नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि जाति आधारित जनगणना पर एक ऑल पार्टी मीटिंग करने के लिए बातचीत चल रही है और उसके बाद इसपर काम किया जाएगा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जातीय जनगणना में सभी से राय लेकर उसपर निर्णय लिया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘जातिगत जनगणना के लिए हमने पहले ही कहा है. बिहार विधानसभा ने इसे दो बार पारित किया है. इस बार सभी पार्टियों की बैठक करके इसपर निर्णय लेकर कैबिनेट से स्वीकृत करके काम शुरू किया जाएगा. इस मामले में कई दलों से बातचीत की जाएगी.’
जाति जनगणना पर सर्वदलीय बैठक 27 मई को होने की संभावना है.
नीतीश ने आगे कहा कि हमने सभी पार्टियों से बात करना शुरू कर दिया है. कुछ ने अभी प्रतिक्रिया नहीं दी है हम उसका ही इंतिजार कर रहे हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि दस दिन पहले ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस मुद्दे पर चर्चा की थी.
तेजस्वी ने कहा था कि नीतीश जल्द ही इस मुद्दे पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे.
उन्होंने कहा था, ‘मुख्यमंत्री ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह राज्य में इस कवायद को करने के तौर-तरीकों पर चर्चा करने के लिए जल्द ही एक सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे. मुझे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बातों पर पूरा भरोसा है. चूंकि उन्होंने हमें आश्वासन दिया है, इसलिए हमें कुछ समय इंतजार करना चाहिए.’
नीतीश कुमार की जेडीयू राज्य में बीजेपी के साथ गठबंधन में शासन कर रही है.
17 मई को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि बाजेपी कभी जातीय जनगणना के विरुद्ध नहीं रही और पार्टी ने हमेशा संसद और विधानमंडल में इसका समर्थन किया.
उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर बिहार विधानसभा और विधान परिषद से दो बार पारित सर्वसम्मत प्रस्ताव में बीजेपी भी शामिल रही है. उन्होंने कहा कि जब इस मांग को लेकर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गया, तब उसमें बिहार से वरिष्ठ मंत्री जनक राम और झारखंड प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष भी शामिल हुए थे.
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