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Friday, 22 November, 2024
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विपक्ष के निशाने पर मोदी सरकार, राहुल बोले- इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण खोखला और दिशाहीन

गृहमंत्री शाह ने कहा, यह बजट मोदी सरकार के भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प को आगे बढ़ाएगा.

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नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में मोदी सरकार 2.0 का बजट पेश कर दिया है. इसके बाद विपक्ष ने पीएम मोदी और वित्तमंत्री सीतारमण को आड़े हाथों लिया है. जबकि गृहमंत्री अमित शाह ने बजट पर कहा, मोदी सरकार ने कर प्रणाली को युक्तिसंगत बनाने, बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने, बैंकिंग प्रणाली को मजबूत करने, निवेश को बढ़ावा देने और व्यापार करने में आसानी के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं, जो मोदी सरकार के भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प को आगे बढ़ाएगा.

कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष नेता राहुल गांधी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘बजट में बेरोजगारी का कोई हल नहीं निकाला गया. यह बजट दिशाहीन है.’

उन्होंने आगे कहा कि वित्तमंत्री भटक गई हैं. वित्तमंत्री ने दो घंटे से ज्यादा बोला और कई बातें दोहराई. यही सरकार की नीति है बस बोलते जाओ.’


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वहीं तिरुवनंतपुरम से सांसद व कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, इस बजट में एक अच्छी चीज शायद आयकर में दी गई छूट हो सकती है. 12.5 लाख के नीचे की आय वाले माध्यमवर्गीय परिवारों को इससे राहत मिलेंगी. इसके अलावा बजट में कुछ खास नहीं है. थरूर ने कहा कि यह बजट निराश करने वाला है, शायद यही वजह है कि संसद में भाजपा की तरफ से भी बजट पर ताली बजाने वाला कोई नहीं था.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पेश किए गए आम बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि इसमें अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोई योजना नहीं है. गहलोत ने ट्वीट किया, ‘अपेक्षा थी कि इस बहुप्रतीक्षित बजट में वित्तमंत्री अर्थव्यवस्था को बल देने के लिए कुछ वास्तविक कदमों की घोषणा करेंगी लेकिन यह बहुत ही निराशाजक और प्रभावहीन (बजट) रहा.’

गहलोत ने लिखा है, ‘इतने लंबे भाषण के बावजूद, इसमें आर्थिक मंदी के कारण उत्पन्न चुनौतियों/मुद्दों पर ध्यान देने तथा अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोई पुख्ता योजना नहीं है.’

केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ‘ इसमें सिर्फ ‘बेकार’ की बातें हैं और यह लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं करता.’

वित्तमंत्री द्वारा पेश बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि इसमें ‘लोगों की दिक्कतें’ दूर करने के लिए कुछ नहीं किया गया.

उन्होंने ट्वीट किया,’ सिर्फ बेकार की बातें और जुमले हैं. इसमें लोगों की दिक्कतें दूर करने, बढ़ती बेरोजगारी, गांवों में मजदूरी भुगतान संकट, परेशान किसानों की आत्महत्या करने जैसी समस्याओं का कोई ठोस समाधान नहीं है.’

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, इस बजट ने देश के किसानों और नौजवानों को निराश किया है. उप्र की जहां सरकार खुद स्वीकार करती है कि नई पीढ़ी सबसे ज्यादा है.लेकिन नई पीढ़ी के सपनों को पूरा करने के लिए क्या है इनके पास. कहां है नौकरी और इन्वेस्टमेंट.


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दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, इस बजट में दिल्ली के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है. दिल्ली राज्य भाजपा की प्राथमिकता में आता ही नहीं है. तो फिर दिल्ली वाले भाजपा वोट क्यों ​दे. जब भाजपा चुनाव से पहले ही दिल्ली को निराश कर रही है तो चुनाव के बाद कैसे अपने वादे निभाएंगी.

उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा इस बजट के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देता हूं. यह विकास उन्मुख और किसान-समर्थक बजट है. यह बजट अर्थव्यवस्था को और मजबूत करेगा.

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