लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश सरकार पर राज्य में लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ है, यही वजह है कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शाबाशी और प्रमाण पत्र दे रहे हैं.
दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को लखनऊ पहुंची प्रियंका ने शाम को संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, ‘उत्तर देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और उनके (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) पीछे मोदी जी का हाथ है. वह यहां आकर उन्हें बधाई दे रहे हैं.’
प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र का चीरहरण हो रहा है. कल प्रधानमंत्री जी बनारस आए. उन्होंने सबसे पहले तो योगी जी को प्रमाण पत्र दिया कि कोविड-19 की दूसरी लहर में उन्होंने कितना अच्छा काम किया. दूसरी बात उन्होंने कही कि उत्तर प्रदेश में अब विकासवाद है, तो मैं पूछना चाहती हूं कि यह कैसा विकासवाद है जब कोरोना की दूसरी लहर चली थी तब तो आपने पंचायत के चुनाव करवाए.’
उन्होंने कहा, ‘पंचायत चुनाव के समय ना जाने कितने लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए. चुनाव में ड्यूटी करने वाले न जाने कितने अध्यापकों की कोविड-19 से मौत हुई, लेकिन आपने पंचायत के चुनाव कराए क्योंकि आपने सोचा कि चुनाव के परिणाम आपके पक्ष में आएंगे, मगर परिणाम आपकी इच्छा के अनुसार नहीं आया और जब जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लॉक प्रमुखों का चुनाव हुआ तो आपने हिंसा फैला दी.’
कांग्रेस महासचिव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘आपका प्रशासन, आपकी पुलिस उम्मीदवारों का अपहरण कर रही थी. नामांकन पत्र फाड़े जा रहे थे. महिला उम्मीदवारों को मारा पीटा जा रहा था. उनके वस्त्र खींचे जा रहे थे. तमाम जिलों में प्रशासन सदस्यों को धमकी दे रहा था. कहीं पर आप हिंसा करा रहे हैं, गोली मरवा रहे हैं… क्या हो रहा है, इस देश में. अराजकता उत्तर प्रदेश की सरकार खुद फैला रही है. वह ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि वह कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में पूरी तरह से नाकाम रही है, और प्रधानमंत्री योगी जी को प्रमाण पत्र दे रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में संविधान पर प्रहार की घटनाएं पहली बार नहीं हो रही है लेकिन अब यह स्तर इतना गिर गया है कि प्रशासन, पुलिस और हर चीज का इस्तेमाल किया जा रहा है. हम यहां लोकतंत्र के पक्ष में खड़े होने आए हैं. जनता के पक्ष में बोलने आए हैं कि हम ऐसा नहीं होने देंगे.
इससे पहले, प्रियंका दोपहर में लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पहुंची. उसके बाद वह ‘कौल हाउस’ के लिए निकलीं. इस दौरान रास्ते में जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुष्प वर्षा कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया एवं संचार विभाग के संयोजक अशोक सिंह ने बताया कि प्रियंका हवाई अड्डे से निकलकर आलमबाग, चारबाग और बापू भवन होते हुए अपने आवास ‘कौल हाउस’ पहुंचीं. उसके बाद उन्होंने हजरतगंज पहुंचकर जीपीओ स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए. उसके बाद उन्होंने पंचायत चुनाव के दौरान प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर जबरन अपने प्रत्याशी जिताने और प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था के खिलाफ गांधी प्रतिमा के सामने मौन धारण करके धरना दिया.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के कुछ अधिकारियों ने प्रियंका से अपील की कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ के बीच उनका धरना करना सही नहीं है. इस पर प्रियंका ने लिखित में जवाब दिया, ‘कोविड तो पंचायत चुनाव के समय भी था.’
अपने दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची प्रियंका शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदेश कार्यकारणी, पदाधिकारियों और जिला शहर अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगी. उसके बाद विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारियों से भी मुलाकात करेंगी.
प्रियंका अपने दौरे के दूसरे दिन शनिवार को अमेठी तथा रायबरेली के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात करेंगी. उसके बाद वह बेरोजगार मंच के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगी.
कांग्रेस महासचिव पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों, पूर्व जिला व शहर अध्यक्ष और पूर्व फ्रंटल व डिपार्टमेंट के अध्यक्षों के साथ बैठक करने के बाद फ्रंटल, विभाग, प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्यों और ब्लॉक प्रमुखों के साथ भी बैठक करेंगी. उसके बाद शाम को वह दिल्ली लौट जाएंगी.