नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिगविजय सिंह ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र चुराने का आरोप लगाया.
भाजपा ने इस सप्ताह 11 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के लिए अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी किया.
जब सिंह से भाजपा और कांग्रेस के घोषणापत्र के बीच समानता के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “यह उन लोगों से पूछें (भाजपा का जिक्र करते हुए) जिन्होंने हमारा घोषणापत्र चुरा लिया है और इसे अपने घोषणापत्र में डाल लिया है.”
इससे पहले रविवार को पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भी बीजेपी पर कांग्रेस के घोषणापत्र की नकल करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने (भाजपा) हर चीज की नकल की है.
कमल नाथ ने कहा, “उन्होंने (भाजपा) चुनाव के आखिरी दिनों में घोषणापत्र जारी किया और सब कुछ कॉपी कर लिया.”
पूर्व सीएम नाथ ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के पास अपना कोई विजन नहीं है और वह सिर्फ कांग्रेस की नकल करती है.
इस बीच, भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को मध्य प्रदेश में पार्टी के घोषणापत्र को “क्रांतिकारी” करार दिया और कहा कि घोषणापत्र राज्य को एक नई दिशा देगा.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी का संकल्प पत्र (घोषणापत्र) जारी किया.
इस मौके पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिंया, अश्विनी वैष्णव, प्रह्लाद पटेल और अन्य मौजूद रहे.
संकल्प पत्र को ‘मोदी की गारंटी, बीजेपी का भरोसा, मध्य प्रदेश संकल्प पत्र 2023’ (मोदी की गारंटी, बीजेपी पर भरोसा, मध्य प्रदेश संकल्प पत्र 2023) नाम दिया गया. घोषणापत्र में पार्टी के दस प्रमुख संकल्प हैं.
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. मतदाता 230 विधानसभा क्षेत्रों से विधायक चुनेंगे.
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