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Monday, 23 December, 2024
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झारखंड के 3 विधायकों को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा, हिमंत बिस्वा बोले- ‘दोस्तों की तरह संपर्क में थे कांग्रेसी नेता’

झारखंड में बेरमो निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि हिमंत बिस्वा सरमा ने कथित नई सरकार में प्रति विधायक 10 करोड़ रुपए के अलावा ‘एक निश्चित मंत्री पद’ देने का आश्वासन दिया था.

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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिला अदालत ने भारी मात्रा में नकदी के साथ गिरफ्तार झारखंड के तीन विधायकों को दस दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने का निर्देश दिया है.

झारखंड के इन कांग्रेस के तीनों विधायक को भारी मात्रा में नकदी के साथ पश्चिम बंगाल में पकड़ा गया था. इन्हें रविवार को मेडिकल परीक्षण के बाद अदालत में पेश किया गया था.

लोक अभियोजक तारागती घटक ने जानकारी देते हुए बताया कि पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था. अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद जमानत याचिका खारिज कर दी और हमारी 10 दिन की पुलिस रिमांड की अर्जी पर विचार किया गया. फिलहाल सीआईडी ​​ने जांच संभाल ली है.

उधर, विधायकों के अधिवक्ता सयाक मित्रा ने बताया कि सीआईडी ​​ने उन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोप लगाए हैं. हमने इन आरोपों पर सवाल उठाया हैं. अदालत ने जमानत याचिका खारिज कर दी. उन्हें 10 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. हमने कोर्ट में अपनी दलीलें रखीं थीं.

कांग्रेस ने इन तीन विधायकों को रविवार को निलंबित कर दिया. साथ ही पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर राज्य में उसकी गठबंधन सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था.

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में विधायकों की गाड़ी से भारी मात्रा में नकदी मिलने के बाद रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

शनिवार शाम पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में नेशनल हाईवे-16 पर रोके गए विधायकों के वाहन से 49 लाख रुपए की राशि बरामद हुई.

जानकारी के अनुसार, विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी और उनकी गाड़ी चालक पुलिस को यह बताने में विफल रहे कि वे इतनी बड़ी मात्रा में नकदी क्यों ले जा रहे थे जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

खबरों के अनुसार सीआईडी ने हावड़ा ग्रामीण पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली है.

विधायकों समेत पांच लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.


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सीएम हिमंत बिस्वा का आरोपों से इनकार

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि कांग्रेस के साथ लंबे समय तक जुड़े रहने के कारण वह पार्टी के नेताओं के संपर्क में रहते हैं लेकिन उन्होंने झारखंड की सरकार को गिराने के कथित षड्यंत्र में अपनी भूमिका होने के आरोपों को खारिज कर दिया है.

पूर्वोत्तर भारत में बीजेपी नेता सरमा ने कहा कि कांग्रेस के नेता उनके पुराने मित्र हैं और यह बात सभी जानते हैं.

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस नेता पुराने मित्र होने के नाते मेरे संपर्क में रहते हैं. मैं 20 साल से अधिक समय तक उस पार्टी में रहा. जब वे यहां आते हैं तो मुझसे मिलते हैं. जब मैं नई दिल्ली में होता हूं तो उनसे मिलता हूं.’

सरमा ने 2015 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. कांग्रेस ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भारी मात्रा में नकदी के साथ पकड़े गए झारखंड के उसके तीन विधायक असम के मुख्यमंत्री के संपर्क में थे.

बता दें कि रविवार को झारखंड में बेरमो निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने पत्र लिख कर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने तीनों विधायकों के खिलाफ शिकायत पत्र लिखकर आरोप लगाया कि तीनों ने उन्हें गुवाहाटी ले जाने और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से मिलने के लिए कोलकाता बुलाया था.

उन्होंने अपने पत्र में आरोप लगाया कि हिमंत बिस्वा सरमा ने कथित नई सरकार में प्रति विधायक 10 करोड़ रुपए के अलावा ‘एक निश्चित मंत्री पद’ देने का आश्वासन दिया था.

कांग्रेस का पलटवार

कांग्रेस ने रविवार को जोर देकर कहा कि जेएमएम के नेतृत्व वाली सरकार ‘पूरी तरह सुरक्षित और स्थिर’ है.

कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीनों विधायकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

पांडे ने कहा कि तीनों विधायक कथित रूप से झारखंड में पार्टी विधायक दल को कमजोर करने के षड्यंत्र में लिप्त थे और अन्य विधायकों को भी भ्रमित कर रहे थे.

उन्होंने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व को इस साजिश में कौन लोग शामिल हैं, इस बारे में जानकारी है और उचित समय पर कार्रवाई की जाएगी.’

उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सबके बारे में सूचना है। आने वाले समय में चाहे वो जनप्रतिनिधि हों, पार्टी के पदाधिकारी हों या कोई कार्यकर्ता, जो भी इससे जुड़ा या इसमें शामिल पाया गया, पार्टी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.’

कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि जेएमएम के नेतृत्व वाली सरकार ‘पूरी तरह सुरक्षित और स्थिर’ है और कुछ को छोड़कर गठबंधन के सभी विधायक ऐसे प्रयासों के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.

पांडे ने बीजेपी पर झारखंड सरकार को गिराने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनी हुई सरकारों को बेशर्म तरीके से अस्थिर करके लोकतंत्र को चकनाचूर किया जा रहा है.

उन्होंने आरोप लगाया, ‘झारखंड में सरकार को अस्थिर करने के लिए पिछले दो वर्षों से प्रयास किए जा रहे हैं और समय-समय पर विधायकों से संपर्क किया जाता है, उन्हें धमकाया जाता है और लुभाया जाता है.’

पांडे ने कहा कि कुछ दिन पहले भाजपा नेताओं के खिलाफ इस संबंध में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी.

उन्होंने बिना किसी का नाम लिए दावा किया, ‘इन प्रयासों में एक राज्य का मुख्यमंत्री शामिल है और सीधे विधायकों से संपर्क कर रहा है और केंद्रीय मंत्री विधायकों को धमका रहे हैं.’

पांडे ने महाराष्ट्र में सरकार गिराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय का दुरुपयोग किया गया था.

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि सरकारी एजेंसियां ​​अपना काम करने के बजाय निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने के लिए भाजपा की शाखा के रूप में काम कर रही हैं.

भाषा के इनपुट से


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