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Friday, 8 November, 2024
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महाराष्ट्र गतिरोध : मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की पंक्तियों के जरिये राउत ने भाजपा को दिया संदेश

राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की पंक्तियों का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया, ‘सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए....’

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मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर गतिरोध जारी रहने के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने सहयोगी दल भाजपा को संदेश देने के लिए मंगलवार को हिंदी के मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की कविता की पंक्तियों का सहारा लिया. भाजपा ने राज्य में मुख्यमंत्री पद साझा करने की शिवसेना की मांग को खारिज कर दिया है.

राउत ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कोई शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को झूठा साबित करने की कोशिश कर रहा है और उन्होंने माना कि हर कोई सत्ता के लिए ‘लालची’ है. राज्यसभा सदस्य ने मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की पंक्तियों का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया, ‘सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए….’

उन्होंने बाद में यहां पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी ‘महाराष्ट्र में राजनीति का चेहरा बदलना चाहती है. हम यहां सिर्फ हंगामा खड़ा नहीं कर रहे हैं.’उन्होंने यह भी कहा कि हर राजनीतिक दल और यहां तक कि निर्वाचित निर्दलीय सदस्यों की भी अपनी राय है.

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक और संसद में पार्टी के मुख्य सचेतक राउत ने दावा किया, ‘शिवसेना को ज्यादा अहमियत मिल रही है क्योंकि हमें निर्दलीयों से और अधिक समर्थन मिल रहा है.’उन्होंने इस पर नाखुशी जतायी कि कोई भी ‘लोकसभा चुनाव से पहले उनकी पार्टी से किए’ भाजपा के वादे के बारे में बात नहीं कर रहा है.

उल्लेखनीय है कि शिवसेना मुख्यमंत्री पद के साथ ही विभागों के समान बंटवारे की मांग कर रही है.

किसी का नाम लिए बगैर राउत ने कहा, ‘मैं अपनी पार्टी की तरफ से बात कर रहा हूं. कोई उद्धव ठाकरे को झूठा साबित करने की कोशिश कर रहा है. यह गलत है लेकिन कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा है. एक वादा किया गया था और अब भाजपा उसे निभा नहीं रही है लेकिन कोई इसके बारे में बात नहीं कर रहा.’

उन्होंने कहा, ‘न्याय और सच की परिभाषा को बदलने की कोशिश की गई. यह उनकी संस्कृति और शिक्षा हो सकती है. महाराष्ट्र के 11 करोड़ लोग सच्चाई को जानते हैं.’ एक सवाल के जवाब में शिवसेना नेता ने स्वीकार किया कि उन्होंने सोमवार शाम को नयी दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन के बाद राकांपा प्रमुख शरद पवार से बात की थी.

उन्होंने कहा, ‘किसी को इससे दिक्कत नहीं होनी चाहिए. वह राष्ट्रीय नेता हैं और महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. मैं ऐसी बातें नहीं छिपाता इसलिए मैं खुलकर स्वीकार कर रहा हूं कि मैंने गत रात पवार से बात की थी.’

राउत ने कहा, ‘मैं उन लोगों के बारे में भी जानता हूं जो पवार से बात करने के लिए मुझसे नाराज हैं और राकांपा प्रमुख से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. यह राजनीति है और आप ऐसी बातें लंबे समय तक नहीं छिपा सकते.’एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हर कोई सत्ता के लिए लालची है और कोई भी अहम पदों को छोड़ना नहीं चाहता.’

सोमवार शाम को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के साथ मुलाकात के बारे में राउत ने कहा कि वह उन्हें ‘जमीनी हकीकत’ और मौजूदा राजनीतिक हालात पर उनकी पार्टी का रुख बताने गए थे. शिवसेना नेता ने कहा, ‘हमने उन्हें यह भी बताया कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य में स्थायी सरकार के गठन के पक्ष में हैं.’

मराठी के दैनिक अखबार तरुण भारत में अपनी आलोचना पर राउत ने कहा कि हर किसी के पास दूसरों की आलोचना करने का अधिकार है और उन्हें या उनकी पार्टी को इस पर आपत्ति नहीं होगी.

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