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Friday, 19 April, 2024
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75% से अधिक MP, मंत्री और CM कोविड टीके की प्राथमिकता सूची के पात्र, सबकी उम्र 50 से ज्यादा

पीएम मोदी ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी लेकिन अधिकांश सांसदों और सीएम की उम्र उन्हें प्राथमिकता के दायरे में रखती है.

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नई दिल्ली: भारत सरकार इस सप्ताह कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम को लागू करने की तैयारी कर रही है और स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स, 50 वर्ष से ऊपर के लोगों और फिर कम उम्र के ऐसे लोग जिनको एक साथ कई रोग हैं, को प्राथमिकता देने के लिए तैयार है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों को अपने संबोधन में बताया कि पहले दो राउंड में जिन तीन करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना था, वे स्वास्थ्यकर्मी होंगे. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मेरा व्यक्तिगत सुझाव है कि … पहले कोरोना योद्धा और दूसरा फ्रंटलाइन वर्कर्स होने चाहिए.’ इन दोनों श्रेणियों में लगभग तीन करोड़ लोग हैं जिन्हें मुफ्त में वैक्सीन मिलेगी.

अन्य दो समूह- 50 से अधिक आयु वाले और कम उम्र वाले लोग- कुल टीकाकरण के लिए लोगों की संख्या को 30 करोड़ तक ले जाएंगे.

हालांकि मोदी ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधि प्राथमिकता समूहों में नहीं होंगे, परंतु दिप्रिंट द्वारा किये भारतीय सांसदों, मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों से संबंधित आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि उनमें से 75 प्रतिशत से अधिक 50 वर्ष से अधिक आयु के हैं और इस तरह, टीकाकरण कार्यक्रम के लिए प्राथमिकता सूची में ये राजनेता खुद-ब-खुद शामिल होंगे.


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लोक सभा और राज्य सभा सांसद

संसद के दोनों सदनों- लोक सभा में 72 प्रतिशत (389 सदस्य) और राज्य सभा (200 सदस्य) में 80 प्रतिशत से अधिक सांसद 50 वर्ष से अधिक आयु के हैं. इसका मतलब यह है कि सभी सांसदों में से तीन-चौथाई पहली बार में टीका लगाने के लिए पात्र हैं.

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पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार राज्य सभा के सबसे बुज़ुर्ग सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, जो 88 वर्ष के हैं, उनके बाद एक और पूर्व पीएम, एच.डी. देवेगौड़ा (87) हैं. सुखदेव सिंह ढींडसा (84), वायलार रवि (83), सुब्रमण्यम स्वामी (81) और ए.के. एंटनी (80) सदन के अन्य वरिष्ठतम सदस्यों में से हैं. राज्य सभा की सबसे युवा सदस्य ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एम.सी. मैरी कॉम, जो 37 साल की हैं.

लोक सभा में शफिकुर रहमान बर्क (90) सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं. समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (81) सदन में एक अन्य वरिष्ठ सदस्य हैं, जबकि सबसे कम उम्र की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी आंध्र प्रदेश के अराकू से गोदेती माधवी हैं, जो 28 वर्ष की हैं.


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मोदी सरकार के मंत्री

नरेंद्र मोदी सरकार के 21 कैबिनेट मंत्रियों में से अधिकतर (95 प्रतिशत) 50 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, एकमात्र अपवाद स्मृति ईरानी हैं.

सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत सबसे वरिष्ठ (72) हैं, उनके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पर्यावरण और सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (दोनों 68) हैं.

स्वतंत्र प्रभार वाले नौ राज्य मंत्रियों में से सात 50 से अधिक हैं. और अन्य राज्य मंत्रियों के बीच, 82.6 प्रतिशत (23 में से 19) भी प्राथमिकता सूची में होंगे, जिसमें 71 वर्षीय सोम प्रकाश (वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय), 69 वर्षीय जनरल वी.के. सिंह (सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय) और 69 वर्षीय रतन लाल कटारिया (जल शक्ति मंत्रालय एवं सामाजिक न्याय) शामिल हैं.

इनमें से कुछ मंत्री- गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, संसदीय मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, आयुष मंत्री श्रीपाद नाइक और कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी कोविड से ग्रस्त होकर ठीक भी हो चुके हैं.


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मुख्यमंत्री

भारत में 28 राज्य के साथ और दो केंद्र शासित प्रदेशों में मुख्यमंत्री हैं और इन 30 में से 23 (76.6 प्रतिशत) 50 वर्ष की आयु से ऊपर हैं.

कर्नाटक के बी.एस. येदियुरप्पा 77 साल की उम्र में सबसे बुजुर्ग सीएम हैं, जबकि सबसे कम उम्र अरुणाचल प्रदेश के पेमा खांडू हैं, जो 41 साल के हैं.

पहले से ही कोविड-19 पॉजिटिव हो चुके मुख्यमंत्रियों में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा शामिल हैं.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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