नई दिल्ली: रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जब से बीजेपी सत्ता में आई है तब से देश में गुस्सा और नफरत बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि मीडिया और दो कारोबारियों की बदौलत नरेंद्र मोदी अभी भी प्रधानमंत्री हैं.
राहुल गांधी ने रामलीला मैदान में हल्ला बोल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की विचारधारा देश को प्रगति के पथ पर ला सकती है.
उन्होंने कहा, ‘मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या महंगाई, नफरत से देश मजबूत होता है. नरेंद्र मोदी और बीजेपी देश को कमजोर कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी देश को एक सूत्र में पिरोती है. हम नफरत मिटाते हैं और जब नफरत मिटाई जाती है तो देश तेजी से आगे बढ़ता है. मैं कांग्रेस कार्यकर्ता से कहना चाहता हूं कि आप देश को बचा सकते हैं। कांग्रेस की विचारधारा देश को प्रगति के पथ पर ला सकती है.’
राहुल ने आगे कहा कि हम चीन के हमले, बेरोजगारी, महंगाई पर बात करना चाहते हैं लेकिन हमें रोक दिया गया. संस्थाएं चाहे मीडिया हो, न्यायपालिका हो या चुनाव आयोग, सभी दबाव में हैं इसलिए रास्ता भी बंद कर दिया गया है.
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास लोगों से संपंर्क करने का ही एकमात्र तरीका है. इसलिए कांग्रेस भारत जोड़ी यात्रा शुरू करेगी. मैं इतनी दूर आने के लिए आपको धन्यवाद देना चाहता हूं. यह विचारधारा की लड़ाई है और सभी विपक्षी दल बीजेपी और आरएसएस को हराने के लिए एक साथ आएंगे.
राहुल ने आगे कहा कि संविधान देश की आत्मा है, इसे बचाने की दिशा में हर भारतीय को काम करना होगा वर्ना देश को नहीं बचाया जा सकता है.
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बेरोजगारी और महंगाई ‘मोदी सरकार के दो भाई’ हैं.
पार्टी की ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली आरंभ होने से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘राजा मित्रों की कमाई में व्यस्त, प्रजा महंगाई से त्रस्त, आज लोगों को जरूरत का सामान खरीदने से पहले भी दस बार सोचना पड़ रहा है. इन तकलीफों के लिए सिर्फ प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम महंगाई के खिलाफ आवाजें जोड़ते जाएंगे, राजा को सुनना ही पड़ेगा.’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘आज जनता के सामने सबसे बड़ी समस्या महंगाई और बेरोजगारी है। हमने पांच अगस्त को जोरदार प्रदर्शन भी किया था. हम इस रैली से असंवेदनशील मोदी सरकार को संदेश भेजना चाहते हैं कि महंगाई और बेरोजगारी से जनता त्रस्त है, इसका समाधान निकाला जाना चाहिए.’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘बेरोजगारी और महंगाई मोदी सरकार के दो भाई हैं। उसके दो और भाई ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) हैं.’
उधर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने की खबरों को खारिज करते हुए दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्धारित विरोध स्थलों पर उतारा गया और किसी को हिरासत में नहीं लिया गया.
इससे पहले ऐसी खबरें थीं कि पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों का विरोध कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है.
दिल्ली पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘कहीं और विरोध कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस बसों में ले गई और विरोध के निर्धारित स्थान पर उतार दिया. कुछ रिपोर्टों के झूठा दावे किए जा रहे है, किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है.’
राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग
वहीं, कांग्रेस की महंगाई के खिलाफ रैली में पहुंचे हजारों कार्यकर्ताओं ने ‘राहुल गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगाए और कई कार्यकर्ताओं ने बैनर-पोस्टरों के जरिए यह मांग भी की कि राहुल को एक बार फिर से पार्टी की कमान संभालनी चाहिए.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ता दीपेश सिंह ने कहा, ‘राहुल जी हमारे नेता हैं और उन पर हमें पूरा विश्वास है कि वह कांग्रेस का गौरव लौटाएंगे. उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहिए.’
कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैनर ले रखे थे जिन पर राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग के नारे लिखे थे.
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभाल रही हैं.
कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी. इसके बाद 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं और अगर एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा.
भाषा के इनपुट से
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