में सिंघार के खिलाफ हमले शुरू हो गए, उनका पुतला दहन किया गया. यही नहीं, सिंघार और सिंह के बीच इस विवाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कूद पड़े. उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस मामले में दखल का आग्रह किया.

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