नई दिल्ली : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में 12 जून को होनी वाली बैठक टलने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बैठक में सभी दलों के प्रमुखों की आने की बात कही है और इस बैठक में कांग्रेस की ओर से प्रतिनिधि भेजने पर ऐतराज जताया और बैठक अगली तारीख को फिर से तय करने की बात कही. उन्होंने ये बातें भागलपुर में निर्माणधीन पुल के गिरने को लेकर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, ‘विपक्षी दलों की 12 जून को होने वाली बैठक को टाल दिया गया है. बैठक में सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों को आना था, यह सही नहीं है कि किसी दल का कोई अन्य प्रतिनिधि आए. इसलिए हमने कांग्रेस पार्टी से बात की है कि उनके प्रमुख को आना चाहिए. बैठक की नई तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी.’
नीतीश का यह बयान तब सामने आया है जब कांग्रेस ने पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में अपने किसी प्रतिनिधि को भेजने की बात कही.
#WATCH | Opposition meeting to be held on June 12 has been postponed. Heads of all political parties were supposed to come to the meeting, it's not right if any other representative will come. So we've asked Congress party that the head of the party should come. New date of the… pic.twitter.com/Tg5kh63Isj
— ANI (@ANI) June 5, 2023
एक रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को ‘पहले से तय कार्यक्रम’ की वजह से बैठक में शामिल होने में असमर्थता जताई थी. पार्टी ने भरोसा दिया था कि वह अपने किसी प्रतिनिधि को भेजेगी. अन्य विपक्षी दल के नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई और टिप्पणी की कि विपक्ष की पहली बैठक सभी पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के बिना नहीं की जा सकती है.
गौरतलब है कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों के बीच एकता कायम करने के उद्देश्य से कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और वाम दलों के अलावा कई क्षेत्रीय दलों से बातचीत करने की पहल की है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्षी दलों के प्रमुख उपलब्ध नहीं
गौरतलब है कि विपक्षी दलों की पटना में 12 जून को होने वाली बैठक टाल दी गई है. सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी थी. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कुछ अन्य प्रमुख विपक्षी नेता बैठक के लिए अनुपलब्ध हैं, ऐसे में मुख्य विपक्षी दल के साथ परामर्श कर इसे (बैठक को) बाद की तारीख पर करने का विचार है, ताकि वे भी इसमें भागीदारी कर सकें.
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और द्रमुक मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन भी अपने-अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के चलते 12 जून की बैठक में शरीक होने में कठिनाई महसूस कर रहे थे.
राहुल अभी अमेरिका की यात्रा पर हैं.
नीतीश ने हाल ही में राहुल और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार सहित कई दलों के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें की हैं.
कांग्रेस ने कही थी पटना की बैठक में हिस्सा लेने की बात
वहीं इससे पहले कांग्रेस ने कहा था कि वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पटना में 12 जून को बुलाई गई बैठक में जरूर भाग लेगी, लेकिन इसमें पार्टी की तरफ से कौन शामिल होगा, इसका फैसला पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य नेताओं पर छोड़ दिया गया था.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं से कहा था कि 12 जून की बैठक में कांग्रेस जरूर भाग लेगी. कांग्रेस की तरफ से कौन जाएगा, इस बारे में जानकारी अभी नहीं दे सकता. इस पर कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य नेता चर्चा करेंगे और 12 जून से पहले इसकी जानकारी मिल जाएगी.’
उल्लेखनीय है कि जनता दल (यूनाइटेड) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पिछले कुछ महीनों से विपक्षी एकजुटता का प्रयास कर रहे हैं. इस प्रयास के तहत वह कांग्रेस अध्यक्ष खरगे समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं.
नीतीश ने इसी प्रयास के तहत 12 जून को पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई थी, लेकिन अभी समन्वय न बन पाने से इस बैठक को टाल दिया गया है.
भागलपुर में निर्माणाधीन पुल गिरने पर बोले नीतीश
वहीं, बिहार के भागलपुर में निर्माणाधीन पुल के गिरने पर नीतीश कुमार ने कहा, ‘कल जो पुल गिरा है वह पिछले साल भी टूट गया था. मैंने अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसका निर्माण ठीक से नहीं हो रहा है, जिस वजह से यह बार-बार ढह रहा है. विभाग इसे देखेगा और कार्रवाई करेगा.’
नीतीश कुमार ने ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना को लेकर अपने इस्तीफे की याद दिलाई, लेकिन मौजूदा रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, ‘बंगाल में एक ट्रेन दुर्घटना हुई थी, तब मैं रेलमंत्री था. मैंने तुरंत उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अपना इस्तीफा स्वीकार करने को कहा था. इससे पहले रेल बजट अलग से पास होता था, लेकिन अभी की नई सरकार ने इसे खत्म कर दिया है…मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा कि रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को इस्तीफा देना चाहिए या नहीं.’
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