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Monday, 23 December, 2024
होमराजनीतिबिहार चुनाव‘जिन्ना की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं’- कांग्रेस ने बिहार में अपने प्रत्याशी मस्कूर उस्मानी का बचाव किया

‘जिन्ना की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं’- कांग्रेस ने बिहार में अपने प्रत्याशी मस्कूर उस्मानी का बचाव किया

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि एएमयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष उस्मानी के खिलाफ जिन्ना विवाद उपजना भाजपा की ‘हेट फैक्टरी’ की कारस्तानी है.

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नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी बिहार चुनाव में अपने प्रत्याशी और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मस्कूर उस्मानी के बचाव में आगे आई है, जिन पर पिछले सप्ताह भाजपा ने ‘जिन्ना समर्थक’ होने का आरोप लगाया था.

उस्मानी मई 2018 में एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष थे, जब वह विश्वविद्यालय परिसर में मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो लगाए जाने को लेकर विवादों में घिर गए थे.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपनी ‘हेट फैक्टरी’ के तहत यह सारा विवाद खड़ा करने के लिए भाजपा पर हमला बोला है. सुरजेवाला ने शनिवार को पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उस्मानी का जिन्ना की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है.

सुरजेवाला ने कहा, ‘जाले निर्वाचन क्षेत्र से महागठबंधन के उम्मीदवार (मस्कूर उस्मानी) का जिन्ना की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है. यह (आरोप) एक बहुत बड़ा झूठ है. जब वह एएमयू में छात्र थे तभी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर एएमयू से जिन्ना का चित्र हटाने की अनुमति मांगी थी, साथ ही बाम्बे हाईकोर्ट और संसद से भी उनकी तस्वीर हटाने का आग्रह किया था.

कांग्रेस पार्टी ने उस्मानी को बिहार विधानसभा चुनावों में दरभंगा जिले के जाले निर्वाचन क्षेत्र से महागठबंधन प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारने की घोषणा की है.

हालांकि, पार्टी की घोषणा के एक दिन बाद ही भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने ‘जिन्ना का समर्थन’ करने वाले किसी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाने के लिए कांग्रेस को घेरा.


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मुझे कुछ हुआ तो एनडीए जिम्मेदार होगा: उस्मानी

भाजपा के हमले के बाद जाले से उम्मीदवार उस्मानी ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा कि यदि उन्हें शारीरिक तौर पर कोई क्षति पहुंची तो इसके लिए एनडीए जिम्मेदार होगा.

उन्होंने अपना पत्र ट्विटर पर साझा भी किया जिसमें लिखा है, ‘मुझे निशाना बनाने और आगामी चुनाव प्रभावित करने की कोशिश में कल से विभिन्न समाचार चैनलों में कई झूठी और आपत्तिजनक रिपोर्ट चल रही हैं. मैं मीडिया घरानों के खिलाफ तो मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा लेकिन इन खबरों ने मेरी जान खतरे में डाल दी है. मेरे शुभचिंतकों ने आगाह किया है कि चुनाव के दौरान मुझे निशाना बनाया जा सकता है.’

उन्होंने आगे जोड़ा, ‘अगर भविष्य में ऐसा होता है, तो एनडीए को जिम्मेदार ठहराया जाएगा. इसलिए मेरा आग्रह है कि मामले को गंभीरता से लिया जाए और मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए.’

गौरतलब है कि 2018 में विश्वविद्यालय परिसर में मोहम्मद अली जिन्ना के चित्र को लेकर एएमयू में खासा विवाद हो गया था. कैंपस में हिंसा भड़क उठी थी, जिसके बाद अलीगढ़ से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने यूनिवर्सिटी के वीसी को पत्र लिखकर उक्त चित्र पर आपत्ति जताई थी.

उस्मानी उस समय एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष थे.

छात्रसंघ ने कहा था कि विश्वविद्यालय में जिन्ना का चित्र 1938 से लगा हुआ है, जब उन्हें उस समय के कई अन्य नेताओं के साथ छात्रों के संघ की मानद सदस्यता दी गई थी.

उस्मानी ने शुक्रवार को दिप्रिंट को बताया था कि उन्होंने इस विवाद के बाद पीएम मोदी को बाम्बे हाईकोर्ट के साथ-साथ संसद में भी इसी तरह के चित्र लगे होने के बाबत लिखा था लेकिन उस पर कोई जवाब नहीं मिला.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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