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Friday, 11 October, 2024
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कितनी खुलेगी मोहब्बत की दुकान: दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्र से गुजरेगी राहुल की भारत जोड़ो यात्रा

मोहब्बत और एकता की बात कर देशभर में भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे राहुल आज दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्र से गुजरेंगे, उन्होंने 19 दिसंबर को अलवर में कहा था नफरत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं.

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नई दिल्लीः सितंबर माह में कन्याकुमारी से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने जा रही है. यह यात्रा आज उत्तर-पूर्वी दिल्ली के उन इलाकों से गुज़रेगी, जहां लगभग दो साल पहले दंगा हुआ था.

सुबह 9 बजे राहुल गांधी यमुना बाज़ार स्थित मरघट के हनुमान मंदिर से इस यात्रा को शुरू करने जा रहे हैं. यह यात्रा शास्त्री पार्क, गांधी नगर, सीलमपुर, ज़ाफराबाद, मौजपुर, गोकुलपुरी होते हुए उत्तर प्रदेश के लोनी में प्रवेश कर जाएगी.

भाईचारा और एकता की बात करने वाली कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल की यात्रा को लेकर लगभग दो साल पहले हादसे के शिकार लोग जहां, एक ओर इस यात्रा का स्वागत करने की बात कह रहे हैं वहीं, कुछ की आंखे उन दिनों को याद कर नम हो गईं.

दिप्रिंट से बातचीत में इस दंगे के शिकार लोगों ने मिला जुला संदेश दिया है.

मौजपुर-बाबरपुर रोड पर पिछले 20 वर्षों से पुरानी साड़ियों की दुकान चलाने वाले शहज़ाद और शफीक की आंखें उस समय एक बार फिर नम हुईं जब दिप्रिंट ने उनसे बातचीत शुरू की. हालांकि, दोनों ने एक स्वर में कहा कि यात्रा का दिल से स्वागत है. वहीं, हिंसा के चश्मदीद रहे रवि जैन और बिजेंद्र कुमार ने कहा कि हम तब भी यहीं थे कल भी यही रहेंगे.

शहज़ाद और शफीक की दुकान दिल्ली दंगों के दौरान उन दुकानों में शामिल थी जिसे हिंसक तत्वों ने जला दिया था.

रुंधते गले से शफीक ने दिप्रिंट से कहा, ‘हमने बहुत बुरा टाइम देखा है. हमें कुछ अच्छे की उम्मीद नज़र आ रही है.’

मौजपुर में अपनी दुकान पर बैठे शफीक | फोटोः फाल्गुनी शर्मा/दिप्रिंट

उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि राहुल गांधी की यह यात्रा सफल हो.’

बता दें कि 22 फरवरी 2020 को दिल्ली के ज़ाफराबाद मेट्रो स्टेशन से नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए)के विरोध में शुरू हुए प्रदर्शन के अगले दिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा के कथित विवादित बयान के बाद हिंसा भड़क गई थी. दोनों पक्षों में जमकर पत्थरबाज़ी और नारेबाज़ी हुई.

दरअसल, सोशल मीडिया पर मौजूद एक वायरल वीडियो में कपिल मिश्रा को मौजपुर चौक की रेड लाइट के सामने कहते सुना जा सकता है, ‘ये यही चाहते हैं कि दिल्ली में आग लगी रहे. इसीलिए इन्होंने रास्ते बंद किए और इसीलिए ये दंगे जैसा माहौल बना रहे हैं. डीसीपी साहब, आप सबके सामने खड़े हैं. मैं आप सबकी ओर से ये बात कह रहा हूं कि ट्रंप के जाने तक तो हम शांति से जा रहे हैं. लेकिन उसके बाद अगर रास्ते खाली नहीं हुए तो हम आपकी भी नहीं सुनेंगे. ठीक है?’

हालांकि, दंगों पर दिल्ली पुलिस की इंटर्नल रिपोर्ट में इस हिंसा के लिए कपिल के बयान की जगह भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं की नाराज़गी को बताया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम समर्थक प्रदर्शनकारियों ने भीम आर्मी के एक वाहन पर हमला किया था. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लोगों को लामबंद किया और जवाबी कार्रवाई की.’

वहीं, दूसरी तरफ मौजपुर रेड लाइट पर पिछले 50 वर्षों से अधिक समय से पान की दुकान चला रहे रवि जैन ने कहा, ‘मेरी दुकान दंगों में भी खुली थी और कल भी खुली रहेगी.’ रवि खुद 55 साल के हैं. वे बताते हैं इससे पहले उनके पिता इस दुकान पर बैठा करते थे.

उन्होंने राहुल गांधी की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘राहुल गांधी आएं, हम यहीं बैठे हुए हैं. यात्रा आएगी यहां से चली जाएगी. हमें ऑर्डर आएगा तो दुकान बंद कर देंगे.’

उन दंगे वाले दिनों को याद करते हुए रवि ने कहा, ‘सेना के जवानों ने उस दिन मुझे भरोसा दिलाया था कि हम हैं आप दुकान खोलिए. फिर मैंने दुकान खोली. लेकिन उन्होंने चारों तरफ लगी आग के उस मंज़र को देखा था.’

मोहब्बत और एकता की बात कर देशभर में भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे राहुल ने 19 दिसंबर 2022 को अलवर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘नफरत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं.’


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दंगा प्रभावित दिल्ली और कांग्रेस

बता दें कि 24 से 26 फरवरी 2020 की शाम तक उत्तर पूर्वी दिल्ली जल रही थी. इस दौरान 53 लोगों की मौत हो गई. 720 से अधिक लोग के घायल हुए थे.

पुलिस ने अपनी एक इंटर्नल रिपोर्ट में कहा, ‘झड़प पूरे दिन जारी रही और कई दुकानों को आग लगाई गई और एक पेट्रोल पंप भी जला दिया गया. लूटपाट की गई.’

रिपोर्ट में कई घरों के जलाए जाने और क्षतिग्रस्त होने की बात भी कही गई है.

कांग्रेस पार्टी ने निगम के चुनाव में इस इलाके में अच्छा प्रदर्शन किया. पार्टी के सबसे ज्यादा पार्षद यहीं से जीते हैं. हालांकि, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी.

यात्रा के लिए इस इलाके को चुने जाने का कारण पूछे जाने पर बाबारपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जुबैर अहमद ने दिप्रिंट से कहा, ‘हाल ही में संपन्न निगम चुनावों में कांग्रेस के ज्यादातर पार्षद इसी इलाके से जीते हैं. पार्टी ने इस इलाके से अच्छा प्रर्दशन किया है.’

वहीं, लगातार भारत जोड़ो यात्रा को भारत तोड़ो यात्रा कह रही बीजेपी का कहना है कि संवेदनशील इलाके में जाने से किसी भी संभावित घटना के लिए कांग्रेस जिम्मेदार होगी.

बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, ‘राहुल गांधी कुछ ज्यादा जोड़ नहीं पाएंगे. उन्हें पहले कांग्रेस को जोड़ने का काम करना चाहिए.’

प्रवीण शंकर ने आगे कहा, ‘राहुल को कम्युनल रूप से संवेदनशील इलाकों में भीड़ लेकर नहीं गुज़रना चाहिए.ऐसे इलाकों में किसी बड़े नेता का जाना जरूरी नहीं है.’

उन्होंने कहा कि वहां, होने वाली किसी भी संभावित घटना के लिए राहुल गांधी स्वयं जिम्मेदार होंगे.


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‘हमारे साथ बहुत धोखा हुआ’

वहीं साड़ी की दुकान चलाने वाले शहज़ाद ने कहा, ‘पार्टी कोई भी हो. लोगों में फैली नफरत कम होनी चाहिए.’

दंगों में प्रभावित लोगों को आम आदमी पार्टी (आप) पार्टी की सरकार ने मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक मुआवजे की पूरी राशि न मिलने को लेकर यहां लोगों में गुस्सा है. शहजाद ने कहा कि हमारे साथ बहुत धोखा हुआ है.’

बता दें कि दिल्ली सरकार ने मुआवजे की घोषणा के दौरान कहा था कि जिस किसी की दुकान में टूट फूट हुई है उन्हें ढाई लाख तक और जिनकी पूरी तरह से जल गई है उन्हें पांच लाख रुपये तक दिए जाएंगे.

कांग्रेस के कार्यकर्ता ज़ुबैर ने कहा, ‘राहुल अपनी यात्रा के जरिए क्या संदेश दे सकते हैं. यह तो खुद राहुल जानते हैं. हालांकि, इलाके के लोग उनके स्वागत के लिए उत्साहित हैं.’

बिजेंद्र ने कहा, ‘हमने दंगे के समय अपने लोगों को बचाया था. नेताओं का काम है यात्रा निकालना…निकालने दीजिए.’

बता दें कि 15 -16 दिसंबर 2019 से जामिया मिल्लिया इस्लामिया और शाहीन बाग से सीएए-एनआरसी के विरोध में शुरू हुए प्रदर्शन की लौ पूरे देश में जल रही थी.

बता दें कि आज भारत जोड़ो यात्रा में राहुल के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, कांग्रेस के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत कई दिग्गज शामिल रहेंगे.

गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु में कन्याकुमारी से शुरू हुई और अब तक तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक तथा तेलंगाना सहित पांच दक्षिणी राज्यों और महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश से होकर गुज़र चुकी है. आज यात्रा उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी.

फरवरी की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर में यह यात्रा संपन्न होगी. यात्रा के तहत 150 दिन में 3,570 किलोमीटर का सफर तय करने का लक्ष्य है.


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