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Wednesday, 8 May, 2024
होमराजनीतिसिसोदिया के भ्रष्टाचार के आरोपों को हिमंत बिस्वा ने किया खारिज, कहा- मानहानि का मुकदमा कर दूंगा

सिसोदिया के भ्रष्टाचार के आरोपों को हिमंत बिस्वा ने किया खारिज, कहा- मानहानि का मुकदमा कर दूंगा

'आप' नेता ने पूछा कि भाजपा द्वारा शासित राज्य के एक मुख्यमंत्री द्वारा कथित भ्रष्टाचार पर भाजपा के सदस्य चुप क्यों हैं?

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नई दिल्ली: पीपीई किट की सप्लाई में अनियमितता के आरोपों पर सफाई देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि पीपीई किट ‘सरकार को उपहार में दी गईं’ थीं और उनकी पत्नी की कंपनी ने इसके लिए ‘कोई पैसा नहीं’ लिया है.

सीएम बिस्वा ने ट्विटर के जरिए यह सफाई दी है. साथ ही उन्होंने वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री सरमा ने इन आरोपों के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी है.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘कोविड की लहर के उस समय, हमारे पास असम में एक भी पीपीई किट नहीं था. कड़ी मेहनत के बाद, मेरी पत्नी कीमती जानों को बचाने के लिए कुछ किट लाने में कामयाब रहीं. हालांकि एनएचएम ने आदेश जारी किया कि कंपनी ने कोई पैसे नहीं लिए और किट सरकार को उपहार में दी गई हैं.’

उन्होंने आगे लिखा कि एक भी पैसे का लेन-देन नहीं हुआ, भ्रष्टाचार कहां है?

सिसोदिया ने एनएचएम-असम मिशन निदेशक एस लक्ष्मणन के जेसीबी इंडस्ट्रीज को संबोधित एक बिल को टैग करते हुए ट्वीट किया था.

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उन्होंने ट्वीट किया, ‘माननीय मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा जी! यह रहा आपकी पत्नी की जेसीबी इंडस्ट्रीज के नाम 990 रुपये प्रति किट के हिसाब से पांत हजार किट खरीदने का अनुबंध. बताइए क्या यह कागज झूठा है? क्या स्वास्थ्य मंत्री रहते अपनी पत्नी की कम्पनी को बिना निविदा जारी किए खरीद का ऑर्डर देना भ्रष्टाचार नहीं है?’

सिसोदिया ने कहा कि असम सरकार ने अन्य कंपनियों से 600 रुपए प्रति किट के हिसाब से पीपीई किट खरीदी. उन्होंने कहा कि सरमा ने ‘कोविड-19 आपात स्थिति का लाभ उठाते हुए’ अपनी पत्नी की कंपनी और बेटे के व्यापारिक साझेदारों को एक पीपीई किट 990 रुपए के हिसाब से तत्काल आपूर्ति करने के आदेश दिए.

उन्होंने आरोप लगाया कि ‘यह असम के मुख्यमंत्री और उनके करीबी सहयोगियों द्वारा किया गया एक बड़ा घोटाला है. यह भ्रष्टाचार का मामला है और ईडी (सत्येंद्र) जैन के पीछे लगी है जो दिल्ली के निवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘सरमा के बेटे के व्यापारिक साझेदारों को भी 990 रुपए प्रति किट की दर से पीपीई किट की आपूर्ति करने का आकर्षक ऑर्डर मिला. सरमा की पत्नी के एक व्यापारिक साझेदार के स्वामित्व वाली कंपनी एजाइल एसोसिएट्स को 2,205 रुपए प्रति किट के हिसाब से दस हजार पीपीई किट देने का ऑर्डर मिला.’

सिसोदिया ने आरोप लगाया, ‘ऑर्डर की अधूरी आपूर्ति के बावजूद, सरमा परिवार के इन करीबी सहयोगियों को 1,680 रुपए प्रति किट की दर से अधिक पीपीई किट की आपूर्ति करने का ऑर्डर मिला.’

‘आप’ नेता ने पूछा कि भाजपा द्वारा शासित राज्य के एक मुख्यमंत्री द्वारा कथित भ्रष्टाचार पर भाजपा के सदस्य चुप क्यों हैं?

सिसोदिया ने कहा, ‘वे भ्रष्टाचार की बात करते हैं और विपक्षी दलों के सदस्यों के खिलाफ निराधार आरोप लगाते हैं। मैं भ्रष्टाचार के बारे में उनकी समझ के बारे में जानना चाहता हूं. उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वे इसे (असम मामला) भ्रष्टाचार मानते हैं या नहीं.’

उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भ्रष्टाचार के ‘फर्जी’ आरोपों में गिरफ्तार किया और केंद्र ने शुक्रवार को अदालत से कहा कि वह ‘एक आरोपी नहीं’ हैं.

गौरतलब है कि ईडी ने 30 मई को धनशोधन मामले में जैन को कई घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था.

भाषा के इनपुट से 


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