रायगंज (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागालैंड में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में 14 नागरिकों के मारे जाने के मद्देनजर मंगलवार को पड़ोसी देशों की सीमाओं से लगे जिलों की पुलिस से कहा कि वे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की गतिविधियों पर नजर रखें.
उन्होंने पुलिस को यह निर्देश भी दिया कि सीमा सुरक्षा बल को उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कार्रवाई करने की अनुमति न दी जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय है.
यहां करनजोरा में उत्तर दिनाजपुर और दक्षिण दिनाजपुर जिलों की एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि यह समस्या है… बीएसएफ कर्मी हमारे गांव में आ जाते हैं और फिर हमें परेशान किये जाने की शिकायतें मिलती हैं. वे पुलिस को बिना बताए कई स्थानों पर जाते हैं जो उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं.’
उन्होंने कहा, ‘नागालैंड में क्या हुआ यह सभी ने देखा है. विधानसभा चुनाव के दौरान बंगाल के सीतलकूची और हाल में कूचबिहार में गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हुई थी… मैं ब्लॉक विकास अधिकारियों और निरीक्षक प्रभारियों से सचेत रहने को कहूंगी.’
बनर्जी, नागालैंड में चार और पांच दिसंबर को सुरक्षाबलों की गोलीबारी में 14 लोगों की जान जाने की घटना का हवाला दे रही थी. मुख्यमंत्री, केंद्र सरकार द्वारा बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के निर्णय का भी विरोध करती रही हैं.
बनर्जी बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध कर रही हैं. भाजपा नीत केंद्र सरकार ने पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर तलाशी, जब्ती और गिरफ्तारी करने के लिए बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किलोमीटर के दायरे से बढ़ाकर 50 किलोमीटर अंदर तक कर दिया है.
बनर्जी ने पहले कहा था, ‘सीमावर्ती क्षेत्रों में कोई समस्या नहीं है और हमारे संबंध (पड़ोसी देशों के साथ) बहुत अच्छे हैं. यह भ्रम पैदा करने की जरूरत नहीं है. कानून-व्यवस्था राज्य सरकार का विषय है.’
पश्चिम बंगाल में तीन देशों बांग्लादेश, नेपाल और भूटान से अंतरराष्ट्रीय सीमा जुड़ती है.
इस बीच बीएसएफ और उसके अधिकार क्षेत्र की आलोचना करने को लेकर भाजपा ने बनर्जी पर निशाना साधा.
पार्टी प्रवक्ता समिक भट्टाचार्या ने कहा, ‘मुख्यमंत्री संघवाद की बात करती हैं और फिर सुरक्षा बलों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करती हैं.’
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