मुंबई: महाराष्ट्र के मंत्री संजय राठौड़ ने कहा कि उन्होंने एक महिला की मौत को लेकर ‘ओछी राजनीति’ के बाद राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है.
संजय रविवार दोपहर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया, ‘मैंने अपना त्यागपत्र सीएम उद्धव ठाकरे को दिया है. जिस तरह से विपक्ष चेतावनी दे रहा है कि वे विधानसभा सत्र को नहीं चलने देंगे, मैंने इससे खुद को दूर कर लिया है.’
उन्होंने कहा कि ‘मैं मामले में निष्पक्ष जांच चाहता हूं.’
राठौड़ ने संवाददाताओं से कहा, ‘ महिला की मौत के मुद्दे को लेकर ओछी राजनीति की जा रही है.’
साथ ही कहा कि उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा इसलिए दिया ताकि सच सामने आ सके.
वन विभाग का पदभार संभालने वाले राठौड़ बीड जिले की रहने वाली पूजा चव्हाण (23) की मौत के मामले में संबंध होने के आरोपों का सामना कर रहे थे. कथित तौर पर एक इमारत से गिरने के चलते पूजा की आठ फरवरी को मौत हो गई थी. वह इसी इमारत में रहती थी.
मुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास पर उद्धव ठाकरे के साथ बैठक के बाद राठौड़ ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने स्वतंत्र एव निष्पक्ष जांच के लिए इस्तीफा दिया है.
राठौड़ ने कहा, ‘ पिछले 30 साल में सामाजिक कार्य करके बनाई गई मेरी छवि को खराब करने और सम्मान को खत्म करने के प्रयास किए गए. मेरा कहना था कि कोई भी निर्णय लेने से पहले जांच होने दीजिए. हालांकि, विपक्ष ने बजट सत्र में रूकावट की धमकी दी.’
वहीं, नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि केवल मंत्री का इस्तीफा काफी नहीं है और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए.
भाजपा ने राठौड़ के साथ महिला की बातचीत, वीडियो और ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद उन पर महिला से संबंध होने के आरोप लगाए थे.
बता दें कि सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट और राज्य में विपक्षी भाजपा ने आरोप लगाया था कि 23 वर्षीय युवती की मौत के मामले में कथित तौर पर राठौड़ का नाम जुड़ा है. आठ फरवरी को पुणे के हड़पसर इलाके में एक इमारत से गिरने के बाद युवती की मौत हो गयी थी.
भाजपा ने कहा था नहीं चलने देंगे बजट सत्र
इससे पहले भाजपा ने शनिवार को कहा कि वह पुणे में महिला की मौत मामले में महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ को बर्खास्त करने की मांग को नहीं छोड़ेगी. साथ ही विपक्षी पार्टी ने राज्य सरकार द्वारा उसके नेता चित्रा वाघ के पति के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने की भी आलोचना की थी.
पार्टी ने दावा किया कि प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष चित्रा वाघ महिला की मौत का कथित संबंध राठौड़ से होने के मुद्दे पर मुखर हैं इसलिए उनके पति को निशाना बनाया गया.
भाजपा पहले ही कह चुकी है कि अगर मंत्री इस्तीफा नहीं देते हैं तो वह एक मार्च से शुरू हो रहे राज्य विधानमंडल के बजट सत्र की कार्यवाही सुचारु रूप से चलने नहीं देगी.
पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम राठौड़ के इस्तीफे के अलावा कुछ स्वीकार नहीं करेंगे. हम अपने विरोध को तेज करेंगे और पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठ उनके इस्तीफे तक प्रदर्शन जारी रखेंगे.’
भाजपा नेता ने पुणे की वनवाडी थाने की पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर भी सवाल उठाया. पाटिल ने कहा, ‘पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करनी चाहिए. उसमें छिपाने को क्या है?’
उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार से भी जानना चाहा कि आखिर वह इस मामले में चुप क्यों हैं. बता दें कि उनकी पार्टी शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी है.
उल्लेखनीय है कि पुणे में आठ फरवरी को 23 वर्षीय महिला की कथित तौर पर इमारत से गिरने से मौत हो गई थी. पुलिस ने कहा था कि वह आत्महत्या के कोण से मामले की जांच कर रही है.
यवतमाल से शिवसेना नेता राठौड़ ने महिला की मौत से संबंध होने से इनकार किया है.
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा वाघ के पति किशोर वाघ के खिलाफ पुलिस द्वारा नया मामला दर्ज करने पर पाटिल ने कहा, ‘सरकार को हमें डराने की कोशिश करने दीजिए. हम अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे.’
भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो के अधिकारी ने बताया कि मुंबई के अस्पताल के पुस्तकालय में कार्य करने वाले किशोर वाघ की 90.24 प्रतिशत संपत्ति आय से अधिक थी और उनके खिलाफ वर्ष 2016 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
चित्रा वाघ ने नासिक में संवाददाताओं से कहा, ‘जब मैंने मंत्री राठौड़ के खिलाफ आवाज उठाई तो मेरे पति के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया लेकिन जब तक उस महिला को न्याय नहीं मिलता मैं चुप नहीं बैठूंगी.’
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दारेकर ने आरोप लगाते हुए कहा कि राठौड़ के खिलाफ चित्रा वाघ के मुखर होने की वजह से यह बदले की राजनीति हो रही है.
इसपर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सांवत ने रेखांकित किया कि किशोर वाघ के खिलाफ वर्ष 2016 में तत्कालीन भाजपा सरकार के दौर में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
पिता ने बेटी की मौत पर राजनीति बंद करने को कहा
पुणे में जिस युवती की मौत के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बवाल मच गया था, उसके पिता का कहना है कि यदि उनकी बेटी की मृत्यु पर राजनीति समाप्त नहीं हुई तो वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ आत्महत्या कर लेंगे.
उन्होंने कहा कि उनके परिवार की बदनामी बंद होनी चाहिए क्योंकि उनकी एक और बेटी है जिसकी शादी होना बाकी है. सोशल मीडिया पर लिखी गई कुछ पोस्ट और विपक्षी दल भाजपा ने आरोप लगाया है युवती की मौत का संबंध महाराष्ट्र सरकार में मंत्री संजय राठौड़ से है.
मृतका के पिता ने बीड जिले में अपने घर पर एक समाचार चैनल से कहा, ‘हम अपनी बेटी की मौत के सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन हर दिन कुछ नई बात सामने आ जाती है.’
उन्होंने कहा, ‘हमारे परिवार को बदनाम करना बंद कीजिये. हमारी एक और बेटी है जिसकी शादी होनी है. यह सब चलता रहा तो उससे शादी कौन करेगा?’
उन्होंने कहा, ‘मेरे सामने दो विकल्प हैं. मैं या तो अदालत के सामने अपनी बेटी के साथ आत्महत्या कर लूं या इस संबंध में मामला दर्ज कराऊं.’
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