कोलकाता: भाजपा का साथ छोड़ पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थामने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने रविवार को कहा कि जिंदगी ने सार्वजनिक मामलों से ‘रिटायर्ड हर्ट’ (सक्रिय न रहने) होने की आशंका के बजाए उनके लिये एक नया रास्ता खोल दिया है.
सुप्रियो ने कहा कि उन्हें किसी को कुछ साबित नहीं करना है और वह 2014 में आसनसोल से भाजपा के टिकट पर सांसद बनने के बाद से ही जमीनी स्तर की राजनीति करते रहे हैं.
यहां टीएमसी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुप्रियो ने कहा, ‘सार्वजनिक जीवन से ‘रिटायर्ड हर्ट’ होने की संभावना के बजाए जिंदगी ने मेरे लिये एक नया रास्ता खोल दिया है. मुझे उस पार्टी (टीएमसी) से काफी प्यार और समर्थन मिला है, जिसके साथ मेरे रिश्ते खराब रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘रिटायर्ड हर्ट होने की भावना तक आई जब मैं राजनीति छोड़ना चाहता था. लेकिन, मैंने पिछले चार दिनों में अपना फैसला बदल दिया… मुझे बड़ा मौका देने के लिए मैं ममता दीदी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) और अभिषेक (बनर्जी) को धन्यवाद देता हूं. यह पूरी तरह से अप्रत्याशित था.’
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद से हटाए जाने के बाद कई हफ्तों तक कभी नरम तो कभी गरम तेवर दिखाने वाले भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने शनिवार को टीएमसी का दामन थामकर लोगों को चौंका दिया था.
आसनसोल संसदीय सीट से दूसरी बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे सुप्रियो ने पूर्व में कहा था कि वह राजनीति छोड़ देंगे. हालांकि, भाजपा नेतृत्व ने बाद में उन्हें लोकसभा का सदस्य बने रहने के लिये मना लिया था.
पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय ने कहा कि वह सोमवार को टीएमसी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे.
गायक से नेता बने सुप्रियो ने कहा कि वह आसनसोल से सांसद के रूप में लोकसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा देने के लिए अगले सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली जाएंगे.
झालमुरी, ममता बनर्जी और बाबुल सुप्रियो
तृणमूल कांग्रेस में अपनी संभावनाओं के बारे में सुप्रियो ने कहा कि बनर्जी पार्टी में उनकी भविष्य की भूमिका के बारे में फैसला करेंगी.
यह पूछे जाने पर कि क्या मुख्यमंत्री 2024 में प्रधानमंत्री पद के लिए सर्वसम्मति से विपक्षी उम्मीदवार बन सकती हैं, तो उन्होंने कहा, ‘क्या आप इससे सहमत नहीं कि वह देश की सबसे लोकप्रिय हस्ती हैं?’
2015 के विवाद पर टिप्पणी करते हुए, जब उन्होंने एक कार्यक्रम के बाद राजभवन जाने के रास्ते में बनर्जी के साथ कार में ‘झालमुरी’ साझा किया था, तो सुप्रियो ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ अपने अपने निर्वाचन क्षेत्र की कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर चर्चा की थी.
उन्होंने कहा, ‘जब मैं प्रधानमंत्री के एक कार्यक्रम के बाद अपनी कार की प्रतीक्षा कर रहा था, दीदी ने मुझे जाते समय देखा और लिफ्ट देने की पेशकश की. मैं सहमत हो गया क्योंकि मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रमुख परियोजनाओं के बारे में बात करनी थी. और, जब उन्होंने मुझे झालमुरी की पेशकश की, तो मैंने उसे स्वीकार कर ली. इसमें गलत बात क्या है?’
जुलाई में लंबे समय से प्रतीक्षित फेरबदल के दौरान केंद्र सरकार से हटाए जाने पर अपनी नाराजगी स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा प्लेइंग इलेवन में रहना पसंद करता हूं.’
यह भी पढ़ें: भ्रष्टाचार के आरोप में 3 पार्षदों को छह साल के लिये दिल्ली BJP ने किया निष्कासित