लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को दावा किया कि अगले वर्ष राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट नहीं देंगे.
मायावती ने यहां मीडिया से कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि अब ब्राह्मण समाज के लोग भाजपा के किसी भी बहकावे में नहीं आएंगे और अगले विधानसभा चुनाव में उसे वोट नहीं देंगे.’ उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज को जागरुक करने के लिए बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के नेतृत्व में 23 जुलाई को अयोध्या से एक अभियान शुरू किया जा रहा है और ब्राह्मणों को भरोसा दिया जाएगा कि बसपा शासन में ही उनका हित सुरक्षित है.
बसपा प्रमुख मायावती ने किसानों के मसले को उठाते हुए कहा कि विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए और केंद्र सरकार को जवाबदेह ठहराना चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के प्रति सरकार की उदासीनता बेहद दु:खद है. बसपा प्रमुख ने कहा कि किसानों की मांगों के संबंध में संसद में केंद्र पर हर तरह का दबाव बनाना जरूरी है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की कथित गलत आर्थिक नीतियों की वजह से देश में बढ़ती बेरोजगारी के बीच महंगाई के आसमान छूने से लोगों के सामने काफी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. मायावती ने कहा, ‘मैंने अपनी पार्टी के सांसदों को संसद के मानसून सत्र में देश और लोगों के लाभ से संबंधित मामलों को उठाने का निर्देश दिया है. ऐसे कई मामले हैं, जिन पर देश की जनता केंद्र सरकार से जवाबदेही चाहती है.’
उन्होंने कहा कि बसपा सांसद के मानसून सत्र में ईंधन और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि और कोविड-19 रोधी टीकाकरण से संबंधित मामलों को संसद में उठाएंगे.