भुवनेश्वर (ओडिशा) : आम चुनाव और राज्य के विधानसभा चुनाव दोनों नजदीक होने पर, कांग्रेस पार्टी की ओडिशा इकाई 15 सितंबर को हर घर का दौरा कार्यक्रम, ‘घर घर कांग्रेस’ शुरू कर रही है, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष सरत पटनाइक ने मंगलवार को कहा.
‘घर-घर कांग्रेस’ कार्यक्रम के तहत कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता पार्टी का संदेश देने के लिए हर घर जाएंगे. सरत पटनाइक ने कहा कि, “कैसे ओडिशा सरकार ओबीसी एससी और एसटी को नजरंदाज कर रही है व बीजेपी और बीजेडी के नेता किस तरह ओडिशा को लूट रहे हैं घरों का दौरे कर इसे उजागर किया जाएगा.”
इस बीच, जाने-माने मुस्लिम नेता मोहम्मद शाह नवाज मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. अल्पसंख्यक विभाग के नेता के राजू और ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सरत पटनाइक इस दौरान मौजूद थे.
शाह नवाज ने कहा, “मैं ओडिशा हाईकोर्ट में एडवोकेट हूं. मैं पिछले 30 साल से कांग्रेस ओडिशा अल्पसंख्यक विभाग में था.”
4 साल पहले कांग्रेस छोड़ने के अपने फैसले पर शाह नवाज ने कहा कि 2014 के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा लाए गए कार्यक्रम की वजह से कई लोगों ने अपना पक्ष बदला.
उन्होंने तर्क दिया, “2014 के बाद केंद्र के कुछ प्रोग्राम बहुत प्रेरक थे, जिससे लोगों ने अपना पक्ष बदलना शुरू किया. ये कार्यक्रम जरूरतों पर आधारित थे. इस वजह से कांग्रेस नेता कई जगह डायवर्ट हुए, कुछ बीजेपी में तो कुछ बीजेडी में.”
बीजेपी की निंदा करते हुए शाह नवाज ने कहा, “सेक्युलरिज्म का दावा कहीं नजर नहीं आता…ऐसा लगता है कि मानो राज्यपाल शासन चला रहे हों. सरकार कहां है.?”
कांग्रेस में वापस आने को लेकर उन्होंने कहा, “कांग्रेस ही केवल एक पार्टी है जो कि धर्मनिरपेक्ष है. खरगे जी, राहुल जी, सोनिया जी, उनकी भारत जोड़ो यात्रा… प्रेरणा देने वाली है. जब भी कोई संसद में सवाल उठाता है तो उसे मार्शल के जरिए बाहर कर दिया जाता है. इसलिए हम कांग्रेस में वापस आने के लिए प्रेरित हुए.”
कटक से मुस्लिम नेता शाह नवाज ने कांग्रेस में अल्पसंख्यक विभाग के प्रमुख के तौर पर काम किया है.
4 साल पहले, शाह नवाज ने बीजू जनता दल (बीजेडी) में चले गए. हालांकि, उन्होंने कहा कि जब उन्होंने देखा कि बीजद और भाजपा दोनों ने मुसलमानों के लिए कुछ नहीं किया तो उनका बीजद से मोहभंग हो गया.
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