नई दिल्लीः बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी का सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के बदले रिश्वत लेने का आरोप ममता बनर्जी पर मढ़ने के बाद लोकसभा में बुधवार को भी बवाल हुआ. तृणमूल और बीजेपी सांसद कट मनी मुद्दे पर जीरो ऑवर के दौरान उलझ पडे़ और आरोप-प्रत्यारोप मढ़ने लगे. तणमूल सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने मंगलवार को लॉकेट चटर्जी के दिए गए बयान को लोकसभा की कार्रवाई से हटाने की मांग की. बीजेपी और तृणमूल सांसदों के बीच बढ़ते बवाल पर स्पीकर को कहना पड़ा लोकसभा को बंगाल विधानसभा मत बनाइये.
यह भी पढ़ेंः पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की इन खुशहाल पारिवारिक तस्वीरों में क्या तन्हाई भी झलकती है?
लॉकेट चटर्जी ने मंगलवार को कहा था कि तृणमूल के कार्यकर्ता जन्म से लेकर दाह संस्कार तक में सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए जनता से रिश्वत लेते हैं. बीजेपी सांसद के मुताबिक खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि रिश्वत की रकम से 25 प्रतिशत रकम खुद रखने के बाद बाकी पार्टी को देना है और इसमें तृणमूल के सभी मंत्री शामिल हैं.
बीजेपी ममता के कट मनी मुद्दे को जोर-शोर से भुना रहीं है और आने वाले दिनों में राज्यव्यापी आंदोलन करने की योजना बना रहीं है ममता के तृणमूल कार्यकर्ताओं और नेताओं पर सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के बदले रिश्वत लेने के आरोप लगाने के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में उबाल आ गया है और इसकी गूंज संसद में भी सुनाई दे रही है.