scorecardresearch
Sunday, 28 April, 2024
होमराजनीतिगौरव यात्रा- गुजरात गौरव, PM Modi और उनके काम से ग्रामीण वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही BJP

गौरव यात्रा- गुजरात गौरव, PM Modi और उनके काम से ग्रामीण वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही BJP

गौरव यात्रा में पांच रूट कवर किए जाएंगे जिनमें केंद्रीय और राज्य के नेताओं की भागीदारी होगी. आम लोगों से जुड़ने के लिए निर्धारित स्थानों पर हर रोज चार जनसभाएं की जा रही हैं.

Text Size:

मोडासा: गुजरात में एक जगह कुछ ग्रामीण इकट्ठे हुए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की तस्वीरों से घिरी एक बस को गौर से देख रहे हैं जो गांधीनगर के पास मोडासा से मेहसाणा में वडनगर तक ग्रामीण इलाकों की यात्रा पर है.

बस के पीछे लगे ट्रक पर लाउडस्पीकरों से ‘अविगयो मोदी अविगयो’ (मोदी यहां हैं) के नारे सुनाई देते हैं.

यह नजारा भाजपा की गौरव यात्रा का है, जो विधानसभा चुनाव से पहले ग्रामीण गुजरात में इसका एक बड़ा सियासी दांव है. कोशिश यह है कि इसके जरिये पीएम मोदी की जन धन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषि सम्मान निधि जैसी योजनाओं को गुजरात के गांव-गांव तक पहुंचाया जाए. और राज्य की जनता से भाजपा को लगातार 7वीं बार सत्ता में पहुंचाने की अपील की जाए.

मोडासा, जहां से यात्रा की शुरुआत हुई, में भाजपा कार्यालय में यात्रा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा, ‘जब भी हमारे घर कोई शादी या कोई समारोह या त्यौहार होता है तो सभी तैयारियों में व्यस्त हो जाते हैं. इसी तरह, चुनाव पार्टी का त्यौहार है और इसलिए भाजपा ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.’

गौरव यात्रा का आज दूसरा दिन था, जिसे शुक्रवार को अहमदाबाद जिले के जंजारका गांव के श्री सवैयानाथ मंदिर से शाह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें


यह भी पढे़ं: कैसे गुजरात पिटाई मामले ने भारतीय राजनीति की ‘सेकुलर’ चुप्पी को सामने ला दिया


रूपाला ने दिप्रिंट को बताया, ‘हमने सभी प्रमुख शहरों को इससे (गौरव यात्रा) बाहर ही रखा है. तो आप कह सकते हैं कि यह ग्रामीण क्षेत्रों पर केंद्रित है. लेकिन हम जल्द ही शहरी क्षेत्रों में भी कुछ करेंगे.’

इसी तरह की गौरव यात्रा पहले ही अहमदाबाद जिले के जंजारका गांव, नवसारी जिले के वानस्दा तालुका से शुरू हो चुकी हैं और उत्तर गुजरात के कच्छ और मेहसाणा की यात्रा पर निकली दो और यात्राओं को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जा चुका है. इसमें से तीन यात्राएं जहां शाह की मौजूदगी में शुरू हुईं, वहीं दो अन्य को हरी झंडी दिखाने के लिए नड्डा मौजूद थे. ये यात्राएं 20 अक्टूबर तक चलेंगी. गौरव यात्रा पर निकलीं टीमें कुल 182 में से 144 निर्वाचन क्षेत्रों को कवर कर सकती हैं.

हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक गुजरात चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है.

ग्रामीण गुजरात को लुभाने की कवायद

2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने गुजरात की सत्ता पर अपनी पकड़ तो बनाए रखी थी, लेकिन यह मुख्यत: शहरी क्षेत्रों में उसके प्रदर्शन के बलबूते ही संभव हो पाया था. हालांकि, ग्रामीण गुजरात के कई हिस्से कांग्रेस के साथ दिखे थे. गुजरात के ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस की सीटों की संख्या 57 से बढ़कर 71 हो गई थी.

हालांकि, गुजरात के भाजपा नेताओं ने इस बात से इनकार किया है कि गौरव यात्रा पांच साल पहले ग्रामीण क्षेत्रों में नजर आए मतदान पैटर्न में बदलाव की एक कोशिश है.

भाजपा के यात्रा संयोजक मयंक नायक ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि हमने कांग्रेस के कब्जे वाले निर्वाचन क्षेत्रों पर फोकस किया है. आज के रूट पर नजर डालें तो मोडासा के पास कांग्रेस के विधायक हैं, लेकिन प्रांतिज, हिम्मतनगर, इदर इन सभी सीटों पर भाजपा के विधायक हैं.’

भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि ‘गौरव यात्रा’ की अवधारणा मोदी ने ही बनाई थी जब वह गुजरात के सीएम थे. उक्त बस कुछ निर्धारित स्थानों पर रुकती है जहां भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों का एक समूह यात्रियों के स्वागत के लिए इकट्ठा हो जाता है.

हर दिन, भाजपा के नेता निर्धारित स्थानों पर चार जनसभाएं करते हैं, जिसमें यही बात की जाती है कि कैसे गुजरात के रहने वाले मोदी देश पर शासन कर रहे हैं, कैसे उन्होंने ‘गुजरात मॉडल’ को लोकप्रिय बनाया है, और दुनियाभर में भारत की शान को बढ़ाया है.

People listen to BJP leaders at a public meeting at Gujarat's Talod constituency | Praveen Jain | ThePrint
गुजरात के तलोद निर्वाचन क्षेत्र में एक जनसभा में भाजपा नेताओं को सुनते लोग | प्रवीण जैन | दिप्रिंट

रूपाला ने दिप्रिंट को बताया, ‘मोदी जी के कारण दुनिया में हमारे देश की एक अलग ही पहचान बनी है. हमारे गुजरात मॉडल की हर तरफ तारीफ हो रही है. और हमें इसे आगे बढ़ाना होगा और लोगों को बताना होगा कि मोदी जी और भाजपा ने क्या-क्या किया है.’

‘हमें मोदी के काम को लोगों तक पहुंचाना है’

गौरव यात्रा पर निकली बस में पूरे रास्ते देश, भाजपा और पीएम मोदी की प्रशंसा वाले गीत बजते रहते हैं. जहां कहीं भी बस रुकती है भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा हो जाती है, लेकिन उनमें से बस कुछ ही आम मतदाता होते हैं.

तलोद जिले के स्थानीय एपीएमसी बाजार में एक जनसभा में करीब 2,000 लोग जुटे, जिनमें ज्यादातर भाजपा कार्यकर्ता थे. उन्होंने भगवा टोपी के साथ गले में पटका पहन रखा था जिस पर कमल का फूल और अंग्रेजी और गुजराती में पार्टी के नाम प्रिंट था. उन्हें पहले रूपाला ने संबोधित किया. उनके बाद भाजपा सदस्य और पालनपुर स्थित बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर चौधरी ने संबोधित किया, जिन्होंने ‘गुजरात मॉडल’ के बारे में बात की.

रूपाला ने दावा किया, ‘भाजपा सरकार गुजरात समेत पूरे देश को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के उद्देश्य से सर्वांगीण विकास के नए रिकॉर्ड बना रही है.’

Union minister Purshottam Rupala is welcomed by BJP workers at Gujarat's Talod constituency | Praveen Jain | ThePrint
गुजरात के तलोद निर्वाचन क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला का भाजपा कार्यकर्ता स्वागत करते हुए | प्रवीण जैन | दिप्रिंट

भीड़ ने इसके जवाब में ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ का उद्घोष किया.

भीड़ में बैठी तलोद की भाजपा कार्यकर्ता सुनीताबेन गज्जर ने दिप्रिंट से कहा, ‘मोदी ने अच्छा काम किया है. उनकी सारी योजनाएं अच्छी हैं और हमें लोगों को बताना है कि उन्होंने क्या-क्या काम किए हैं.’

पेशे से किसान और जनसभा में मौजूद कुछ गैर-भाजपा भागीदारों में से एक जुजरसिंह रबारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘हम यहां इसलिए आए हैं क्योंकि हमें भाजपा मोदी पर भरोसा है. उनकी योजनाएं देश में आश्चर्यजनक ढंग से कारगर रही हैं और कई लोगों ने उनका लाभ उठाया है. इसलिए मुझे उन पर भरोसा है.’

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढे़ं: ‘दिल्ली की हिंदुत्व सरकार में सिखों को भरोसा नहीं’- पंजाब में नेताओं ने केंद्र के खिलाफ संभाला मोर्चा


 

share & View comments