लखनऊ: यूपी में कांग्रेस के बेहद खराब प्रदर्शन से न सिर्फ नेता हताश हैं. बल्कि कार्यकर्ताओं में भी निराशा है. ये निराशा अब तंज में बदलती भी दिख रही है. कांग्रेस में इन दिनों हार की समीक्षा बैठकों का दौर जारी है. प्रत्याशियों से उनके हार के कारण पूछे जा रहे हैं. कोई संगठन को इसका दोषी मान रहा है, तो कोई तैयारियों को लेकर सवाल उठा रहा है. लेकिन इन सब के बीच सवाल उन पर भी उठ रहे हैं जो हार की समीक्षा कर रहे हैं.
दरअसल दिल्ली, लखनऊ और रायबरेली में समीक्षा बैठके हुईं. इनमें कांग्रेसी की पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने रायबरेली व दिल्ली तो ज्योतिरादित्य सिंधिया (पश्चिम यूपी प्रभारी) ने दिल्ली व लखनऊ में रिव्यू मीटिंग ली. इनमें प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर भी मौजूद रहे. दरअसल इस चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज बब्बर भी चुनाव हारे हैं.
वहीं प्रियंका गांधी भी राहुल गांधी को अमेठी जिताने में असफल रहीं. इसके अलावा उन्होंने रायबरेली में कार्यकर्ताओं पर भी सवाल उठा दिए. ऐसे में युवा नेता व कार्यकर्ताओं में भी संगठन के प्रति रोष बढ़ा है. नाम न छापने की शर्त पर पीसीसी कार्यालय में कांग्रेसी कह रहे हैं कि जो खुद हार गए वो हारने वालों से पूछ रहे हैं कि हारे क्यों? संगठन से जुड़े एक नेता ने ज्योतिरादित्य सिंधिया व राज बब्बर को लेकर कहा-‘ये लोग किस बात रिव्यू कर रहे हैं. दोनों खुद हारे हैं. राहुल जी तक हमारी बात ये लोग कभी पहुंचाते ही नहीं हैं. संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव जरूरी हैं. पहले ऊपर के लोद बदले जाएं.’ वहीं यूथ कांग्रेस से जुड़े एक युवा कार्यकर्ता ने कहा कि जब तक युवाओं को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा तब तक कुछ नहीं होने वाला. दूसरी पार्टियों से आए नेताओं के बजाए नए नेता तैयार करने होंगे.
प्रियंका- सिंधिया ने जानें हार के कारण
नेताओं ने खुलकर रखी अपनी बात
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