लखनऊ: माॅल अवेन्यू इलाके में स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के आस-पास चाय की चुस्की लेते कार्यकर्ताओं से लेकर कार्यालय के पीछे बने कर्मचारियों के घरों तक चर्चा कांग्रेस की नवनिर्वाचित महासचिव प्रियंका गांधी की है. हो भी क्यों न…प्रियंका गांधी महासचिव बनने के बाद पहली बार यूपी आ रही हैं. अधिकतर कांग्रेसी बताते हैं कि उनकी याद में पहली बार गांधी परिवार का कोई सदस्य चार दिन लगातार प्रदेश कार्यालय में मीटिंग लेने जा रहा है.
11 फरवरी को लखनऊ में भव्य स्वागत व रोड शो के बाद 12 से 14 फरवरी तक प्रियंका गांधी पूर्वी यूपी के नेताओं के साथ मैराथन बैठक करेंगी. वहीं पश्चिम यूपी प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया पश्चिम के कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक करेंगे. खास बात ये है कि तीन दिन तक लगातार 13 से 14 घंटे तक ये बैठकें चलेंगी.
मीटिंग में क्या होगा?
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पूर्वी व पश्चिम की 42-38 सीटें बांट ली गई हैं. हर लोकसभा सीट के अनुसार ये बैठक होगी. प्रियंका 12 फरवरी को सुबह 11 बजे से मीटिंग करना शुरू करेंगी. सबसे पहले मोहनलालगंज लोकसभा सीट के नेताओं संग बैठक होगी. इसके बाद 12 बजे से उन्नाव लोकसभा सीट के नेताओं संग बैठक होगी. इसी तरह लगातार प्रत्येक लोकसभा सीट अनुसार तीन दिन तक बैठकों का दौर चलेगा. हर लोकसभा सीट की बैठक में जिलाध्यक्ष, नगर अध्यक्ष, मौजूदा/पूर्व विधायक, पूर्व सांसद व कुछ संभावित उम्मीदवार समेत जिला संगठन के अहम नेताओं को बुलाया गया है. एक सीट से 15-20 लोग इस बैठक में हिस्सा लेंगे. ठीक इसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया पश्चिम के नेताओं संग बैठक करेंगे. इस दौरान सीट के जातीय समीकरण व संभावित उम्मीदवारों को लेकर चर्चा होने की उम्मीद है. इसके अलावा उन अहम मुद्दों पर चर्चा संभव है जिन पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. लोकल इश्यूज़ को भी तवज्जो मिलने की उम्मीद है.
प्रियंका की नई टीम का रहेगा अहम रोल
11 फरवरी से लेकर चुनाव तक यूपी कांग्रेस का हर फैसला प्रियंका की नई टीम लेगी. इस टीम का कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है लेकिन माना जा रहा है कि दिल्ली से ही प्रियंका के साथ एक दर्जन लोगों की नई टीम आ रही है. इस कोर टीम में वही लोग होंगे जो पिछले कुछ वर्षों से प्रियंका के साथ जुड़े रहे हैं. कांग्रेस के विभिन्न फ्रंटल संगठनों के साथ को-आर्डिनेशन व कम्यूनिकेशन व सोशल मीडिया हैंडलिंग के लिए भी लोग आ रहे हैं.
इनमें से धीरज श्रीवास्तव अहम होंगे. राजस्थान में 1994 बैच के आरएएस अफसर धीरज श्रीवास्तव ने वीआरएस ले लिया. माना जा रहा है अब वह कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव के तौर पर काम करेंगे. इससे पहले वह सोनिया गांधी के ओएसडी और सीएम अशोक गहलोत के पहले कार्यकाल में ओएसडी रह चुके हैं. धीरज पीएमओ में भी काम कर चुके हैं और लंबे समय से राजीव गांधी फाउंडेशन में तैनात थे. इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजीव शुक्ला की भूमिका भी अहम रहेगी. वहीं कुछ युवा सदस्य भी इस कोर टीम में रहेंगे.
इसके अलावा पश्चिम यूपी व पूर्वी यूपी में कार्यकारी अध्यक्ष की भी नियुक्ति हो सकती है. वहीं कैंपेनिंग कमेटी, कम्यूनिकेशन व पब्लिसिटी डिपार्टमेंट को भी मजबूत करने पर जोर रहेगा.
रोड-शो से होगी ग्रैंड एंट्री
11 फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रियंका गांधी व ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पहुंचेंगे. इस दौरान लखनऊ एयरपोर्ट से लेकर कांग्रेस पार्टी के दफ्तर तक रोड शो होगा. करीब तीन दर्जन से ज्यादा जगहों पर कांग्रेस के इन दिग्गजों का स्वागत होगा.
स्वागत के लिए कार्यकर्ता आलमबाग, चारबाग, हुसैनगंज, बर्लिंगटन, ओडियन सिनेमा, लालबाग में रहेंगे और इन्हीं रास्तों से होते हुए इनका काफिला हजरतगंज पहुंचेगा. यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता उमाशंकर पांडे ने बताया कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर, महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम होगा. इसके बाद सभी लोग प्रदेश कांग्रेस कार्यालय का रुख करेंगे और पार्टी कार्यालय पर स्वागत होगा.
होर्डिंग लगवाने की होड़
उत्साही कांग्रेसियों ने पूरे शहर को प्रियंका के स्वागत के होर्डिंग्स से पाट दिया. विधायकों से लेकर प्रवक्ताओं तक में स्वागत के होर्डिंग लगवाने को लेकर स्पर्धा दिख रही है. कई कांग्रेसियों ने तो स्वागत के अलग -अलग तरीके निकाले हैं.
कांग्रेस नेता शैलेंद्र तिवारी ने बताया कि उन्होंने कई गाड़ियों को प्रियंका गांधी के पोस्टर्स से पाट दिया है. उस पर स्लोगन भी लिखवाया है ‘आ गई प्रियंका बज गया डंका, भ्रष्टाचार की जलेगी लंका’ समेत तमाम स्लोगन लिखवाए हैं.
वहीं सुष्मिता देव के नेतृत्व में महिला कांग्रेस को भी इस रोड शो को सफल बनाने की अहम जिम्मेदारी मिली है. मध्य जोन की अध्यक्ष ममता चौधरी अपनी टीम के साथ महिलाओं को आमंत्रित करने में लगी हैं.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने बताया कि प्रदेश भर से कार्यकर्ता इस रोड शो में हिस्सा लेने आ रहे हैं. लगभग पांच से छह घंटा ये रोड शो चल सकता है. हर उम्र के लोग इस रोड शो में दिखेंगे.
आने का तय जाने का नहीं
रोड शो के बाद राहुल गांधी तो वापस चले जाएंगे, लेकिन प्रियंका गांधी कम से कम अगले चार दिन लखनऊ रुकेंगी. उनकी वापसी का कार्यक्रम अभी नहीं आया है. वह वीवीआईपी गेस्ट हाउस या किसी होटल में ठहरेंगी और रोजाना वहीं से पार्टी कार्यालय जाएंगी. बताया जा रहा है कि चार दिनों से लखनऊ प्रवास के दौरान प्रियंका व ज्योतिरादित्य पार्टी कार्यालय में कांग्रेस के नए और पुराने नेताओं से मुलाकात करेंगे.
अधिकतर कांग्रेसियों में उत्साह है लेकिन कुछ चेहरों पर शिकन भी है. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग के बाद कई पदाधिकारियों को बदला भी जा सकता है. पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इसका कारण ये है कि आलाकमान को यूपी से अब रिजल्ट चाहिए. पिछले कई साल से यूपी में कांग्रेस की स्थिति बेहद कमजोर रही है. साल 2014 लोकसभा चुनाव व 2017 विधानसभा चुनाव में कई वरिष्ठ नेता हार गए. संगठन भी कमजोर हो गया. यही कारण है कि चुनाव से कुछ महीने पहले प्रियंका की एंट्री कराई गई है. कांग्रेसियों के हाव-भाव से लग रहा है कि प्रियंका अगले 96 घंटों में यूपी कांग्रेस की कार्यशैली का तरीका बदलने जा रही हैं.