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Monday, 23 December, 2024
होमराजनीति'कांग्रेस की विचारधारा, लद्दाख के खून में है', कारगिल में बोले राहुल- चीन पर पूरा सच नहीं बता रहे PM

‘कांग्रेस की विचारधारा, लद्दाख के खून में है’, कारगिल में बोले राहुल- चीन पर पूरा सच नहीं बता रहे PM

राहुल गांधी ने कहा कि, लद्दाख के हर क्षेत्र में स्थानीय और केंद्रीय समस्याएं हैं. मैं अगले संसद सत्र में आपके जरूरी मुद्दों को सदन में उठाऊंगा

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नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को लद्दाख के कारगिल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चीन के मामले में केंद्र सरकार झूठ बोल रही है.

रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि यह रैली भी भारत जोड़ो अभियान का ही हिस्सा है. प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा, “एक बात तो साफ है कि चीन ने भारत की जमीन छीनी है…दुख की बात है कि विपक्ष की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख का एक इंच भी चीन ने नहीं लिया है, यह एक झूठ है.”

कारगिल में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, “मैं लद्दाख के कोने-कोने में गया. गरीबों, माताओं-बहनों और युवाओं से बात की. आपके दिल की बात समझने की कोशिश की.”

उन्होंने कहा कि, लद्दाख के हर क्षेत्र में स्थानीय और केंद्रीय समस्याएं हैं. मैं अगले संसद सत्र में आपके जरूरी मुद्दों को सदन में उठाऊंगा

उन्होंने कहा, “दूसरे नेता अपने ‘मन की बात’ करते हैं. मैंने सोचा मैं आपके मन की बात सुनूं.”

राहुल 17 अगस्त को लद्दाख पहुंचे और यह अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से अलग कर लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिए जाने के बाद उनका पहला दौरा है.

राहुल ने आगे कहा, “गांधी जी और कांग्रेस की विचारधारा, लद्दाख के खून में है. जब मैं लद्दाख में यात्रा कर रहा था, तो कई मजदूरों से बात की. वे अलग-अलग राज्यों से आकर यहां मजदूरी करते हैं. मैंने उनसे पूछा कि-आपको लद्दाख के लोग कैसे लगते हैं? सभी मजदूरों ने मुझे बताया कि- ऐसा लगता है लद्दाख हमारा दूसरा घर है. हमें जब भी कोई परेशानी होती है, लद्दाख के लोग हमारी पूरी मदद करते हैं.”

उन्होंने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में होने वाले चुनाव पर दावे से कहा कि, वहां होने वाले चुनाव कांग्रेस पार्टी ही जीतेगी.

भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, कुछ महीने पहले हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चले थे, इसे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ नाम दिया था. हमारा लक्ष्य देश में भाजपा-आरएसएस द्वारा फैलाई गई नफरत और हिंसा के खिलाफ खड़ा होना था…यात्रा से जो संदेश निकला वह था- ‘नफरत के बाजार में हम मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं’, यही आपकी भी सोच है और पिछले कुछ दिनों में मुझे खुद ये देखने को मिला. यात्रा के समय सर्दियों में बर्फबारी के कारण मैं लद्दाख नहीं आ सका. यह मेरे दिल में था कि मैं लद्दाख की यात्रा करूं और इस बार मैंने इसे मोटरसाइकिल पर आगे बढ़ाया.


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