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Thursday, 21 November, 2024
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BJP की 2022 चुनावों की तैयारी- इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स पर फोकस, चुनावी राज्यों के दौरे करने का नड्डा का मंत्रियों को निर्देश

राजनाथ सिंह, अमित शाह,और निर्मला सीतारमण, अन्य नेताओं के साथ बीजेपी अध्यक्ष की बुलाई बैठक में शामिल थे, जिसमें पार्टी ने अगले साल चुनावों में जा रहे राज्यों के लिए, चुनावी रणनीति पर चर्चा की.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने सात राज्यों में, अगले साल आगामी विधान सभा चुनावों के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है, जिसमें लंबित इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए शिलान्यास समारोह आयोजित करना और केंद्रीय मंत्रियों द्वारा आउटरीच कार्यक्रम शामिल हैं.

बीजेपी उन सात में से छह राज्यों में सत्तारूढ़ है, जो चुनावों में जा रहे हैं, जिसमें राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश भी शामिल है, जो देश का सबसे अधिक आबादी वाला सूबा है, जहां से प्रतिनिधियों की सबसे बड़ी संख्या संसद में जाती है.

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से, शनिवार को बुलाई गई बैठक में जिसमें आधा दर्जन कैबिनेट मंत्री और अन्य नेता शरीक हुए, पार्टी ने उन राज्यों के लिए चुनावी रणनीति तैयार की, जो 2022 के पहले हिस्से में चुनावों में जा रहे हैं- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर.

2022 विधान सभा चुनाव केसरी पार्टी के लिए बहुत अहम हैं, जो इसी साल पश्चिमी बंगाल में मिली चुनावी हार से, अभी उबर रही है.


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इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स पर फोकस

सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि नड्डा ने केंद्रीय मंत्रियों से, चुनावी राज्यों में सामाजिक सुरक्षा स्कीमों और लंबित इन्फ्रास्ट्रक्चर परियाजनाओं के कार्यान्वयन की ताज़ा स्थिति की जानकारी ली.

नड्डा ने मंत्रियों से ये भी कहा कि उन्हें इन राज्यों में, ज़्यादा समय बिताना शुरू कर देना चाहिए.

क़रीब 3 घंटे चली इस बैठक में शरीक होने वाले मंत्री थे, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, रेल मंत्री पीयूष गोयल और महिला एवं बाल विकास तथा कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी.

बैठक में शामिल होने वाले अन्य मंत्री थे मंसुख मंडाविया, हरदीप पुरी, प्रह्लाद जोशी और किरन रिजिजू.

बीजेपी महासचिवों की एक और बैठक भी बुलाई गई, जहां चुनावी राज्यों में पार्टी की संगठनात्मक शक्ति तैयार करने के उपायों पर चर्चा की गई.

एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने दिप्रिंट को बताया, ‘विधान सभा चुनावों की तैयारी इस बैठक का मुख्य एजेंडा था. केंद्रीय मंत्रियों को दो बैच में बुलाया गया. पहले बैच में वो मंत्री थे, जिनके मंत्रालय की स्कीमों और इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं से, चुनावों में जा रहे राज्यों को फायदा पहुंचेगा. दूसरे बैच में वो नेता शामिल थे, जिन्हें चुनावी राज्यों में संगठन का प्रचार जैसा अतिरिक्त काम दिया जाएगा. उनसे तैयारी शुरू करने के लिए कहा गया है’.

राज्यवार योजना

सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों को ये भी कहा गया कि इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को उद्घाटन के लिए पूरा कराएं, ताकि पार्टी की चुनावी संभावनाएं ज़्यादा से ज़्यादा बढ़ सकें.

मसलन, गोवा और गुजरात के तटीय राज्यों में बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय की कुछ परियोजनाओं में, महामारी के कारण देरी हो गई है.

एक पार्टी नेता ने बताया कि शाह और नड्डा ने केंद्रीय मंत्रियों से एक टाइमलाइन मांगी है, ताकि प्रधानमंत्री इन परियोजनाओं का उद्घाटन कर सकें. उन्होंने कहा, ‘यही वजह है कि मंसुख मंडाविया (जहाज़रानी मंत्री) को बुलाया गया था, ताकि समझा जा सके कि और क्या किया जा सकता है’.

बीजेपी ये भी तैयारी कर रही है कि टेक्सटाइल पार्क्स स्थापित करने की प्रक्रिया को तेज़ किया जाए.

इस साल बजट सत्र के दौरान, मोदी सरकार ने घोषणा की थी कि कपड़ा उद्योग का आकार बढ़ाने के लिए वियतनाम और चीन की इसी तरह की परियोजनाओं की तर्ज़ पर, तीन साल की अवधि में सात विशाल टेक्सटाइल पार्क्स स्थापित किए जाएंगे.

नेता ने समझाया, ‘इन पार्कों में लोगों के लिए रोज़गार के बड़े अवसर पैदा होंगे और इनकी स्थापना में जल्दी लानी है. अगर राज्य सरकारों ने ज़मीन का कुछ हिस्सा अधिग्रहीत कर लिया है, तो कम से कम शिलान्यास तो किया ही जा सकता है’. उन्होंने ये भी कहा कि ये विकास के कुछ ऐसे नैरेटिव्ज़ हैं, जो कोविड-19 को प्रबंधन को लेकर उपजी, नकारात्मक भावनाओं से निपटने में, पार्टी की सहायता करेंगे.

उन्होंने कहा कि यूपी का टेक्सटाइल क्लस्टर काफी मशहूर है, इसलिए ईरानी से कहा गया कि टेक्सटाइल पार्क्स स्थापित करने की प्रक्रिया में और तेज़ी लाएं. नेता ने आगे कहा कि वो अपना समय, पंजाब और यूपी में चुनाव प्रचार के लिए भी समर्पित करेंगी.

एक अन्य बीजेपी नेता ने दिप्रिंट को बताया कि पीएमओ पहले ही उन परियोजनाओं की प्रगति पर नज़र बनाए हुए है, जो बजट के दौरान घोषित की गईं थीं, लेकिन पार्टी और सरकार के बीच तालमेल ज़रूरी है.

नेता ने ये भी कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज और ज़रूरत पड़ने पर चुनावी राज्यों में नई स्कीमें लाने से जुड़ी जानकारी देने के लिए, वित्त मंत्री भी बैठक में मौजूद थीं’.

सूत्रों ने ये भी कहा कि बीजेपी अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि चुनावी राज्यों के अपने दौरों के दौरान केंद्र सरकार की स्कीमों पर रोशनी डालें.

एक बीजेपी महासचिव ने नाम छिपाने की शर्त पर दिप्रिंट से कहा कि अगले साल चुनावों में जा रहे राज्यों में, तीन-स्तरीय पार्टी स्ट्रक्चर होगा, जैसा कि पश्चिम बंगाल में था, जहां कई मंत्रियों के चुनाव प्रचार और संगठन कार्यों की उनकी निगरानी की बदौलत, पार्टी को राज्य में अपनी ज़मीन बनाने में मदद मिली.

महासचिव ने आगे कहा कि वरिष्ठ पार्टी नेता राज्यों का बार-बार दौरा करेंगे और इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजना के मुआयने और उद्घाटन का काम करेंगे. लेकिन, बड़े प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन पीएम मोदी के हाथों किया जाएगा.

पीएम और शाह UP में, हरदीप पंजाब में करेंगे प्रचार

पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जो लखनऊ से सांसद हैं, राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में प्रचार करेंगे.

इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी पंजाब में प्रचार कर रहे होंगे. धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी और नरेंद्र सिंह तोमर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों में प्रचार करेंगे.

सूत्रों ने ये भी बताया कि बीजेपी जल्द ही, ‘उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी प्रभारी’ का ऐलान करेगी, क्योंकि पार्टी आलाकमान इन दो राज्यों में चुनावों को लेकर चिंतित है.

इस बीच, रविवार को उत्तराखंड में राज्य कार्यकारिणी की एक बैठक की जाएगी, जहां दुष्यंत गौतम और बीएल संतोष उपस्थित रहेंगे.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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