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Sunday, 22 December, 2024
होमराजनीतिगौरव गोगोई ने बिहार की तरह असम में भी जाति सर्वे कराने पर दिया जोर, बोले- पिछड़े समुदायों को न्याय मिलेगा

गौरव गोगोई ने बिहार की तरह असम में भी जाति सर्वे कराने पर दिया जोर, बोले- पिछड़े समुदायों को न्याय मिलेगा

गोगोई ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों को सम्मान और न्याय मिले.

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नई दिल्ली: बिहार और राजस्थान के बाद, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने रविवार को असम में भी इसी तरह की जाति-आधारित जनगणना पर जोर दिया ताकि राज्य के सभी पिछड़े समुदायों को “सम्मान” और “न्याय” मिले.

गोगोई ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया, “कल मैं एक प्रमुख ताई अहोम युवा संगठन द्वारा आयोजित एक समारोह में था. मैंने बिहार और राजस्थान मॉडल की तर्ज पर असम में जाति जनगणना की मांग की. हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों को सम्मान और न्याय मिले.”

गोगोई ने असम कांग्रेस का एक पोस्ट भी साझा किया जिसमें असम के गोलाघाट में जनरल फील्ड में सार्वजनिक भाषण देते हुए राज्य में जाति-आधारित जनगणना पर जोर देते हुए उनका एक वीडियो था.

असम कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सांसद गोगोई ने टीएआईपीए केंद्रीय समिति के 7वें वार्षिक सम्मेलन के अवसर पर गोलाघाट के “जनरल फील्ड” में एक प्रेरणादायक भाषण दिया.”

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने शुक्रवार को घोषणा की कि राज्य बिहार की तरह जाति आधारित जनगणना कराएगा. शुक्रवार को जयपुर में राज्य पार्टी की बैठक के बाद गेहलोत ने मीडिया से बात की.

सीएम गेहलोत ने कहा, “कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में जाति जनगणना की व्यवस्था बनाई थी और उसी के आधार पर हम यहां भी इसे करेंगे. राजस्थान सरकार भी बिहार की तरह जाति जनगणना कराएगी.”

उन्होंने कहा कि हम इस अवधारणा को लेकर चलेंगे. बिहार की तर्ज पर जाति आधारित जनगणना कराएंगे.

बिहार में किए गए जाति-आधारित सर्वेक्षण की रिपोर्ट 2 अक्टूबर को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार द्वारा जारी की गई थी. बिहार में कांग्रेस सरकार की सहयोगी है.

जाति आधारित जनगणना के महत्व पर जोर देते हुए अशोक गेहलोत ने कहा, ”जब हम सामाजिक सुरक्षा की बात करते हैं तो इसे तभी लागू किया जा सकता है. जब हमें पता हो कि जाति के आधार पर स्थिति क्या है. देश में अलग-अलग जातियां रहती हैं जो अलग-अलग काम करती हैं , जब हमें पता होगा कि प्रत्येक जाति की कितनी जनसंख्या है, तो हम उनके लिए विशेष योजनाएं बना सकते हैं.”

इससे पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शुक्रवार को कहा कि अगर कांग्रेस राज्य में फिर से सत्ता में आती है, तो बिहार की तरह ही राज्य में जाति जनगणना कराई जाएगी.


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