नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा के लोकसभा में एक ‘अपमानजनक’ शब्द का इस्तेमाल करने पर भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने बुधवार को कहा कि विपक्ष को ‘अपने ज़बान पर नियंत्रण रखना चाहिए.’
मोइत्रा ने मंगलवार को लोकसभा में ‘अपमानजनक शब्द’ का इस्तेमाल किया, जब टीडीपी के सांसद राम मोहन नायडू राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सदन को संबोधित कर रहे थे.’
हेमा मालिनी ने आज संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘उन्हें अपनी ज़बान पर नियंत्रण रखना चाहिए. उन्हें ज्यादा उत्साहित या भावुक नहीं होना चाहिए. संसद का प्रत्येक सदस्य एक सम्मानित व्यक्ति है.’
भाजपा के वरिष्ठ नेता केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी संसद के चल रहे बजट सत्र के दौरान टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा सदन में ‘आपत्तिजनक’ शब्द का इस्तेमाल करने के बाद माफी मांगने की मांग की.
प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘मैं उनसे माफी मांगने के लिए कहूंगा लेकिन अगर वह ऐसा नहीं करती हैं तो यह उनकी संस्कृति है.’
मोइत्रा पर आरोप लगाया कि उन्होंने भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के लिए कुछ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया, जिसके बाद भाजपा सांसदों ने निचले सदन में विरोध शुरू कर दिया.
मोशन ऑफ थैंक्स के दौरान भाग लेते हुए, मोइत्रा ने चीन, पेगासस, बीबीसी, मोरबी, राफेल और अडानी सहित कई मुद्दों को उठाया.
मोइत्रा ने उद्योगपति गौतम अडाणी को सदन में मिस्टर ‘ए’ बताते हुए परोक्ष रूप से उनका जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सरकार को बेवकूफ बनाया है.
मोइत्रा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी, इस आदमी मिस्टर ‘ए’ ने आपको बेवकूफ बनाया है. वह आपके प्रतिनिधिमंडलों पर आपके साथ यात्रा करता है. वह भारत के दौरे पर राष्ट्राध्यक्षों से मिलते हैं. वह दुनिया को यह दिखाते हैं कि वह प्रधानमंत्री के पीछे का रिमोट कंट्रोल हैं.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हर कोई पूछ रहा है कि महुआ के पीछे कौन है. क्या यह एक अमेरिकी निवेश बैंक है? क्या यह अंबानी है, या यह चीन है? कोई भी महुआ के पीछे नहीं है. महुआ सच्चाई के पीछे है.’
भाजपा नेताओं ने उनकी टिप्पणी पर सदन में हंगामा किया और उनसे माफी मांगने की मांग की. जिसके बाद टीएमसी सांसद ने आरोप लगाया कि उनके संबोधन के दौरान उन्हें बाधित किया गया था, ‘मुझे इसे दोहराने की जरूरत है क्योंकि वे मुझे परेशान करने और भाषण के प्रवाह को बर्बाद करने के लिए ऐसा कर रहे हैं, महुआ केवल सच्चाई के पीछे है.’
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