नई दिल्लीः अभी पिछले हफ्ते ही कोरोना को लेकर यूपी में गाइडलाइन्स जारी की गईं थीं और चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करते हुए सभी तरह की फिजिकल रैलियों पर 15 जनवरी तक के लिए रोक लगा दी थी.
लेकिन आज लखनऊ में बीजेपी से टूटकर आए स्वामी प्रसाद मौर्या और अन्य आठ विधायकों के सपा में शामिल होने के कार्यक्रम के दौरान लोगों का हुजूम जुट गया. इन लोगों को अखिलेश यादव और अन्य नेताओं ने संबोधित किया.
जिस तरह की भीड़ सपा के इस कार्यक्रम में थी उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि नि सिर्फ कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं बल्कि चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का भी पालन नहीं किया गया. क्योंकि चुनाव आयोग ने सभी तरह की रैलियों, रोडशो इत्यादि पर 15 जनवरी तक के लिए रोक लगा रखी थी.
हालांकि, मामले का संज्ञान लेते हुए लखनऊ के जिलाधिकार अभिषेक प्रकाश ने कहा कि सपा कार्यालय पुलिस की एक टीम भेजी गई है और मामले में जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
Uttar Pradesh | Samajwadi Party’s rally being held without permission. Police team sent to SP office, necessary action to be taken in this regard: Lucknow DM Abhishek Prakash
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 14, 2022
दिप्रिंट ने लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश से संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन न ही उनका फोन रिसीव हुआ और न ही खबर लिखने तक मैसेज का जवाब आया था. जवाब मिलने पर खबर को अपडेट किया जाएगा.
भले ही इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हों लेकिन सवाल यह भी है कि क्या प्रशासन को इस बात की खबर नहीं थी कि सपा का कार्यक्रम होने वाला है और इतनी बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंचने वाले हैं. अगर खबर थी तो इसके लिए क्या इंतज़ाम किए गए थे.
बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव के साथ बीजेपी विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य, धरम सिंह सैनी, भगवती सागर, विनय शाक्य व अन्य नेता मौजूद थे.
After quitting BJP, MLAs Swami Prasad Maurya, Dharam Singh Saini, Bhagwati Sagar and Vinay Shakya join Samajwadi Party in presence of SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/Dz6M7yiRSk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 14, 2022
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि साइकिल का हैंडल भी ठीक है और दोनों पहिए भी ठीक हैं और साइकिल चलाने वाले भी इतने आ गए हैं कि अब इसकी रफ्तार को कोई रोक नहीं सकता. स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी इस दौरान बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकने की बात कही. योगी के 80 बनाम 20 के जवाब में उन्होंने कहा कि 85 तो हमारा है, 15 में भी बंटवारा है.
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क्या हैं चुनाव आयोग के निर्देश
पांच राज्यों की विधानसभा सीटों के लिए तारीखों की घोषणा करते हुए चुनाव आयोग ने सभी तरह की फिजिकल रैलियों, रोड शो, साइकिल रैली सार्वजनिक सड़कों या चौराहों इत्यादि पर नुक्कड़ सभा करने पर रोक लगा थी थी. ऐसा कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को ध्यान में रखकर लिया गया था.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा था कि सभी राज्यों को इन दिशा निर्देशों का पालन करना होगा नहीं
तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
क्या है यूपी में कोरोना संबंधी नियम
हाल ही में यूपी में जारी कोरोना गाइडलाइन्स के तहत रात के दस बजे से शाम के 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा. इसके अलावा जिन जिलों में 1000 से ज्यादा कोरोना के ऐक्टिव मामले हैं वहां पर सार्वजनिक प्रतिष्ठान जैसे रेस्तरां, सिनेमा हॉल, स्पा वगैरह 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे. हालांकि, ऐसे जिलों में जिम, पूल और वॉटर पार्क्स वगैरह बंद रहेंगे. वहीं शादी विवाह के लिए बंद जगहों में अधिकतम 100 लोग और खुले स्थानों पर कुल क्षमता के 50 फीसदी से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर मनाही होगी.
‘संसाधन नहीं तो कैसे करें वर्चुअल रैली’
इसके पहले मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि जिनके पास संसाधन नहीं हैं वे लोग वर्चुअल रैली कैसे करेंगे. इसलिए जिन रीजनल पार्टियों के लिए चुनाव आयोग को कोई न कोई व्यवस्था जरूर करनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि छोटी पार्टियों को स्पेस कैसे मिलेगा. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि जो भी नियम चुनाव आयोग बनाएगा उसका पालन उनकी पार्टी करेगी.
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