scorecardresearch
Monday, 6 May, 2024
होमराजनीति'यह कहना गलत है कि मुझे येदियुरप्पा का बेटा होने से टिकट मिला', कर्नाटक चुनाव को लेकर बोले विजयेंद्र

‘यह कहना गलत है कि मुझे येदियुरप्पा का बेटा होने से टिकट मिला’, कर्नाटक चुनाव को लेकर बोले विजयेंद्र

बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि इस विधानसभा, जहां का प्रतनिधित्व मेरे पिता 40 साल से कर रहे हैं, यहां से चुनाव लड़ना सपने के सच होने जैसा है.

Text Size:

बेंग्लुरु : कर्नाटक के बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी ने उन्हें शिकारीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया इसको लेकर वह भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं.

विजयेंद्र ने कहा कि, ‘इस विधानसभा क्षेत्र से जिसका कि मेरे पिता 40 साल से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, यहां से चुनाव लड़ने को लेकर वह भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं. यह मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है… यह कहना गलत है कि मुझे बीएस येदियुरप्पा का बेटा होने की वजह से टिकट दिया गया.’

उन्होंने कहा, ‘आज बीजेपी बीएस येदियुरप्पा और बाकी सीनियर नेताओं की वजह से कर्नाटक के हर नुक्कड़ और कोने तक पहुंची है. आज कर्नाटक पीएम मोदी के नेतृत्व और डबल इंजन की सरकार की वजह से खुश है.’

बुधवार को, सीनियर बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि उम्मीदवारों की पहली लिस्ट के सामने आने के बाद पार्टी असंतोष की अफवाहों के बीच कैंडीडेट्स की पसंद से नाखुश लोगों को शांत करने की कोशिश कर रही है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

उनकी यह टिप्पणी बीजेपी नेताओं की 10 मई को होने वाले चुनावों को लेकर ताबड़तोड़ इस्तीफों और रिटायरमेंट्स के बाद आई है.

येदियुरप्पा ने कहा, ‘हम स्वीकार करते हैं कि कुछ मसले हैं. मैं सभी (असंतुष्टों) को शांत करने की कोशिश कर रहा हूं. हम राज्य में वापसी के लिए सर्वश्रेष्ठ कदम उठा रहे हैं. तीन मुद्दे हैं, 3-4 लोग अपने पसंदीदा निर्वाचन क्षेत्रों से मैदान में उतरना चाह रहे हैं. हम उन्हें उनसे पार्टी के लिए रैली करने व कर्नाटक में सत्ता में वापसी में मदद करने के लिए शांत करने और समझाने की कोशिश कर रहे हैं. यह कुछ जगहों पर हो रहा है. हम उनसे बातचीत में लगे हैं.’

कर्नाटक के पूर्व सीएम और 6 बार के बीजेपी विधायक जगदीश शेट्टार उन लोगों में से हैं जिनके नाम मंगलवार शाम को जारी हुई बीजेपी की पहली लिस्ट में नहीं है, येदियुरप्पा ने कहा कि दूसरी लिस्ट में उनका नाम आने की अच्छी संभावना है. उन्होंने कहा, ’99 फीसदी चांस है कि जगदीश शेट्टार (कर्नाटक के पूर्व सीएम) को हुबली से टिकट मिले.’

वरिष्ठ पार्टी नेता केएस ईश्वरप्पा के चुनावी राजनीति से रिटायर होने की घोषणा को लेकर येदियुरप्पा ने कहा कि, ‘यह उनका ‘स्वैच्छिक’ फैसला था.

येदियुरप्पा ने कहा, ‘ईश्वरप्पा ने स्वेच्छापूर्वक पार्टी अध्यक्ष को यह कहते हुए लिखा कि पार्टी के लिए दिन-रात काम करना चाहेंगे लेकिन चुनाव लड़ने को तैयार नहीं थे. हालांकि, कई अन्य थे जो उम्मीदवारों की लिस्ट में अपना नाम न पाकर परेशान थे. हम उन्हें कर्नाटक में बीजेपी के फिर जीतने में मदद करने के लिए शांत करने और उन्हें बड़े मकसद के लिए एकजुट करने पर काम कर रहे हैं. देखते हैं क्या होता है.’

सीनियर बीजेपी नेता केएस ईश्वरप्पा ने बीजेपी की पहली लिस्ट जारी होने से घंटेभर पहले मंगलवार को चुनावी राजनीति से बाहर निकलने का ऐलान किया.

पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी के टिकट न दिए जाने के घंटों बाद पार्टी छोड़ने पर, येदियुरप्पा ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि वह क्यों नाखुश हैं. हमने उन्हें सब कुछ दिया. हमने उन्हें एमएलए, एमएलसी बनाए और उन्हें मंत्री भी बनाना चाहते थे. हम कल से ही उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन नहीं कर पाये.’

वरिष्ठ नेता सावदी ने मंगलवार को उम्मीदवारों की सूची में नाम नहीं होने पर कथित तौर पर नाराजगी जताने के बाद भाजपा से इस्तीफा दे दिया था.

वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के मत्स्य मंत्री, एस अंगारा, जो कि सुल्लिया विधानसभा चुनाव क्षेत्र से विधायक हैं, ने टिकट न दिए जाने पर राजनीतिक तौर से रिटायर होने की घोषणा कर दी थी.

एमएलसी, आर शंकर ने भी विधानसभा चुनाव के टिकट से वंचित होने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

इससे पहले मंगलवार को, भाजपा ने 189 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. सूची में 52 नये चेहरों और 8 महिलाओं के नाम हैं.

2018 के चुनाव में, बीजेपी ने 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी, साथ ही कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टी जेडी(एस) ने 80 और 37 सीटें जीती थीं.

मौजूदा कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को खत्म होगा. 224 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के मतों की गिनती 13 मई को होगी.


यह भी पढे़ं : NCERT की किताबों से सेक्युलर सोच वाले नागरिक नहीं बनाए जा सकते, ऐसा होता तो BJP कभी सत्ता में नहीं आती


 

share & View comments