नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी में हाल में संपन्न हुए नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के बाद मंगलवार को एक बैठक में मेयर और डिप्टी मेयर को चुने जाने की संभावना है.
मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव एमसीडी इलेक्शन के बाद निर्वाचित 250 सदस्यों की छह जनवरी को हुई पहली बैठक में किया जाना था, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों के एक दूसरे से भिड़ जाने और हंगामा करने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी जिस चुनाव पूरा नहीं हो पाया था.
चुनाव के मद्देनजर नगरपालिका भवन और सिविक सेंटर परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं.
दिल्ली नगर निगम की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई.
बता दें कि इस चुनाव के बाद पूरी दिल्ली का 10 साल बाद एक अकेला मेयर होगा.
हालांकि, मंगलवार को भी चुनाव से पहले, मनोनीत पार्षदों की शपथ के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ.
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सदन में लगे जय श्री राम के नारे
नवनिर्वाचित एमसीडी सदस्यों की पहली बैठक मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव किए बगैर स्थगित हो गई थी. ‘आप’ पार्षदों ने पहले 10 मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाने के पीठासीन अधिकारी के फैसले का विरोध किया.
‘आप’ और बीजेपी के पार्षदों ने नारेबाजी भी की. इस दौरान बीजेपी पार्षदों ने जय श्री राम के नारे लगाए.
पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने सोमवार को बताया था कि पिछली बैठक में ‘आप’ के विरोध के बावजूद उपराज्यपाल द्वारा नियुक्त ‘एल्डरमैन’ पहले शपथ लेंगे.
मेयर पद के प्रत्याशियों में शैली ओबरॉय और आशु ठाकुर (आप) तथा रेखा गुप्ता (भाजपा) शामिल हैं. उम्मीदवारों को देखते हुए दिल्ली को महिला मेयर मिलना तय है.
डिप्टी मेयर पद के प्रत्याशियों में आले मोहम्मद इकबाल और जलज कुमार (आप) तथा कमल बागड़ी (भाजपा) शामिल हैं.
मेयर और डिप्टी मेयर के अलावा एमसीडी की स्थायी समिति के छह सदस्यों के भी 24 जनवरी को सदन की बैठक के दौरान निर्वाचित होने की संभावना है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छह जनवरी को सदन की पहली बैठक के दौरान नगरपालिका भवन में की गई तैनाती की तुलना में इस बार महिला सदस्यों तथा मार्शल सहित बड़ी संख्या में नागरिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है.
अधिकारी ने कहा, ‘‘सुरक्षा उपायों के तहत सदन के बाहर पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है.’’
‘आप’ की सदस्य आतिशी समेत कई पार्षद और दिल्ली के विधायक मतदान करने सदन पहुंच चुके हैं.
दिल्ली में एमसीडी के चुनाव चार दिसंबर को हुए थे और वोटों की गिनती 7 दिसंबर को हुई थी. ‘आप’ ने 134 वार्ड जीतकर एमसीडी में बीजेपी के 15 साल के शासन को खत्म कर दिया था.
बीजेपी ने एमसीडी के 250 सदस्यीय सदन में 104 वार्ड में जबकि कांग्रेस ने नौ वार्ड में जीत दर्ज की.
दिल्ली नगर निगम का गठन अप्रैल 1958 में हुआ था और उसके मेयर के पास 2012 तक प्रभावशाली शक्तियां थीं. साल 2012 में निगम का तीन अलग-अलग नगर निगमों में विभाजन हुआ और प्रत्येक निगम का अपना मेयर बना.
मेयर के चुनाव के लिए दिल्ली के 250 पार्षद, सात लोकसभा तथा तीन राज्यसभा सांसद और विधानसभा द्वारा मनोनीत 14 विधायक मतदान करेंगे. दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी के एक विधायक और ‘आप’ के 13 विधायकों को मतदान करने के लिए नामित किया है.
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